सिख की पगड़ी ही उसकी शान है- ममता ने अब अपने राजनीतिक करियर के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है

ममता ने एक सिख का अपमान कर बहुत बड़ी गलती कर दी है

ममता

पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं जिसके चलते एक बार फिर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गईं हैं। सरकार के खिलाफ विपक्ष के प्रदर्शनों का गला घोंटने में ममता सरकार सारी मर्यादाएं तोड़ चुकी है। ताजा मामला पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा एक सिख सुरक्षाकर्मी से बदसलूकी का है जिसकी पगड़ी उछालते हुए बाल खींचकर अपमानित किया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सिख समुदाय के विरोध के बावजूद ममता सरकार ने पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। ममता सरकार का ये रवैया दिखाता है कि उन्हें एक विशेष समुदाय के अलावा और किसी का हित नहीं दिखता है।

दरअसल, 8 अक्टूबर को भाजपा के विऱोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी बलविंदर सिंह के पास से पुलिस ने एक फुल लोडेड बंदूक जब्त की। इस दौरान बंगाल पुलिस ने बलविंदर सिंह के साथ अभद्रता की सारी हदों को पार कर दिया। पुलिस ने पहले इस सिख व्यक्ति की पगड़ी (जिसे सिख समुदाय के शान कहा जाता है) को जमीन पर फेंक दिया, फिर उसको बाल खींच कर अपमानित किया। ये दृश्य बेहद क्रूरता पूर्ण करार दिया गया।

सिख समुदाय ने इस रवैए को लेकर अपना विऱोध दर्ज कराया है। इस मामले में दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने ममता सरकार से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस दौरान कहा, “बलविंदर सिंह पर बर्बर हमले और पगड़ी की बेअदबी से पूरी दुनिया में सिख समुदाय में रोष है। मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अनुरोध करता हूं कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए, नहीं तो हम प्रदर्शन से लेकर कोर्ट तक हर कदम उठाएंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से लेकर क्रिकेटर हरभजन सिंह औऱ अकाली दल के नेता सुखबीर बादल तक,सभी बंगाल पुलिस के इस रवैये के खिलाफ ममता सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं लेकिन ममता सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। इस मामले में हरभजन ने कहा, ममता बनर्जी इस मामले में कार्रवाई करें”। वहीं, इस घटना को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शर्मनाक बताया है और कार्रवाई की मांग की है।

इस पूरे मामले को लेकर बंगाल में भी सिख समुदाय बहुत नाराज है जिसके चलते अब वो बंगाल में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में सिखों ने ममता सरकार की खूब आलोचना करते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगाए हैं। उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी को यह बताना चाहिए कि क्यों आपकी पुलिस ने एक सिख की पगड़ी खींची। आप वजह बताएं या मुख्यमंत्री की कुर्सी छोडे़ं। हमारे समुदाय के सदस्य के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार किया गया, वह बेहद निंदनीय है। हम उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं, जिन्होंने यह काम किया है। हम अपने समुदाय के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं और हमारा किसी दल से संबंध नहीं है।

सिख समुदाय के प्रदर्शनकारियों का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगना इस बात को प्रमाणित करता है कि इस मसले पर वो ममता सरकार से कितने नाराज हैं। सिख समुदाय द्वारा प्रदर्शन की ये खबरें पूरे बंगाल के अलग-अलग इलाकों से आई हैं। दूसरी ओर इस मामले में पुलिस अपने इस कुकृत्य पर भी खुद को सही बता रही है। बंगाल पुलिस ने ट्विटर पर अपनी सफाई में कहा, “संबंधित व्यक्ति के पास प्रदर्शन के दौरान पिस्तौल थी। झड़प के दौरान उसकी पगड़ी अपने आप गिर गई थी। ऐसी कभी हमारी मंशा नहीं रही कि किसी भी समुदाय को ठेस पहुंचाया जाए।”

पश्चिम बंगाल सरकार इस मामले में पूरी तरह से अपनी पुलिस का बचाव कर रही है। पगड़ी को सिख धर्म का सम्मान माना जाता है। उसके साथ भी बदसलूकी को लेकर बंगाल सरकार का कार्रवाई न करना इस बात का प्रमाण है कि बंगाल सरकार इस मामले में कितनी ज्यादा असंवेदनशील है। गौरतलब है कि बंगाल में इस घटना के बाद ममता के खिलाफ सिख चुनावों में भी गुस्सा दिखा सकते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि इस बात से ममता को कोई फर्क नहीं है।

बंगाल के इस बवाल पर ममता सरकार के गृह मंत्रालय की जो सफाई आई है वो भी लीपापाती वाली ही है। सरकार ने बयान दिया,  एक हालिया घटना जब एक अनधिकृत प्रदर्शन के बीच एक व्यक्ति को अवैध हथियार के साथ पकड़ा गया, उस घटना को अब सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। पुलिस ने कानून के साथ काम किया।” 

पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर आरोप लगते हैं कि उसका रवैया केवल एक धर्म के तुष्टीकरण का ही है अन्य किसी धर्म के साथ क्या होता है इस बात से बंगाल सरकार को फर्क नहीं पड़ता है। ऐसे वक्त में सिख शख्स के साथ ये बदसलूकी और उस पर लीपापोती अन्य धर्मं के लिए भी एक संदेश है कि जो आज उनके साथ हुआ है वो किसी और के साथ भी हो सकता है क्योंकि ममता सरकार की नीति ही यही है।

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