“इन्हें भगाओ-जान बचाओ”, Karachi Plane Crash के बाद कई देशों ने पाकिस्तानी पायलट्स को काम से निकाला

“क्या आप पाकिस्तानी पायलट हैं? चलिये बैग पैक कीजिये”!

पायलटों

(PC: Pakistan International Airlines)

पाकिस्तान के कराची में 22 मई को एक प्लेन क्रैश मामले की जांच के दौरान एक तिहाई पायलटों के पास फेक लाइसेन्स होने की रिपोर्ट सामने आने के बाद पाकिस्तान की अंतराष्ट्रीय स्तर पर बेइज्जती शुरू हो गयी है। अब वियतनाम ,कतर, और उसके खाड़ी के “मित्र देशों” ने भी पाकिस्तानी पायलटों की उड़ान पर रोक लगा दी है और उन्हें फिलहाल के लिए काम करने से मना कर कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार वियतनाम के विमानन प्राधिकरण ने सोमवार को कहा कि स्थानीय एयरलाइंस के लिए काम कर रहे सभी पाकिस्तानी पायलट को हटा दिया गया है।

दरअसल,पाकिस्तान के कराची में 22 मई को एक प्लेन क्रैश हुआ था जिसमें 98 लोगों की मौत हुई थी। इस प्लेन क्रैश की जांच रिपोर्ट इस सप्ताह संसद में पेश की गई और एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर खान ने इस रिपोर्ट को पेश करते समय बताया कि PIA में 860 पायलट हैं। इनमें से 262 ऐसे हैं जिन्होंने पायलट बनने के लिए परीक्षा ही नहीं दी।यानि पाकिस्तान में हर 3 में से 1 पायलट ने गलत तरीकों से विमान उड़ाने का लाइसेन्स हासिल किया है। अब इसी के मद्देनजर पाकिस्तान के 150 पायलटों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बाद वैश्विक एयरलाइंस संस्था IATA ने कहा था कि पाकिस्तानी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस के पायलटों के लाइसेंस में अनियमितताएं पाई गई हैं, “जो कि सेफ्टी कंट्रोल में गंभीर चूक है।”

फेक लाइसेन्स की खबर आते ही दूसरे देश के एयरलाइन्स भी सतर्क हो गई और उन्होंने कार्रवाई करते हुए अब पाकिस्तान के पायलटों को काम से हटाना शुरू कर दिया है।

वियतनाम सहित कुवैत, कतर, यूएई और ओमान जैसे खाड़ी के इस्लामिक देशों ने भी संदिग्ध लाइसेंस के मामले पर पाकिस्तान पायलटों को काम से हटाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी पायलट्स और पाकिस्तान इंटरनेशनशल एयरलाइंस का भविष्य अब अंधेरे में जाता हुआ दिखाई दे रहा है।

एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार वियतनाम के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएवी) ने सोमवार को एक बयान में कहा, “सीएएवी के प्रमुख ने वियतनामी एयरलाइंस के लिए काम कर रहे सभी पाकिस्तानी पायलटों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। वियतनाम की एयरलाइंस में पाकिस्तान के कुल 27 पायलट काम कर रहे थे तथा इनमें से 15 पायलटों का करार खत्म हो जुका है या वो कोरोना की वजह से काम नहीं कर रहे हैं। शेष 12 पाकिस्तानी पायलट अभी भी वियतनामी एयरलाइंस में सेवाएं दे रहे हैं”।

इसके बाद खाड़ी के देश जैसे कुवैत, क़तर, संयुक्त अरब अमीरात के अलावा ओमान ने भी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के पायलटों को फर्ज़ी लाइसेंस मामले की वजह से हटाने का फ़ैसला किया है। BBC की रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम एशिया के सबसे पुराने एयरवेज़ में से एक कुवैत एयरलाइन ने अपने सभी सातों पाकिस्तानी मूल के पायलटों को हटा दिया है। पाकिस्तानी मूल के पत्रकार गुल बुखारी ने ट्वीट करते हुए बताया कि, “फर्ज़ी लाइसेंस मामले को लेकर कुवैत एयरवेज़ ने सभी 7 पाकिस्तानी पायलटों को हटा दिया है, 56 इंजीनियर को निलंबित कर दिया है और हैंडलिंग स्टाफ को भी हटा दिया है। ऐसी ही ख़बरें क़तर, ओमान, अमीरात और वियतनाम से भी आ रही हैं।”

बता दें की पाकिस्तान के 860 पायलटों में से 753 घरेलू एयरलाइंस के लिए विमान उड़ाते हैं लेकिन उनमें से 107  पायलट विदेशी एयरलाइनों के लिए काम करते हैं।

कराची में हुए हादसे के बारे में विमानन मंत्री ने संसद को बताया था कि पायलट विमान उड़ाने के दौरान्न कुछ अधिक ही अति-आत्मविश्वास में थे और उनमें एकाग्रता की कमी थी। इसी कारण से प्लेन क्रैश हुआ, जिसमें 97 लोग मारे गए थे। उन्होंने बताया था कि पायलट ने एक तो हवाई यातायात नियंत्रकों और एटीसी के निर्देशों की अनदेखी की, वहीं दूसरी ओर को-पायलट ने इंजन के टकराने के बारे में भी सूचित नहीं किया।

इस घटना और इसके बाद के खुलासों ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि पाकिस्तान और पाकिस्तान की किसी भी संस्था पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। अब तो पाकिस्तान के सभी पायलटों पर सवाल उठना लाज़मी है। पाकिस्तान के पायलटों के साथ उड़ान भरना अपनी मौत को दावत देना है। अब पाकिस्तान के साथी देश भी पाकिस्तान के पायलटों को निलंबित कर रहे हैं। यह दिखाता है कि पाकिस्तान किसी के भी भरोसे के लायक नहीं है।

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