सिडनी में भारत विरोधी वीडियो बनाना खालिस्तानी को पड़ा भारी, हरियाणवी प्रवासियों ने जमकर कूटा

हरियाणवी पहलवान के आगे चित हुआ खालिस्तान

खालिस्तानी

सिडनी के हैरिस पार्क में शुक्रवार को एक घमासान युद्ध जैसी स्थिति हो गई। दरअसल, एक खालिस्तानी समर्थक ने टिक टॉक पर भारत विरोधी वीडियो बनानी शुरू की। इसपर जब भारत के हरियाणवी प्रवासियों ने आपत्ति जताई, तो खालिस्तानी गुंडों ने हमला बोल दिया। कई घंटों तक चली हिंसक झड़प में दोनों पक्ष के लोग घायल हुए लेकिन हरियाणवियों ने खालिस्तानियों की जमकर धुनाई कर दी।

इस हिंसा का प्रमुख कारण था जस्सी नाम का एक खालिस्तानी समर्थक युवक जिसने टिक टॉक पर खालिस्तान के समर्थन और भारत के विरोध में बातें बोलना शुरू कर दीं। इस पर हरियाणवी प्रवासियों ने जमकर विरोध किया। झड़प से पहले जैसे ही खालिस्तानी गुंडों ने खालिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने शुरू किये, हरियाणवी लड़कों ने भड़ककर खालिस्तानी गुंडों पर धावा बोल दिया। इस लड़ाई में दोनों पक्षों को काफी चोटें आई, जिसमें भड़काऊ वीडियो बनाने वाले जस्सी को सबसे अधिक कूटा गया। उसने बाद में हरियाणवी लड़कों को देख लेने की धमकी भी दी। लेकिन इस धमकी के बदले में उसे और अधिक कूटा गया

हालांकि अभी ये लड़ाई खत्म नहीं हुई है, क्योंकि सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों में वीडियो युद्ध जारी है। बहरहाल, खालिस्तानी गुंडों की इस बेहूदा हरकत के लिए पंजाबी समुदाय से उन्हें कोई समर्थन नहीं मिला। पंजाबी गायक कमल चौधरी ने पूरी कहानी अपने फ़ेसबुक पोस्ट के जरिये कहा, जो हैरिस पार्क में हुआ, वह निस्संदेह काफी दुखदाई है। जो जस्सी ने किया, वो काफी शर्मनाक है, और इसके कारण पूरी कौम (समुदाय) को बेइज्जती का सामना करना पड़ता है!”

कमल ने आगे लिखा, “हम सभी भारतीय पासपोर्ट पर यहाँ काम करने आए हैं। कोई यहाँ मेहनत से अपना नाम कमाना चाहता है, तो कोई यहाँ के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज में पढाई करने आता है। यदि हम ऐसे अलगाववादी विचारों से अपने आप को मुक्त नहीं रख पाते हैं, तो ये काफी शर्मनाक है।”

9 न्यूज़ के अनुसार पंजाबी और हरियाणवी समुदाय के नेताओं ने स्थिति को संभालने के स्वयं मोर्चा संभाला है। एक व्यक्ति अमर सिंह का कहना है, ये हिंसा हमारे समुदायों का प्रतीक नहीं हो सकता। फिलहाल सिडनी पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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