कमला हैरिस के पति के अलावा जो बाइडेन के बेटे भी हैं CCP के करीबी, US में ये चल क्या रहा है?

सत्ता में आने के बाद ये दोनों देश बचाएंगे या अपना परिवार?

बाइडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडेन पर एक नई गाज गिरी है और उनके बेटे पर चीन से संबंध होने के साथ ही व्यापारिक लेन-देन होने के आरोप लगे हैं। उनके प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पहले ही बाइडेन पर चीन के साथ मिले होने का आरोप लगा चुके हैं। इस रिपोर्ट के बाद ट्रंप उन पर और अधिक आक्रमक हो गए हैं। लेकिन अमेरिकी सीनेट की रिपोर्ट ने जो बाइडेन की मुसीबतों में दोगुना इजाफा कर दिया है और वो चारों तरफ से सवालों के घेरे में हैं।

सीनेट में फंसे बाइडेन

दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के बेटे को लेकर सीनेट रिपब्लिकन्स की तरफ से एक रिपोर्ट पेश की गई है जिसमें दावा किया गया है कि जो बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहते हुए उनके बेटे हंटर बाइडेन ने कई विदेशी नागरिकों के साथ व्यापार से जुड़े अनुबंध किए थे। गौरतलब है कि हंटर बाइडेन और डेवॉन आर्चर ने चीनी व्यापारियों और नागरिकों से काफी लेन-देन किया है। वे सभी ऐसे लोग हैं जिनके चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से गहरे संबंध हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक चीनी बिजनेसमैन्स में CEFC के फाउंडर और इसकी सहायक कंपनी (CE Fund) के चेयरमैन यी जियानमिंग ओर उनके सहयोगी गोंगवेन डोंग शामिल हैं जो लेन देन का पूरा काम देखते हैं। रिपोर्ट में बताया गया, ‘यी के कम्युनिस्ट पार्टी के साथ व्यापाक संबंध थे, यही नहीं यी के पहले चाइनीज आर्मी पीएलए के साथ भी गहरे संबंध थे। कमेटी को मिली जानकारी के मुताबिक आई इस रिपोर्ट में दावा है कि जो बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहते उनके भाई जेम्स बाइडेन के भी यी समेत चीनी कॉरपोरेट्स के साथ संबंध थे।

वहीं रिपोर्ट में ये भी‌ बताया गया है कि हंटर बाइडेन और आर्चर ने सन 2009 में अपनी बिजनेस डील चीनी नागरिक के साथ शुरू की थी। साथ ही खुलासा हुआ है कि कैसे पिता उपराष्ट्रपति जो बाइडेन के चीन दौरे के बाद उन्हें व्यापारिक लाइसेंस की स्वीकृति मिली। हंटर बाइडेन और उनके परिवार का नाम गोंगवेन डों नाम के चाइनीज़ व्यापारी के साथ भी जुड़ा है। वहीं एक मामले को लेकर पता चला है कि हंटर और गोंगवेन ने 1लाख डॉलर्स के खर्च के लिए साझा बैंक अकाउंट खोला था। गोंगवेन की कंपनियों से कुछ वर्षों तक बाइडेन को लाखों डॉलर्स मिलने की बात कही गई थी। इस खर्च में सारा और जेम्स बाइडेन भी शामिल थे।

अमेरिकी सीनेट की रिपोर्ट के बाद अब जो बाइडेन समेत उनके पूरे परिवार को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं कि हंटर ने आखिर लाखों डॉलर्स का लेन-देन चीनी व्यापारियों के साथ क्यों किया ? इसको लेकर अब तक हंटर बाइडेन और जो बाइडेन की तरफ से कोई सफाई नहीं आई है। कुछ वक्त पहले ही डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस के पति को लेकर खुलासा हुआ था कि उनकी कंपनी के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के साथ संबंध हैं। जिसके बाद अब बाइडेन पर लगे आरोप डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए एक और झटका ही हैं।

गौरतलब है कि चीन के लिए बाइडेन अनजान नहीं हैं। सन 2001 में बाइडेन ने सीनेटर के तौर पर WTO में चीन की एंट्री का पुरजोर समर्थन किया था। शी जिनपिंग उनसे कई बार मिल भी चुके हैं। जिस कारण चीन उन्हें अपना एक अच्छा दोस्त बताता है। चीन कई मौकों पर उनकी तारीफ कर चुका है हालांकि चीन का एक पक्ष बाइडेन क़ो ट्रंप से ज्यादा खतरनाक भी मानता है।

चीन द्वारा जो बाइडेन को अपना दोस्त कहना ट्रंप को बेहद पसंद आता है। चीन विरोधी एजेंडे के तहत डॉनल्ड ट्रंप बाइडेन पर चीन समर्थक होने का आरोप लगाते रहे हैं। इस मामले के बाद ट्रंप को जो बाइडेन पर हमला बोलने का एक और मौका मिला है। हाल ही में डॉनल्ड ट्रंप ने बयान दिया था कि अगर इन राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडेन की जीत हुई तो ये चीन की जीत होगी। ऐसे में बाइडेन के बेटे के चीन संबंधों पर खुलासे ने ट्रंप को एक और चीन विरोधी बेहतरीन मुद्दा दे दिया सहै जिसके जाल में बाइडेन और बुरी तरह फंस गए हैं।

 

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