बाइडन की जीत BREXIT के बाद वाले UK के लिए अच्छी नहीं है, अब बोरिस जॉनसन को चाहिए भारत का साथ

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UK के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जल्द ही भारत का दौरा कर सकते हैं। भारत में मौजूद UK के high commissioner जेन थोम्पसन ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि बोरिस भारत आने को लेकर बहुत आतुर हैं, और उनके साथ UK के विदेश मंत्री Dominic Rab भी भारत का दौरा कर सकते हैं। यह खबर ऐसे समय में आ रही है जब जो बाइडन का अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनना लगभग तय हो गया है। जो बाइडन Brexit को लेकर UK पर बेहद सख्त रुख दिखा चुके हैं और माना जा रहा है कि बाइडन के आने के बाद UK-US ट्रेड डील पर भी पानी फिर सकता है। ऐसे में अब भारत ही UK की सर्वोच्च प्राथमिकता दिखाई दे रहा है।

बाइडन के आने के बाद Brexit पर अत्यधिक प्रभाव पड़ने वाला है। Ireland और UK के बीच हुए Good Friday Agreement के मुद्दे पर बाइडन और UK आमने-सामने हैं। बाइडन यह पहले ही कह चुके हैं कि वे Good Friday Agreement को Brexit की बलि नहीं चढ़ने देंगे! दरअसल, Brexit को लेकर UK की प्रतिबद्धताओं के कारण आयरलैंड में hard border की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता, जो कि Good Friday Agreement का उल्लंघन है। बाइडन का कहना है कि वे UK को किसी भी कीमत में Good Friday Agreement का उल्लंघन नहीं करने देंगे और किसी उल्लंघन की स्थिति में अमेरिका UK के साथ ट्रेड डील ही नहीं करेगा!

ऐसे में साफ है कि डूबती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए UK को किसी बड़ी आर्थिक शक्ति का सहारा चाहिए! अमेरिका में बाइडन के आने के बाद और चीन के साथ गहराते विवाद के बाद UK के पास विकल्पों की भारी कमी है। ऐसे में अब उसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सिर्फ भारत ही दिखाई दे रहा है, जो उसकी सहायता कर सकता है। इसीलिए, UK के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री भारत का दौरा करने की योजना बना रहे हैं, वो भी कोरोना के समय में!

कोरोना ने भारत और UK, दोनों ही अर्थव्यवस्थाओं को गहरी चोट पहुंचाई है। हालांकि, एक तरफ जहां भारत की इकॉनमी बड़ी तेजी से कोरोना के घाव से उभरती दिखाई दे रही है, तो वहीं UK में कोरोना की दूसरी लहर का खतरा बढ़ गया है। भारत की तेजी से पटरी पर लौटती अर्थव्यवस्था का फायदा उठाकर UK भी अपनी इकॉनमी को फायदा पहुंचाना चाहता है, इसीलिए UK पिछले कुछ समय से भारत के साथ नजदीकी बढ़ाने को लेकर काम कर रहा है।

हाल ही में बोरिस ने कोरोना पर जीत के संदर्भ में हिन्दू त्योहार दिवाली का भी ज़िक्र किया था। उन्होंने कहा था कि जिस प्रकार श्रीराम ने असुर रावण पर जीत पाई थी, उसी प्रकार हम भी कोरोना पर जीत पाएंगे! पिछले कुछ समय में EU ने भी भारत के साथ नज़दीकियाँ बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। फ्रांस और जर्मनी जैसे देश अपनी Indo-Pacific नीति को जारी कर चुके हैं और उसमें भारत को अहम स्थान दे चुके हैं। EU भारत के साथ नज़दीकियाँ बढ़ा रहा है और भारत के साथ ट्रेड डील भी करना चाहता है, जो UK के हित में नहीं है। इसीलिए UK EU को पछाड़ कर भारत के साथ अपने सम्बन्धों को नया आयाम देना चाहता है। भारत के साथ ट्रेड डील ना सिर्फ UK को EU पर एक बड़ी जीत प्रदान करेगी बल्कि यह उसकी अर्थव्यवस्था के लिए भी हितकारी सिद्ध होगी।

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