बेइज्जती और पाकिस्तान का मानो चोली दामन का साथ रहा है। यह बात इमरान खान से बेहतर न कोई समझ पाया है और न ही कोई समझ पाएगा, क्योंकि इमरान खान अपने ही देश की फजीहत कराने का कोई भी अवसर हाथ से जाने नहीं देते हैं। अभी हाल ही में जनाब ने भारत से अपनी “महान” कैश ट्रान्सफर स्कीम की टेकनीक शेयर करने की पेशकश की।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के अनुसार, भारत में लॉकडाउन के कारण 34 प्रतिशत लोगों की मासिक आय में काफी गिरावट दर्ज हुई है। इसके लिए द एक्स्प्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट का हवाला देते हुए इमरान ने बताया कि कैसे भारत के नागरिक अब पूरी तरह सरकार पर आश्रित हो चुके हैं, और कैसे मुसीबत के इस समय पाकिस्तान भारत की मदद कर सकता है। अपने ट्वीट्स में महोदय कहते हैं कि वे भारत के साथ अपनी सफलतम स्कीम शेयर करने को तैयार है –
Our govt successfully transferred Rs. 120 billion in 9 weeks to over 10 million families in a transparent manner to deal with the COVID19 fallout on the poor.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) June 11, 2020
भाई इसी को कहते हैं- “घर में नहीं दाने लल्ला चले भुनाने”। जिसका देश दुनिया भर से भीख का कटोरा लेकर कर्ज़ मांगता फिरे, वह कृपया मदद करने की बांसुरी न बजाए तो ही अच्छा है। ऐसे में किसी को कोई हैरानी नहीं हुई जब लोगों ने इमरान खान की जमकर खिंचाई की। “कह के पहनो” नामक ट्विटर यूजर ने इमरान सरकार की खिंचाई करते हुए ट्वीट किया, “ बस इतनी ही भीख मिली अंतर्राष्ट्रीय कम्यूनिटी से? अपने ऑफिस का बिजली का बिल तो कम से कम भर लो भाई?” –
bas itni hi bheekh mili international community se? anyway, apne office ka electricity bill time se bhar diya kar.. pic.twitter.com/hhM3hCeFSV
— Keh Ke Peheno (@coolfunnytshirt) June 11, 2020
जहां कुछ अन्य यूजर्स ने पाकिस्तान की गरीबी पर तंज़ कसे, तो कुछ पाकिस्तानी भी ऐसे थे, जिन्होंने इमरान खान को अपना देश संभालने की हिदायत दी। पर यदि किसी ने सच में इमरान खान के प्रस्ताव की जमकर खिंचाई की , तो वो थे भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव, जिनहोने इमरान खान को अपने एक ही बयान से नानी याद दिला दी –
Pakistan would do well to recall that they have a debt problem which covers 90% of their GDP. As far as India goes, our stimulus package is as large as the GDP of Pakistan: Anurag Srivastava, MEA on Pakistan PM Imran Khan's offer to help India in cash transfer programme pic.twitter.com/caTcANoC8d
— ANI (@ANI) June 11, 2020
इमरान खान की जबरदस्त खिंचाई करते हुए अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, “ कृपया ध्यान रहे कि पाकिस्तान का कुल कर्ज़ उसकी जीडीपी का 90 प्रतिशत है। जहां तक भारत की बात है, तो हमारा स्टिमुलस पैकेज ही पाकिस्तान की जीडीपी के बराबर है। ऐसे में इमरान खान अपना प्रस्ताव अपने पास रख सकते हैं”।
अब बात शुरू कर ही दी है, तो ज़रा पाकिस्तान के कर्ज़ों पर ही एक दृष्टि डाल लेते हैं। पाकिस्तान का gross external debt ही लगभग 33.4 ट्रिलियन रुपये हैं। इससे पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद को एक बड़ी अजीब दरख्वास्त के साथ एक वीडियो ट्विटर पर अपलोड करनी पड़ी थी। इस वीडियो में जावेद मियांदाद सीधे-सीधे भीख मांगते हुए दिखाई दिए थे। जनाब ने बताया था कि उन्होंने अपने एक अंतरराष्ट्रीय बैंक अकाउंट को विशेष धनकोष में परिवर्तित किया है, जिसे सिर्फ़ वे ही संचालित कर सकते हैं। इस धनकोष का प्रयोग वे आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को दिए गए कर्ज को चुकता करने के लिए करेंगे। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान की आवाम से उस बैंक अकाउंट में पैसा जमा कराने की भीख मांगी थी।
ऐसे में इमरान खान द्वारा भारत की मदद करने की पेशकश करना उतना ही हास्यास्पद है जितना इमरान द्वारा आतंकियों का सफाया करने की बात कहना, और भारत ने भी इमरान की खिंचाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पाकिस्तान कोरोना पर भारत के साथ सहयोग की बात कर रहा है, लेकिन जब टिड्डे दल के हमलों को लेकर भारत ने पाकिस्तान के साथ सहयोग करने का प्रस्ताव दिया, तो इमरान सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की ज़हमत नहीं उठाई, जिसके बाद पाकिस्तान अब टिड्डों के हमलों के बाद बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गया है। ऐसे में पाकिस्तान को भारत को छोड़कर अपना कंगाल देश संभालना चाहिए।