‘कोरोना के बाद क्रिकेट को केवल यही शख्स संभाल सकता है’, ग्रीम स्मिथ ने ICC चीफ के लिए गांगुली का नाम सुझाया

दादा ICC चीफ बन सकते हैं!

कोरोना के बाद विश्व में क्रिकेट को दोबारा खड़ा करने के लिए सौरव गांगुली को ICC अध्यक्ष बनाया जाए। यह हम नहीं बल्कि साउथ अफ्रीका क्रिकेट के डायरेक्टर और पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ कह रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पूर्व भारतीय कप्तान को आधुनिक खेल और आने वाली चुनौतियों की अच्छी समझ है। उनके अध्यक्ष बनने से खेल को फायदा होगा।

दरअसल, कोरोना की वजह से क्रिकेट सहित दुनिया के लगभग सभी खेल एकदम से रुक चुके हैं। कोई भी टूर्नामेंट नहीं हो रहा है और न ही किसी प्रकार का रिस्क लिया जा रहा है। इससे क्रिकेट भी काफी प्रभावित हुआ है। IPL जैसे बड़े टूर्नामेंट को टालना पड़ा तो वहीं कई सीरीज रद्द कर दिये गए, ऐसे समय में वापस से क्रिकेट को उठाने के लिए किसी अच्छे प्रशासक की अवश्यकता होगी। इसी वजह से टेस्ट क्रिकेट से सबसे सफल पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने ICC के चेयरमैन के पद के लिए सौरव गांगुली का नाम सुझाया है।

गुरुवार उन्होंने कहा कि अगर कोरोना वायरस के बाद क्रिकेट को दोबारा खड़ा करना है तो आईसीसी अध्यक्ष के पद पर एक अच्छे और दूरदर्शी शख्स का बैठना जरूरी है और इस पद के लिए सौरव गांगुली से अच्छा दूसरा कोई और नहीं हो सकता। उनका मानना है कि कोरोना के बाद जब विश्व के देश पुनः निर्माण में लगे होंगे तब गांगुली ही हैं जो क्रिकेट को दोबारा ऊपर उठा सकते हैं।

स्मिथ ने बताया कि बीसीसीआई अध्यक्ष का ज्ञान और उनकी आधुनिक क्रिकेट के प्रति जागरूकता एक ऐसी चीज है जो आईसीसी की कमान संभालने में उनकी काफी मदद करेगा।

जोहानिसबर्ग में हुए एक टेली वीडियो कॉन्फ्रेंस में स्मिथ ने कहा, मुझे लगता है हमारी खेल में नेतृत्व की क्षमता इसे आगे बढ़ाने में अहम भूमिका अदा करती है। मुझे लगता है कि ICC के स्तर पर किसी ऐसे का होना जिसे आधुनिक क्रिकेट की इतनी समझ हो अच्छा होगा और आगे हमें कोरोना के बाद जिस तरह की चुनौतियों का सामना करना है उससे तो इस बात की मांग और बढ़ जाती है कि सौरव जैसे कोई इस अहम पद पर हो।”

यहाँ यह जानना आवश्यक है कि पिछले साल अक्टूबर में बीसीसीआई अध्यक्ष बने गांगुली का कार्यकाल जून के अंत में समाप्त हो जाएगा। BCCI के नए संविधान के अनुसार क्रिकेट प्रशासन में सौरव गांगुली को लगातार 6 साल पूरे हो जाएंगे और फिर उसके बाद उन्हें 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड से गुजरना होगा।

ICC में भी यही हालत है और मौजूदा समय में भारत के ही शंशाक मनोहर इस वक्त आईसीसी के चेयरमैन हैं परंतु इसी महीने उनका ICC में कार्यकाल समाप्त हो जायेगा। जैसे हालात बने हैं वैसे में ICC के चेयरमैन पद के लिए नए नाम की खोज भी शुरू हो जाएगी और गांगुली ICC के चेयरमैन के पद के लिए दावा कर सकते हैं।

इस स्थिति में पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान और मौजूदा निदेशक ग्रीम स्मिथ का गांगुली को समर्थन बड़ी बात है। भारत के इस पूर्व कप्तान को सिर्फ स्मिथ का ही नहीं, बल्कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी जाक फॉल का भी समर्थन प्राप्त है। यही नहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान डेविड गॉवर ने भी भारत के इस पूर्व कप्तान को आईसीसी अध्यक्ष बनाने के लिये सही व्यक्ति करार दिया था। गॉवर ने कहा, ‘‘मैं आपको सौरव के बारे में क्या बता सकता हूं? मैं कई सालों से उनके साथ चैटिंग करता आ रहा हूं। वे वास्तव में बहुत ही शानदार खिलाड़ी हैं। उनके रिकॉर्ड ही उनकी शानदार काबिलियत के बारे में सबकुछ बता देते हैं।’’

सौरव गांगुली पहले एक खिलाड़ी, फिर कप्तान के तौर पर कितने अनुभवी और बेहतरीन हैं ये किसी को बताने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने प्रशासक के तौर पर पहले पश्चिम बंगाल क्रिकेट के अध्यक्ष और फिर BCCI के अध्यक्ष के तौर पर बेहतरीन काम किया है। आज अगर भारत की बेंच स्ट्रेंथ किसी भी देश की तुलना में अधिक मजबूत है तो वह सौरव गांगुली के कारण ही। अब जब कोरोना महामारी के बाद सब कुछ धीरे धीरे खुलेगा और क्रिकेट फिर से शुरू हो सकेगा, तब  वैसे समय में ICC को भी एक ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता होगी जो एक खिलाड़ी भी हो, एक कप्तान भी हो, एक प्रशासक भी हो और एक लीडर भी हो। और सौरव गांगुली को इन सभी का अनुभव प्राप्त है। अगर ICC का प्रशासन उनके हाथ में जाता है तो कोरोना के बाद की स्थिति में क्रिकेट को दोबारा शुरू करने में उनकी दूरदर्शिता की वजह से बेहद आसानी होगी।

Exit mobile version