अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे – PUBG ने भारतीय मार्केट में बने रहने के लिए चीन से तोड़े सभी संबंध

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आर्थिक मोर्चे पर बीजिंग को अलग-थलग करने की भारत की योजना रंग ला रही है। अब भारत में वापसी के लिए ये कंपनी चीन से हर कनेक्शन खत्म करने वाला है। कोरिया का PUBG Corporation ने भारत में PUBG Mobile के संचालन की पूरी जिम्‍मेदारी चीन की Tencent Games से लेने का ऐलान किया है। भारत द्वारा चीन से कनेक्शन के बाद PUBG बैन किये जाने से PUBG Mobile को काफी नुकसान हुआ है जिसके बाद ही इस कंपनी ने ये फैसला लिया है।

IANS की रिपोर्ट के अनुसार, पबजी कॉर्पोरेशन ने मंगलवार को कहा कि कंपनी ने भारत में अपने कारोबार के लिए चीन स्थित कंपनी टेनसेंट से अपनी मोबाइल फ्रेंचाइजी को अधिकृत नहीं करने का फैसला लिया है, इससे बैन के हटाए जाने की संभावना हो सकती है। भारत में इस लोकप्रिय गेम को टेनसेंट होल्डिंग्स द्वारा वितरित किया जाता था। कंपनी ने अपने एक बयान में कहा, ‘अपने इस हालिया विकास के मद्देनजर PUBG कॉर्पोरेशन ने फैसला लिया है कि भारत में अपने मोबाइल फ्रेंचाइजी को अब टेनसेंट गेम्स से और अधिकृत नहीं किया जाएगा’।

बयान में आगे कहा गया कि कंपनी निकट भविष्य में भारत के लिए पबजी गेम की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेकर प्रशंसकों को एक नया अनुभव प्रदान करेगी और इस दिशा में आगे बढ़ते हुए कंपनी नए-नए तरीकों पर काम कर रही है। भारत में पबजी मोबाइल के लिए सभी तरह के पब्लिशिंग राइट्स पर स्वामित्व पबजी कॉर्पोरेशन के पास होगी, जो एक दक्षिणी कोरियाई गेमिंग कंपनी है।

गौरतलब है कि  प्रतिबंध लागू होने से पहले, PUBG का ये पता चल गया था कि भारत में उसकी गर्दन पर तलवार लटक रही थी। अब इस कंपनी ने बैन के बाद भारत के बाजार में बने रहने के लिए अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में संशोधन किया है।

PUBG को चीनी कंपनी Tencent ने बनाया था। Sportskeeda के अनुसार वर्ष 2018 में इस चीनी कंपनी ने PUBG का विकास करने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी Bluehole, जिसे आज Krafton के नाम से जाना जाता है, उसके 10 प्रतिशत शेयर्स को खरीद लिया था। इसी के बाद वर्ष 2018 में PUBG का मोबाइल वर्ज़न बनाया गया था, जिसे पूर्णतः Tencent द्वारा develop किया गया था। अब भारत में बने रहने के लिए PUBG ने Tencent से ही नाता तोड़ने का फैसला किया है।

भारत सरकार ने जिस प्रकार चुन-चुन कर चीनी निवेश वाली Apps को प्रतिबंधित किया है, उससे दुनियाभर की Gaming Industry में बड़ा संकेत जाएगा। अब अगर किसी को भी भारत के 135 करोड़ के मार्केट में अपनी जगह बनानी है, तो उसे चीनी निवेश से दूर ही रहना होगा। अगर पहले ही PubG ने mobile वर्ज़न चीनी कंपनी Tencent के जरिये ना बनाकर खुद बनाया होता और उसे भारत में Distribute किया होता, तो आज Pubg पर Ban की नौबत ही ना आती। स्पष्ट है कि Gaming Industry से चीनी निवेशकों का पत्ता साफ होना शुरू हो गया है, क्योंकि कोई भी game developer नहीं चाहेगा कि चीनी निवेश की वजह से वह भारत जैसे विशाल बाज़ार को अपने हाथों से जाने दे। PUBG इसी का ताजा उदाहरण है।

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