अश्लील सामाग्री, fake news और piracy का केंद्र बन Telegram के खिलाफ अब सरकार को एक्शन लेना चाहिए

सरकार को अब इसपर संज्ञान लेने की आवश्यकता है!

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि देश में बढ़ते digitalization के कारण Fake News फैलने की रफ़्तार भी कई गुना बढ़ गयी है। Fake News और अन्य आपत्तिजनक सामाग्री के लिए Whatsapp, Facebook और Twitter जैसे  Social Media platforms अक्सर सरकार के रडार पर आते रहते हैं, लेकिन ऐसा ही एक और पोपुलर प्लैटफ़ार्म है जो आजकल अवैध गतिविधियों, अश्लील सामाग्री, fake news और piracy का केंद्र बनता जा रहा है, और उस प्लैटफ़ार्म का नाम है Telegram! इससे भी बड़े खतरे की बात यह है कि अब तक देश में लोग या सरकार इस app के खतरे को लेकर सावधान नहीं हुए हैं।

उदाहरण के लिए telegram पर आजकल deepfake bots की बाढ़ आई हुई है जो गोपनीय तरीके से telegram पर ऑपरेट करते हैं और तकनीक के माध्यम से किसी महिला के चेहरे के इस्तेमाल से ही उनकी nude photos जनरेट करने का काम करते हैं। Security firm Sensity के एक शोध में यह खुलासा हुआ है, जिसने इस deepfake technology से संबन्धित विस्तृत रिपोर्ट पब्लिश की है। इस शोध में यह भी बताया गया है कि deepfake bots से जुड़े telegram channels रूस और उसके आसपास के देशों में एक्टिव हैं। शिकायतों के बाद Telegram ने ऐसे channels और इस deepfake तकनीक को अपने platform से हटाने के लिए कई कदम भी उठाए हैं, लेकिन वे अब तक नाकाफ़ी ही साबित हुए हैं।

इसी प्रकार Qz की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में भारत में लोकसभा चुनावों से पहले भी अलग-अलग पार्टियों द्वारा इस platform के इस्तेमाल से जमकर fake news फैलाई गयी थी। राजनीतिक एजेंडे के तहत fake news फैलाने के खिलाफ जब सरकार Whatsapp और Facebook पर कार्रवाई करने की बात कर रही थी, तब telegram पर ये सब धड़ल्ले से किया जा रहा था। उदाहरण के लिए चुनावों से पहले ही Indian Muslim Family नामक एक public telegram channel पर fake news के आधार पर हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट की जा रही थी, जिसमें हिंदुओं को “दुश्मन” करार दिया गया था।

Whatsapp और Facebook जैसे platforms की बजाय Telegram पर fake news फैलाना बेहद आसान है। ऐसा इसलिए क्योंकि whatsapp की तरह ही इस app के बेहद advanced privacy features हैं। इसके साथ ही इस एप पर public channel बनाकर उसमें करीब 2 लाख सदस्य शामिल करके एक क्लिक के माध्यम से उन तक जानकारी पहुंचाई जा सकती है। whatsapp पर एक group में सदस्यों को जोड़ने की सीमा मात्र 256 सदस्य हैं। Telegram के दुनियाभर में करीब 40 करोड़ यूजर्स हैं, और अब भारत में भी यह app तेजी से जगह बनाती जा रही है। ऐसे में Telegram पर काबू पाना भारत सरकार के लिए बड़ी ज़िम्मेदारी है।

सिर्फ इतना ही नहीं, Telegram एक और अवैध गतिविधि के लिए खबरों में बनी हुई है और वह है Web series और फिल्मों की piracy! उदाहरण के लिए हाल ही में रिलीज़ हुई Mirzapur 2 को ही ले लीजिये! Mirzapur 2 के जारी होते ही इस सिरीज़ के HD क्वालिटी episodes के लिंक telegram पर शेयर किए जाने लगे। पहले Torrent sites के माध्यम से Web series और फिल्मों की piracy की जाती है, और उसके बाद अवैध तरीके से इनके links को telegram के माध्यम से ही शेयर किया जाता है। ऐसे में Telegram अप्रत्यक्ष तरीके से देश में Online games और Web series की piracy को बढ़ावा देता है।

Pornography, fake news और piracy के लिए समाज में कोई जगह नहीं हो सकती और ऐसे में Telegram को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके platform के इस्तेमाल से इन सब अवैध गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ Telegram के भविष्य के लिए भी यही अच्छा रहेगा!

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