चीन को अपनी ताकत का अहसास हो चुका है, अब वह भारत से मुक़ाबले के लिए गोली नहीं वीडियो चलाएगा

जो जिस काम में अच्छा है, उसे वही करना चाहिए और इसमें चीन बेहतरीन है

चीन

चीन प्रॉपेगैंडा फैलाने में माहिर है जो कि अपने नागरिकों को सच बताने से भी परहेज करता है। भारत के साथ लंबे विवाद में उसके सैनिकों के पसीने छूट गए हैं औऱ अब उनके पास पीछे हटने के सिवाय कोई चारा भी नहीं है। इन मजबूरियों के चलते चीन पर अब वीडियो और ऑडियो निकाल कर अपनी जनता को सेना के शौर्य का फर्जी दिलासा दे रहा है, जिससे जनता में भारत के प्रति खौफ न बढ़े और वैश्विक स्तर पर भद्द पिटने के बावजूद झूठी शान तनिक भी कम न हो।

गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच लगभन पिछले 5 महीनों से विवाद जारी है। दोनों आपस में लगातार बातचीत भी कर रहे हैं जिससे इस तनाव को कम किया जा सके। एक तरफ जहां भारतीय सेना लगातार अपनी तैयारियों को दुरुस्त कर रही है तो वहीं चीनी पीएलए और सरकार प्रॉपेगैंडा की हदों को पार कर वीडियो रिलीज कर रहा है जिससे चीनी नागरिकों में सेना के प्रति भरोसा बना रहे, औऱ वो भारत को बेबुनियाद गीदड़भभकियां दे सकें।

दरअसल, चीनी पीएलए ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक वीडियो रिलीज किया है जिसमें चीनी सैनिक हाथ में चीनी झंडा लिए हुए देखे जा रहे हैं साथ ही वो बोल रहे हैं, मैं यहां देश की सीमा औऱ नागरिकों की सुरक्षा के लिए मौजूद हूं। जब तक मैं यहां हूं तब तक किसी को डरने या चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। चीन के सैनिक इस वीडियो में तिब्बत के पश्चिमी क्षेत्र में नजर आ रहे हैं जो कि स्वायत्त क्षेत्र भी माना जाता है।

इस वीडियो के अनुसार चीन की इस छोटी सैन्य टुकड़ी ने समुद्र तल से 17 हजार फुट की ऊंचाई पर 100 किलोमीटर की  पेट्रोलिंग की है जिसके बाद वो बेहद जोश में नजर आ रहे हैं। इन वीडियोज में ये भी दिख रहा है कि ये सैनिक भारत के साथ विवादित क्षेत्र के आस-पास ही अपनी सारी पेट्रोलिंग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि भारत-चीन के बीच ये विवाद लंबे वक्त से जारी है। भारत जहां इस पूरे मामले पर अपनी ठोस तैयारियों में काम कर रहा है और इसको लेकर सतर्कता से कदम उठा रहा है तो दूसरी ओर चीन इस मामले पर केवल अपना प्रॉपेगैंडा चला रहा है क्योंकि भारत को वैश्विक स्तर पर सभी बड़े देशों को समर्थन मिल रहा है और चीन को हर जगह से लताड़ा जा रहा है। चीन अपनी इसी नीति पर चलते हुए विश्व के सभी देशों को गीदड़भभकी देता रहता है जिससे उसकी छवि ही एक प्रॉपेगैंडा करने वाले देश की बन गई है और इसके चलते ही अब कोई उसे ज्यादा तवज्जो नहीं देता है।

भारत चीन सीमा पर लगातार अपना बुनियादी ढांचा मजबूत कर रहा है। हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में अटल टनल का लोकार्पण किया है जिसे आम जनजीवन से लेकर रक्षा की दृष्टि से भी काफी अहम माना जा रहा है, लेकिन चीनी ग्लोबल टाइम्स वहां भी अपनी गीदड़भभकियां देने से बाज नहीं आ रहा है और वो युद्ध के समय अटल टनल को आसानी से ध्वस्त करने की बात कर रहा है जो दिखाता है कि असल में वो इस टनल से कितने खौफ में है।

चीन की यही फितरत है कि जब वो कहीं भी हारने लगता है तो अपना सोशल मीडिया प्रॉपेगैंडा चलाने लगता है क्योकि वो जानता है कि युद्ध क्षेत्र में वो भारतीय सेना की तैयारियों से नहीं निपट सकेगा और वैश्विक स्तर पर अपनी बेइज्जती करा लेगा।

Exit mobile version