“ट्रम्प का हारना दुनिया के लिए अच्छा है”, चीनी मीडिया ट्रम्प के खिलाफ उतरी, अब ट्रम्प की जीत पक्की

चीन द्वारा बाइडन का गुणगान दोनों को बहुत महंगा पड़ने वाला है

ट्रम्प

अमेरिका में नवंबर महीने में होने वाला चुनाव बेशक राष्ट्रपति ट्रम्प और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन के बीच हो, लेकिन इन चुनावों की सबसे ज़्यादा चिंता अगर किसी को है, तो वह चीन ही है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और मीडिया अब खुलकर ट्रम्प विरोधी बाइडन के पक्ष में उतर गए हैं। Global Times ने हाल ही में बाइडन के पक्ष में एक लंबा-चौड़ा लेख लिखते हुए बताया कि कैसे बाइडन का चुनाव जीतना दुनिया के पक्ष में होगा और कैसे ट्रम्प से पूरी दुनिया नफरत करती है। Global Times के इस लेख ने फिर स्पष्ट कर दिया है कि चीन किस हद तक ट्रम्प से नफरत करता है और कैसे वह अपनी इकॉनमी बचाने के लिए बाइडन को चुनाव जीतते हुए देखना चाहता है। हालांकि, चीनी मीडिया की यह कोशिश बाइडन की चुनावों में जीत की गुंजाइश को ही खत्म करने का काम कर सकती है।

 

हाल ही में Global Times ने एक ट्वीट में लिखा “बाइडन के साथ deal करना आसान होगा, दुनिया के साथ-साथ चीन भी मानता है कि डोनाल्ड ट्रम्प के साथ वार्ता करता बेहद पेचीदा होता है। बाइडन के चुनाव जीतने के बाद अमेरिका की नीति अधिक भविष्यवचनीय होगी।” इसके साथ ही एक लेख में Global Times ने लिखा “बाइडन चीन से निपटने में बिलकुल ही अलग रणनीति अपनाएँगे, जैसे वे Trans-Pacific partnership यानि TPP की वार्ता को बहाल कर सकते हैं। जब तक अमेरिका बहुसाम्यवाद को नहीं अपनाता, तब तक दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ विकास नहीं कर सकती हैं। तभी हम अच्छे से सहयोग कर पाएंगे।’’ रोचक बात यह है कि Global Times democrats के कंधे पर बंदूक रखके ही ट्रम्प को निशाना बना रहा है। GT ने लिखा “खुद democrats इस बात को मानते हैं कि अमेरिका ने चीन के खिलाफ छेड़ी ट्रेड वॉर के कारण अपनी अर्थव्यवस्था को ही कमजोर किया है।’’

हालांकि, चीन के इस बाइडन-प्रेम के लिए चीन को कोसना सही रहेगा? बिलकुल नहीं! चीन, किसी भी अन्य देश के लिए उसी उम्मीदवार का समर्थन करेगा जो उसे सूट करता हो। असल में बाइडन ने जिस प्रकार पिछले कुछ दिनों में चीन का गुण गाया है और चीन से “बुरे तरीके से बर्ताव करने के लिए” ट्रम्प सरकार का विरोध किया है, उसने चीन को बाइडन का सबसे बड़ा प्रशंसक बना दिया है। उदाहरण के लिए हाल ही के फैसले में Joe Biden ने यह ऐलान किया था कि वे सत्ता में आने के बाद ट्रम्प द्वारा चीनी सामान पर लगाए गए tariffs को खत्म कर देंगे और चीन के साथ कोई trade war नहीं करेंगे। Biden ने यह बयान अमेरिकी पत्रकार लूलू गार्सिया को दिये एक interview में दिया था। Biden ने ट्रम्प पर यह आरोप भी लगाया था कि उनके trade war की वजह से उत्पादन क्षेत्र मंदी का शिकार हो गया और कृषि क्षेत्र को भी अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है।

इससे एक बात तो स्पष्ट है कि अगर Biden सत्ता में आते हैं, तो वे ट्रम्प की तरह शी जिनपिंग पर दबाव नहीं बनाएँगे बल्कि वे चीन को oxygen देने का काम करेंगे। यही एक बड़ा फर्क है ट्रम्प और Biden के बीच में! ऐसा लगता है मानो Biden एक अलग ही दुनिया में जी रहे हैं, जहां उन्हें चीन के खतरे का कोई अहसास ही नहीं है। ट्रम्प एक बिजनेसमैन है और वे जानते हैं कि व्यापार में कैसे सामने वाले की बाज़ू मरोड़ी जाती है और खासकर तब जब अमेरिका ऐसा करने की स्थिति में है। ट्रम्प जो खेल खेल रहे हैं, वे उसके माहिर खिलाड़ी हैं, जबकि Biden बाहर से आए किसी मासूम और अबोध बालक की तरह व्यवहार कर रहे हैं। ट्रम्प चीनी व्यापार पर प्रतिबंध की बात कर रहे हैं, वे चीनी टेक empire को बर्बाद कर उसपर कब्जा करने की बात कर रहे हैं, वे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को चाइना-फ्री करने की बात कर रहे हैं और फिर नींद से जागकर आते हैं Joe Biden, जो बोलते हैं कि वे चीनी सामान से tax हटा देंगे। ऐसे में अमेरिकी वोटर्स पर उनके इस रुख का क्या प्रभाव पड़ेगा, उसकी आप कल्पना ही कर सकते हैं।

Biden बीजिंग के खिलाफ एक संतुलित व्यवहार रखना चाहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शायद रूस उनका सबसे बड़ा दुश्मन है। अमेरिकी नागरिकों को चीन से नफरत है और वे अपने राष्ट्रपति को चीन से नफरत करते देखना चाहते हैं। चीन से नफरत करने में ट्रम्प का कोई मुक़ाबला नहीं है। Biden तो इस लड़ाई में कहीं नहीं ठहरते। अगर Biden को लगता है कि अमेरिकी वोटर्स चीन पर उनके नर्म व्यवहार के बावजूद उनका समर्थन करेंगे, तो यह उनकी बहुत बड़ी भूल साबित होगी। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि Global Times द्वारा बाइडन का गुणगान करने से ट्रम्प की जीत अब लगभग पक्की हो ही गयी है।

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