कर्नाटका: फाल्गुनी नदी में जहर मिलाने के आरोप में हनीफ और इरशाद नाम के दो युवक गिरफ्तार, हज़ारों की संख्या में मरी मछलियां

कर्नाटक में एक भयानक त्रासदी होते होते बची

हाल ही में कर्नाटक से एक बेहद दिल देहला देने वाली खबर सामने आई है। एक नदी में हज़ारों मछलियां मरी हुई मिली और नदी में ज़हर मिलाए जाने की बात सामने आई है। जांच में सामने आया है कि कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में बेल्थांगड़ी के दादेलू ग्राम क्षेत्र  फाल्गुनी नदी में मोहम्मद हनीफ और मोहम्मद इरशाद नाम के दो युवकों ने नदी में जहर मिला दिया था, जिसके कारण कई मछलियां मारी गईं, और पूरी नदी मानव उपयोग के प्रतिकूल हो गई।

डेक्कन हेराल्ड (Deccan Herald) की रिपोर्ट की मानें तो 30 अप्रैल को फाल्गुनी नदी में हजारों मछलियां मृत पाई गईं थी, जिससे संकेत मिला की शायद नदी में ज़हर मिलाया गया है, और जिसके कारण पूरे क्षेत्र में एक अजीब सी दुर्गंध फैलने लगी। इस घटना की शिकायत तुरंत पुलिस को की गई।

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बता दें कि फाल्गुनी नदी (Phalguni river) इस क्षेत्र के लिए ना केवल इकलौता जलस्रोत है, अपितु कई जीवजंतु इस नदी से अपनी प्यास बुझाते हैं।  जिला पंचायत के सदस्य धर्मेन्द्र कुमार के अनुसार, “जलाशय / जलस्रोत में ज़हर मिलाना एक अक्षम्य अपराध है, और इसपर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों को अविलंब संज्ञान लेना चाहिए।”

शिकालत के बाद जैसे ही पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की है, एक भयावह सच सामने आया। पकड़े गए लोग मोहम्मद हनीफ और मोहम्मद इरशाद निकले, और इन्होंने ऐसा क्यों किया, इसका कोई स्पष्ट कारण अभी सामने नहीं आया है।

फिलहाल, इन दोनों पर आईपीसी की धारा 277 के अन्तर्गत जलाशय को नुकसान पहुंचाने के अपराध में मुक़दमा दर्ज किया गया है। आक्रोशित गांव वालों ने कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

बड़ी मुश्किल से एक बड़ी त्रासदी को रोका गया है। यदि ऐसा ना होता, तो ना जाने कितने लोग काल के गाल में समा गए होते। इसके अलावा सरकार को इस बात की भी जांच करनी चाहिए कि आखिर क्यों उन दोनों अभियुक्तों ने ऐसा काम किया, जिसके कारण एक पूरे क्षेत्र में तबाही आ सकती थी।

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