चीन और टिकटॉक को लेकर अमूल और ट्विटर में जंग छिड़ गयी, शुरू में ट्विटर जीता पर बाद में अमूल ने ट्विटर को धो डाला

अमूल ने चीन परस्त ट्विटर को क्या खूब धोया

अमूल

डेयरी टुडे

फेसबुक हो चाहे ट्विटर, समय-समय पर ये दोनों ही platforms अपना चीन प्रेम जाहिर करते ही रहते हैं। ऐसा ही हमें फिर देखने को मिला जब ट्विटर ने भारत की कंपनी अमूल के ट्विटर अकाउंट को restrict कर दिया, वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि अमूल की एक पोस्ट में टिकटॉक और चीन में बने सामान का बहिष्कार करने का संदेश दिया गया था। जैसे ही ट्विटर ने Amul की चीन विरोधी पोस्ट को अपने प्लैटफ़ार्म से हटाया और कंपनी के account को restrict कर दिया, लोगों ने ट्विटर को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। बाद में ट्विटर को अपना फैसला वापस लेना पड़ा और Amul के account को दोबारा restore करना पड़ा।

बता दें कि अमूल ने अपनी एक बेहद रोचक और रचनात्मक पोस्ट में चीन के ड्रैगन और मशहूर video sharing platform टिकटॉक को बहिष्कार करने का संदेश दिया था। उस पोस्ट में अमूल ने लिखा था “Exit the dragon” यानि “ड्रैगन का त्याग कर दो”। बस फिर क्या था, इस पोस्ट से ट्विटर इतना चिढ़ गया कि उसने Amul के अकाउंट को ही कुछ समय के लिए restrict कर दिया और उस ट्वीट को हटा दिया।

हालांकि, ट्विटर को ऐसा करना भारी पड़ गया। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय यूजर्स ने ट्विटर को जमकर लताड़ लगाई। लोगों ने ट्विटर पर चीन की अंधभक्ति करने का आरोप लगाया, वो चीन जिसने अपने यहाँ ट्विटर को बैन किया हुआ है।

https://twitter.com/AdvaitaKala/status/1269175772754743297?s=19

 

हालांकि, ट्विटर द्वारा एक पोस्ट को हटाये जाने के बाद अमूल ने हार नहीं मानी और उसके बाद ट्विटर पर अमूल की एक और पोस्ट बड़ी वायरल होने लगी, जिसमें Amul ने व्यंग्य करते हुए चीन का सामान बहिष्कार करने का अनुरोध किया था। उस पोस्ट में Amul की butter girl बॉर्डर पर खड़े होकर “चीनी कम करो” का संदेश दे रही थी। ज़ाहिर है, इस पोस्ट में भी अमूल ने चीनी सामान को बहिष्कार करने का संदेश दिया जिसमें वह सफल भी रहा। लोगों ने Amul को इसके लिए खूब सराहा।

इस पूरे मामले पर बोलते हुए अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी ने कहा, “हमने ट्विटर से पूछा है कि आखिर इस तरह ब्लॉक करने से पहले हमें जानकारी क्यों नहीं दी गई। उन्हें हमें सूचित करना चाहिए था।’ अभी ट्विटर द्वारा इस पूरी कार्रवाई पर प्रतिक्रिया का इंतजार है”।

बता दें कि अमूल भारत की सबसे बड़ी food organisation है, जिसका सालाना राजस्व करीब 5.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इसके अलावा, Amul आज भारत के घर-घर में इस्तेमाल किया जाता है।

हालांकि, ट्विटर ने इसके बावजूद CCP के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए उसके account को restrict कर दिया। ट्विटर का यह प्रहार अमूल पर नहीं, बल्कि भारत के स्वाभिमान पर था। अमूल भारत का एक बड़ा ब्रांड है, और ऐसे समय में जब पीएम मोदी खुद लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं, तो ऐसे में ट्विटर भारतीयों की इस मुहिम को कैसे रोक सकता है? अगर भारत आत्मनिर्भर होने के campaign को आगे बढ़ा रहा है, तो ऐसे में ट्विटर को क्या तकलीफ हो रही है? जिस प्रकार ट्विटर पर चीन को लताड़ लगाई जा रही है, शायद यह कम्युनिस्ट चीन को पसंद नहीं आ रहा है। ट्विटर ने हाल ही में अपने executive बोर्ड में CCP की एक एजेंट को भर्ती किया है, जिसके बाद ट्विटर का चीन प्रेम कुछ ज़्यादा ही बाहर निकलकर आ रहा है। भारत सरकार को ट्विटर के इस रुख पर जल्द से जल्द संज्ञान लेकर ट्विटर का स्क्रू टाइट करने की आवश्यकता है।

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