RIP का हिंदी अर्थ (Rest in Peace “RIP” meaning in hindi)
आज कल किसी भी व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद आम बोल चाल में RIP यानि Rest In Peace लिखा जाता है। सोशल मीडिया पर तो किसी भी चर्चित व्यक्तित्व के देहांत होने खबर आते ही, लोग कॉमेंट सेक्शन में RIP की झड़ी लगा देते हैं। हालांकि अधिकतर लोगों को RIP का Hindi meaning नहीं पता होता है तथा बिना कुछ सोचे समझे ही Rest In Peace लिख देते हैं। आज के दौर में ऐसी अपरिपक्वता रोज ही देखने को मिल जाएंगी। बता दें कि RIP का फुल फॉर्म Rest in peace, यह लैटिन शब्द Requiescat in Pace से बना है।
RIP शब्द को बोलने से व्यक्ति ईश्वर से मरे हुए इंसान की आत्मा को शांति पहुंचाने की प्रार्थना करता है। इतना ही जो लोग मृत आदमी के शरीर को जमीन पर दफनाते हैं वह उसकी समाधि के ऊपर RIP लिख देते हैं। RIP का हिंदी में अर्थ ( Hindi Meaning) होता है की ‘भगवान् मृत की आत्मा को शांति दे।’ यानी यह वाक्यांश ईसाई धर्म के लिए बना है तथा दफनाये जाने के बाद RIP का प्रयोग होता है। ईसाई मृतकों को दफनाते हैं और आत्मा उस कब्र में अनंत काल तक रहती है जब तक कि जजमेंट डे का दिन नहीं आता। जजमेंट डे के दिन, उनके ईश्वर तय करेंगे कि कौन कहाँ जाता है- स्वर्ग या नर्क। उनका मानना है कि क़यामत के दिन मुर्दे फिर जी उठेंगे। उस समय तक, आत्मा को उस ताबूत के अंदर पीड़ित और दम घुटना पड़ता है।
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सनातन परंपरा के अनुसार RIP के स्थान पर क्या लिखना चाहिए
हिन्दू धर्म में किसी भी व्यक्ति को दफनाया नहीं जाता है। बावजूद इसके आज कल यह प्रचालन बन गया है कि लोग किसी की मृत्यु पर RIP लिख देते हैं।
हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार शरीर नश्वर है, आत्मा अमर है। गीता में यह भी कहा गया है कि “नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः । न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः ॥” अतःकिसी हिन्दू मृतात्मा हेतु “विनम्र श्रद्धांजलि”, “श्रद्धांजलि”, “आत्मा को सदगति प्रदान करें” ” भगवान् , आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे ” या “ॐ शांति “जैसे वाक्य विन्यास लिखे जाने चाहिए।