दलित नेता शक्ति मल्लिक की हत्या बिहार चुनाव में RJD की लालटेन तेज़ी से बुझा सकती है

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हाल ही में बिहार में एक सनसनीखेज घटना मे RJD के एक दलित नेता शक्ति मल्लिक की कुछ अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार रविवार को पूर्णिया के मुर्गी फॉर्म रोड स्थित शक्ति मल्लिक के घर में घुसकर अज्ञात अपराधियों ने मल्लिक की गोली मारकर हत्या कर दी।

इस मामले में मृतक की पत्नी खुशबू देवी के लिखित बयान के आधार पर खजांची हाट थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई जिसमें RJD नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव,, कालू पासवान, अनिल साह, सुनीती देवी, मनोज पासवान को नामजद आरोपी बनाया गया है। आईएएनएस की रिपोर्ट पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि इस मामले की प्राथमिकी खजांची हाट थाना में दर्ज कर ली गई है तथा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

परंतु ऐसा क्या हुआ कि शक्ति मल्लिक की हत्या हुई, जिसके पीछे RJD हाइकमान के पसीने छूट रहे हैं? दरअसल कुछ दिनों पहले एक सनसनीखेज खुलासे में शक्ति ने ये आरोप लगाया कि RJD सीटों की उम्मीदवारी के लिए रिश्वतख़ोरी में कथित तौर पर लिप्त है। शक्ति ने प्रत्यक्ष तौर पर तेजस्वी यादव पर 50 लाख रुपये के एवज में रानीगंज सीट से टिकट देने का आरोप लगाया। उनके एक महीने पहले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने इन आरोपों के साथ साथ खुद की हत्या की आशंका जताई है। वीडियो में कहा गया है कि अगर उनकी हत्या होती है, तो उसके लिए तेजस्वी यादव और अनिल साधु जिम्मेदार होंगे।

इसी विषय पर सत्ताधारी जेडीयू ने ट्वीट किया, “दलित की बेटी के नाम पर प्रपंच करने वालों की संवेदना कब की मर चुकी है। आज एक दलित युवा, शक्ति जी की हत्या हुई। कुछ दिन पहले ही उन्होंने तेजस्वी पर टिकट के लिए 50 लाख रुपये मांगने का इल्जाम लगाया था,जान पर खतरा भी बताया था। RJD के युवराज को जवाब देना पड़ेगा” –

अब शक्ति मल्लिक की हत्या के पीछे कौन है, ये तो जांच पड़ताल के बाद ही पता चलेगा, लेकिन ऐसे समय में इस घटना का व्यापक असर चुनाव पर भी पड़ेगा, जो आरजेडी के लिए शायद शुभ संकेत नहीं है।

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