पत्रकार सृष्टि को लगा कि श्री कृष्ण को गाली देना “कूल” है, अब FIR हुई, गलियाँ खाई और नौकरी गंवाई

ज़्यादा कूल नहीं बनना था न!

हिंदुस्तान टाइम्स

आजकल सनातन संस्कृति को गाली देना फ़ैशन बन चुका है, और कई बार तो कुछ लोग इस अभियान में हर सीमा पार कर हमारे देवी देवताओं के लिए अभद्र से अभद्र भाषा का उपयोग करते हैं। पर भारतीयों ने भी अपने इरादे स्पष्ट किए हैं – बस अब और नहीं। इसी दिशा में एक अहम निर्णय में हिंदुस्तान टाइम्स की एक पत्रकार को इसलिए नौकरी से निकाला गया है, क्योंकि उसने भगवान श्रीक़ृष्ण के विरुद्ध बेहद अभद्र भाषा कही थी।

पर समस्या किस बात की थी? दरअसल, नेटफ्लिक्स पर हाल ही में एक फिल्म रिलीज़ हुई, ‘कृष्ण एण्ड हिस लीला’। तेलुगू में प्रदर्शित इस फिल्म में कृष्ण नाम के इस युवक को व्यभिचारी के तौर पर दिखाया गया था, और उसकी अनेकों गर्लफ्रेंड्स में से एक का नाम रखा गया था राधा। अब ज़ाहिर सी बात है कि श्रीक़ृष्ण का अपमान ऐसे तो सहा नहीं जाएगा, तो सोशल मीडिया पर ‘Boycott Netflix’ कैम्पेन चलने लगा था।

इसी बीच हिंदुस्तान टाइम्स की पत्रकार सृष्टि जसवाल ने एक ऐसे ही ट्वीट पर श्रीक़ृष्ण के लिए बेहद आपत्तीजनक बातें कहीं। उसने ट्वीट किया था, “श्री कृष्ण के लिए ये सही रूपान्तरण है, क्योंकि वे ऐसे थे। वे व्यभिचारी थे, वे कमिटमेंट से डरते थे और वे नीच थे। हाँ, मैं हिन्दू हूँ और मैंने धर्म शास्त्र पढ़े हैं”।

अब थोड़ी छानबीन करने पर पता चला कि सृष्टि जसवाल हिंदुस्तान टाइम्स की पत्रकार है, जिसने ये आपत्तिजनक ट्वीट लिखा था। लिहाजा सोशल मीडिया पर आक्रोश उमड़ पड़ा और लोगों ने सृष्टि जसवाल के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसी दिशा में भाजपा के सोशल मीडिया सेल के पूर्व सदस्य और उद्यमी गौतम अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “मैंने हिन्दू भावनाओं को आहत करने और भड़काऊ पोस्ट्स डालने के लिए सृष्टि जसवाल के विरुद्ध साइबर क्राइम के अंतर्गत एफ़आईआर दर्ज कराई है। क्या हिंदुस्तान टाइम्स इसके विरुद्ध कोई एक्शन ले सकता है?”।

गौतम की याचना अनसुनी नहीं गई। हिंदुस्तान टाइम्स ने आगे आते हुए ट्वीट किया, “हम सृष्टि जसवाल के विचारों से  बिल्कुल सहमत नहीं है। उसे तत्काल प्रभाव से सेवा से निलंबित किया गया है और इस मामले की जांच पड़ताल हेतु एक कोड ऑफ कंडक्ट कमेटी को बुलाया गया है”।

हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब इस तरह से किसी व्यक्ति के विरुद्ध हिन्दू आस्था का उपहास उड़ाने के लिए कार्रवाई की गई। अभी कुछ महीनों पहले एक के बाद एक ऐसे कई हिंदु विरोधी सोशल मीडिया यूजर्स के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी। उदाहरण के लिए ट्विटर यूजर अरुण नाम्बियार उर्फ काम्रेड नाम्बियार के विरुद्ध भारत माता के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। ऐसे ही गुजरात दंगों में मारे गए हिन्दू और सीता माता के लिए अभद्र टिप्पणियाँ करने वाले कथित हास्य कलाकार मुन्नव्वर फ़ारूकी के विरुद्ध एक्टिविस्ट रमेश सोलंकी ने तत्काल प्रभाव से एफ़आईआर कराई थी, जिसके चलते मुनव्वर को सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगनी पड़ी थी।

सच कहें तो अब सोशल मीडिया पर जनता काफी अधिक जागरूक हो चुकी है। जनता अब हिन्दू आस्था पर उछाले जाने वाले लांछनों को हल्के में लेना बंद कर दिया है। इसीलिए यदि सृष्टि ने सोचा था कि वे श्रीक़ृष्ण के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करके बच निकल जाएगी, तो काफी गलत थीं। परिणाम आपके सामने है!

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