ये रहा चीन का लेहमैन मूमेंट, जल्द ही ताश के पत्तों की तरह बिखर सकती है चीनी अर्थव्यवस्था

झटके के लिए तैयार रहो! चीनी अर्थव्यवस्था में विस्फोट होने वाला है!

चीन

चीन के लिए मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोरोना के बाद अब चीन “सोना घोटाले” को लेकर खबरों में छाया हुआ है। आने वाले दिनों में चीन के लिए यह संकट और गहरा सकता है। दरअसल, अब चीन में सोना घोटाला सामने आया है जहां एक CCP सदस्य की कंपनी को 16 बिलियन युआन के फर्जीवाड़े में रंगे हाथों पकड़ा गया है। पिछले कुछ सालों में चीन के हुबई प्रांत की सबसे बड़ी प्राइवेट ज्यूलरी कंपनी Kingold ने अपने 83 टन “सोने” को अलग-अलग ऋणदाताओं के पास गिरवी रख करीब 16 बिलियन युआन का कर्ज़ उठाया था। अब जांच होने के बाद यह सामने आया है कि वह 83 टन सोना असल में सोना था ही नहीं, बल्कि वह कॉपर था जिसपर सोने की परत चढ़ाई गयी थी।

यह सोना घोटाला हाल ही के इतिहास का सबसे बड़ा सोना घोटाला बताया जा रहा है, क्योंकि 83 टन सोना चीन के सालाना सोने उत्पादन के 22 प्रतिशत हिस्से के बराबर है। इसके अलावा 83 टन सोना चीन के कुल Gold Reserve के 4 प्रतिशत हिस्से के बराबर है। इस साल फरवरी में चीन के एक बैंक Dongguan Trust ने जैसे ही Kingold के सोने को बेचने की कोशिश की, जांच के बाद पता चला कि वह तो कॉपर है। इस खबर के सामने आने के बाद Kingold के अन्य ऋणदाताओं की भी सिट्टी-पिट्टी गुल हो गयी। जब उन्होंने भी Kingold द्वारा गिरवी रखे सोने की जांच की, तो पता चला कि वे तो कई महीनों से कॉपर का बोझ उठा रहे थे।

बता दें कि वर्ष 2019 में Kingold अपना कर्ज़ चुकाने में असफल साबित हुई थी क्योंकि Kingold ने चीन में housing project में बड़े पैमाने पर पैसा खोया था। चीन में मांग ना होने के बावजूद कई बड़ी ghost cities को तैयार किया जा चुका है। Kingold इमारत बनाती चली गयी और मांग ना होने के कारण कंपनी को कोई खरीददार मिला ही नहीं, जिसके बाद Kingold भी अब बर्बाद होने की कगार पर पहुँच चुकी है। जिस प्रकार वर्ष 2008-09 में अमेरिका के लेहमैन ब्रदर्स की बर्बादी के बाद अमेरिका में वित्तीय संकट खड़ा हो गया था, ठीक उसी प्रकार अब Kingold जैसी कंपनियों के बर्बाद होने के बाद चीन में किसी बड़े वित्तीय संकट आने का खतरा बढ़ गया है।

दरअसल, Kingold जैसी बड़ी कंपनियों ने चीन के shadow Banks से बड़े पैमाने पर कर्ज़ लिया है, और real estate में तबाही आने के बाद ये कंपनियाँ अब इन बैंकों को पैसा नहीं दे पा रही हैं, जिसके कारण बैंकों पर भी बर्बादी के बादल मंडराना शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही इन कंपनियों ने अपने नुकसान को सरकारी इन्शुरेंस कंपनियों से insured करवाया हुआ है। इतने बड़े नुकसान की भरपाई करते-करते चीनी सरकारी इन्शुरेंस कंपनियों का बर्बाद होना भी तय माना जा रहा है।

Kingold कंपनी के मामले में कंपनी के मालिक Jia को इस घोटाले का सबसे बड़ा फायदा मिला, जिसने कॉपर के बदले बैंकों से 16 बिलियन युआन का कर्ज़ उठा लिया। बैंक कॉपर के बदले Jia को लोन पर लोन देते गए। चीनी अर्थव्यवस्था में और अधिक “सोना” आने से चीनी अर्थव्यवस्था को भी बड़ा “फायदा” हुआ। लेकिन अब वह फायदा नुकसान में बदल गया है, क्योंकि जिस “सोने” के आधार पर चीनी अर्थव्यवस्था में उछाल आया होगा, वह सोना तो असल में कॉपर निकला।

हालांकि, ऐसा नहीं है कि चीन में यह अपनी तरह का पहला मामला आया हो। वर्ष 2016 में भी हुनान प्रांत के करीब शांकजी प्रांत में एक ऐसा ही सोना घोटाला सामने आया था, जहां 16 बिलियन युआन के सोने का फर्जीवाड़ा किया गया था जिसमें एक कंपनी ने टंगस्टन की प्लेट्स पर सोने की परत चढ़ाकर उसके बदले लगभग ढाई बिलियन US डॉलर का लोन ले लिया। चीन CCP के राज वाला ऐसा देश हैं जहां जमकर भ्रष्टाचार किया जाता है।

आने वाले समय में चीन की बैंकिंग व्यवस्था के लिए बड़ी परीक्षा का समय हो सकता है। Banks द्वारा बड़े पैमाने पर ऐसी real estate कंपनियों को कर्ज़ दिया गया है, जो कर्ज़ चुकाने में अक्षम है। ऐसे में ये banks अपने पास गिरवी रखी उस संपत्ति को बेचना शुरू करेंगे जो असल में मौजूद ही नहीं है। यहीं से चीन की बर्बादी की कहानी शुरू होगी।

यही कारण है कि आने वाले कुछ दिनों में चीन की अर्थव्यवस्था पूरी तरह ढह सकती है, जिसके झटके दुनियाभर में देखने को मिल सकते हैं।

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