बॉलीवुड में वंशवाद बनाम योग्यता के मुद्दे पर दो दिन पहले अभिनेत्री कंगना रनौत के अर्नब गोस्वामी से साक्षात्कार ने बॉलीवुड के ठेकेदारों की कलई खोलते हुए बॉलीवुड के एलीट वर्ग की धज्जियां उड़ा दी थी। अब ये सामने आया है कि कंगना को बॉलीवुड के इन कथित ठेकेदारों को कोर्ट तक घसीटने के लिए एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने अपनी सेवाएँ देने का निर्णय लिया है, और ये कोई और नहीं, स्वयं वरिष्ठ अधिवक्ता और प्रखर राजनीतिज्ञ सुब्रमण्यम स्वामी हैं।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कंगना के इंटरव्यू के पश्चात एक ट्वीट किया था, “कंगना रनौत की टीम ने ईश्करण से संपर्क साधा है। मैं खुद उनसे मिलने का प्रयास करूंगा और देखुंगा कि कैसे हम कंगना की कानूनी तौर पर सहायता कर सकते हैं, और कब मुंबई पुलिस से बातचीत हो सकती है। मुझे बताया गया कि हिन्दी सिनेमा में शोहरत के मामले में वह टॉप थ्री में आती है, परंतु बहादुरी में वह शीर्ष स्थान प्राप्त कर चुकी हैं”।
Kangana Ranaut's office has contacted Ishkaran. Ishkaran and I will meet soon to discuss how to assist her with her legal rights if and when the meeting with the Mumbai Police takes place. I am told she is among top three in Hindi cinema stardom. But on guts she gets top marks.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 20, 2020
बता दें कि अभी दो दिन पहले रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी के साथ साक्षात्कार में कंगना रनौत ने सुशांत सिंह राजपूत के साथ हुए अन्याय के लिए एक-एक कर सभी लोगों को निशाने पर लिया था, चाहे वह करण जौहर हो या फिर महेश भट्ट।। महेश भट्ट के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए कंगना ने यहाँ तक बताया कि कैसे एक फिल्म को ना करने पर महेश भट्ट उनपर हावी हो गए थे।
कंगना द्वारा दिये साक्षात्कार के अनुसार, “हाँ मैं बहुत आभारी हूँ कि महेश भट्ट ने मुझे बॉलीवुड में लॉंन्च किया, पर इसका मतलब ये नहीं है कि वे मुझे चप्पल मारें या फिर भद्दी भद्दी गालियां दें। मैंने इसलिए उनकी एक फिल्म को ना कहा क्योंकि उसमें एक सुसाइड बॉम्बर का महिमामंडन किया जा रहा था [यहाँ कंगना का इशारा पूजा भट्ट द्वारा निर्देशित फिल्म ‘धोखा’ की ओर था]। इसके लिए वो मुझे चप्पलों से मारने वाले थे, कि तभी उनकी बेटी ने किसी तरह उन्हें रोक लिया”।
पर यही एक कारण नहीं है जिसके कारण सुब्रमण्यम स्वामी कंगना का साथ देने को तैयार हुए हैं। सुब्रमण्यम स्वामी स्वयं सुशांत सिंह राजपूत के मामले में अच्छी ख़ासी दिलचस्पी रख रहे हैं और वे खान तिकड़ी के मौन पर निशाना साधने से भी पीछे नहीं हटे हैं। कुछ ही दिनों पहले स्वामी ने ट्वीट किया था, “बॉलीवुड के तीन ‘बाहुबली’ सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान सुशांत सिंह राजपूत के कथित सुसाइड मामले पर चुप क्यों हैं?”
परंतु सुब्रमण्यम स्वामी वहीं पर नहीं रुके। उन्होंने आगे ट्वीट किया, “तीनों खान बाहुबलियों की भारत और विदेशों, खासकर दुबई में मौजूद संपत्ति की जांच की जानी चाहिए। किसने उन्हें बंगले गिफ्ट किए? कैसे उन्होंने यह संपत्ति खरीदी? ईडी की एसआईटी, आईटी और सीबीआई द्वारा इसकी जांच होनी चाहिए। क्या वे कानून से ऊपर हैं?”
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक यूजर के ट्वीट के जवाब में ये भी बताया कि वे स्वयं अपने शिष्य, ईश्करण सिंह भण्डारी से इस बात पर विचार विर्मश कर रहे हैं कि कैसे वे सुशांत सिंह राजपूत के मामले में कानूनी रास्ता अपना सकते हैं। स्वामी के ट्वीट के अनुसार, “मैंने अपने वकील, इश्करण सिंह भण्डारी से कहा है कि वे इस केस की हर पहलू से जांच कराये, और ये देखें कि इसमें सीबीआई जांच की कोई गुंजाइश है”।
यदि किसी ने भी इतिहास के पन्नों को पलटकर देखा हो, तो उसे भली भांति पता होगा कि सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा किसी भी मामले को कोर्ट तक ले जाने का अर्थ क्या होगा। इस समय कंगना रनौत आर पार की लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार लग रही हैं, और उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत पर अपने दावे न सिद्ध कर पाने की स्थिति में अपना पद्म श्री तक लौटाने का वादा किया है। अब उन्हे सुब्रह्मण्यम स्वामी जैसे व्यक्ति का साथ मिला है, जिनके नाम मात्र से विपक्षी भी थर थर काँपने लगते हैं। अब देखते हैं बॉलीवुड के ठेकेदारों को कौन सी ताकत बचा पाती है।