एशिया के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी मानो फुल फॉर्म में आ चुके हैं। वे JIO को आए दिन नई ऊंचाई पर लेकर जा रहे हैं। अब उन्होंने “made in India” Jio 5G इंटरनेट के सपने को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए अगले साल तक भारत में 5G को लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है। इसके बाद जियो टेलिकॉम मार्केट की शहंशाह बन जाएगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के 43वें एनुअल जनरल मीटिंग के दौरान मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान करते हुए कहा कि जियो 5G पहले भारत में लॉन्च होगा, उसके बाद इसे दुनिया के अन्य देशों में भी लॉन्च किया जाएगा। यह खबर ऐसे समय में आ रही है जब दुनियाभर में चीनी 5जी कंपनी हुवावे के खिलाफ बड़ा अभियान देखने को मिल रहा है। Jio के लिए यह बड़ा अवसर है और कंपनी इसे भुनाने की तैयारी कर रही है।
इसी कारण Jio विदेशी और खासकर अमेरिकी निवेशकों के लिए निवेश का पहला ठिकाना बनी हुई है। सबसे पहले रिलायन्स ने फेसबुक-जियो डील पक्की की, जिससे सभी की नजरें रिलायंस Jio पर आ टिकी। फेसबुक द्वारा 5.7 बिलियन डॉलर के निवेश के बाद कई इक्विटी फर्मों ने मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले समूह में दिलचस्पी दिखाई। मई महीने की शुरुआत में, दो निजी इक्विटी फर्मों- विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और कैलिफोर्निया स्थित सिल्वर लेक पार्टनर्स ने रिलायंस जियो, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की दूरसंचार और डिजिटल इकाई में भारी निवेश किया था। इसके बाद अमेरिका की ही एक अन्य निजी इक्विटी फर्म, जनरल अटलांटिक ने भारी निवेश करने के फैसले की घोषणा की थी। अब जियो में अमेरिका की टेक कंपनी गूगल ने भी 4 बिलियन डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है।
Jio में जिस प्रकार ताबड़तोड़ विदेशी निवेश देखने को मिल रहा है, उससे एक बात तो स्पष्ट होती है कि जियो कोई साधारण कंपनी नहीं है। जियो फेसबुक के साथ मिलकर देश में Jio Mart को लॉन्च करने की तैयारी में है, जिसमें देश के लगभग 3 करोड़ किराना स्टोर जुड़ेंगे। ऐसे में फेसबुक की Whatsapp के साथ मिलकर Jio भारतीय बाज़ार में गेम चेंज कर सकती है।
पिछले वर्ष vibrant गुजरात समिट में बोलते हुए मुकेश अंबानी ने कहा था “Data ही नया Oil है, और Data ही नया wealth है”। उनकी कही बात अब सच होती दिखाई दे रही है। जियो अपने साथ करोड़ों यूजर्स को जोड़ चुकी है जिनका Data Jio के पास सुरक्षित है। इस data का Jio भी जमकर फायदा उठा सकता है, क्योंकि फेसबुक अपने ads target करने के लिए इस data का इस्तेमाल कर सकता है।
वर्ष 2016 में Reliance ने Jio को लॉंच किया था और उसके बाद से ही यह कंपनी तेजी से आगे बढ़ती गयी है। मात्र चार सालों के अंदर ही अमेरिकी विदेश मंत्री तक इस कंपनी का ज़िक्र करने लगे हैं। हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था “जियो उन चुनिन्दा ऑपरेटरों में शामिल है, जिनमें किसी प्रकार की चीनी मिलावट नहीं है, और इसीलिए जियो एक ‘क्लीन टेलिकॉम’ ऑपरेटर है”। मात्र 4 सालों में जी जियो ने देश के बड़े मार्केट शेयर पर कब्जा जमा लिया है। Jio के आने के बाद से ही देश में अन्य टेलिकॉम कंपनियों की हालत खराब है और अब जब Jio 5G को लॉन्च करने जा रही है तो उसके बाद इन कंपनियों की हवा और टाइट हो सकती है।
वर्ष 2017 में ही Jio ने 5G तकनीक पर काम करना शुरू कर दिया था और तब से ही अंबानी बिना किसी चीनी कंपनी की सहायता के ऐसा कर रहे हैं। ये उनकी दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि आज जियो दुनिया की चुनिन्दा चाइना-फ्री टेलिकॉम कंपनियों में से एक है। आज इसी कारण दुनिया में और खासकर लोकतान्त्रिक देशों में जियो का कद इतना बढ़ गया है और Jio के साथ भारत का कद इतना बढ़ गया है।
इसी वर्ष जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत आए थे तो मुकेश अंबानी ने उन्हें बताया था कि उनकी कंपनी में एक भी चीनी पार्टी नहीं है। यह सुनने के बाद ट्रम्प ने मुकेश अंबानी की तारीफ़ करते हुए कहा था “अरे वाह! यह तो बहुत अच्छा है”।
अब अपनी वैश्विक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए जियो 5G का सहारा लेने वाली है। Jio इसके साथ ही भारत के E-commerce मार्केट में भी तहलका मचाने वाली है। यानि Jio जल्द ही भारत के टेलिकॉम सेक्टर की ही नहीं, बल्कि इंटरनेट और ई-कॉमर्स सेक्टर की भी बड़ी दिग्गज कंपनी बनने वाली है।