पंजे’ की पाश में फंसी RJD, उपर उठते तेजस्वी को कांग्रेस ने औंधे मुंह गिराया

-कांग्रेस अब राजद के लिए बोझ साबित हो रही है!

(PC: Hari Bhoomi)

कांग्रेस पार्टी का बिहार में भी वही हाल होने वाला है, जो उसका देश के अधिकतर राज्य में हुआ है! महागठबंधन की ओर से लड़ते हुए कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा था, लेकिन अभी तक कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर ही बढ़त हासिल करती दिखाई दे रही है। महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया था, जिनमें से वह 61 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने इन चुनावों में अपनी नैया तो डुबाई ही डुबाई, साथ में मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे तेजस्वी की सारी योजनाओं पर भी पानी फेर दिया।

कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह अपनी गिरती लोकप्रियता के अंधकार में लालू की लालटेन के सहारे अपनी इज्ज़त बचाने में कामयाब हो सकेगी, लेकिन अफसोस, ऐसा हो न सका! कई मीडिया रिपोर्ट्स में कांग्रेस की शर्मनाक हार के कई कारण बताए जा रहे हैं। कांग्रेस की हार का एक प्रमुख कारण ओवैसी साबित हो सकते हैं, जिन्होंने भर-भर के कांग्रेस की मुस्लिम वोट्स काटने का काम किया है। सीमांचल क्षेत्र में AIMIM अच्छे खासे मुस्लिम वोट्स पाने में सफल रही है, जिसने क्षेत्र में कांग्रेस को कमजोर कर दिया है। ये सीट्स हैं: पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया! Election Commission of India (ECI) के मुताबिक AIMIM ने अब तक 1.01 प्रतिशत वोटों पर कब्जा किया है! साथ ही साथ, AIMIM के उम्मीदवार बहादुरगंज और अमौर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को पटखनी देते हुए दिखाई दे रही है।

इतना ही नहीं, कांग्रेस में नेतृत्व की भारी कमी और उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया में धांधली और भ्रष्टाचार के कारण भी पार्टी की यह दुर्दशा हुई है। Zee News की एक रिपोर्ट के अनुसार “चुनाव पूर्व Congress नेताओं पर टिकट बेचने जैसे आरोपों ने कांग्रेस की छवि को गहरा धक्का दिया। उम्मीदवार चयन में भी कई गड़बड़ियों के आरोप पार्टी पर लगे। मजबूत नेतृत्व के अभाव के साथ-साथ ये कारण भी जनता के मन में काग्रेस के प्रति अविश्वास की बड़ी वजह बने।”

चुनाव नतीजे अभी किसी ओर भी पलट सकते हैं, लेकिन इतना तय है कि अगर RJD मजबूत स्थिति में आ भी जाये, तो भी कांग्रेस की असफलता का बोझ RJD को सहना ही पड़ेगा! कांग्रेस Congress अगर अच्छा प्रदर्शन करती, तो RJD बिहार में मजबूत स्थिति और शायद सरकार बनाने की स्थिति में आ सकती थी। चुनावों के रुझान देखकर यह कहा जा सकता है कि RJD के लिए Congress का एक ही संदेश है : हम तो डूबें ही डूबे, साथ में तुमको भी ले डूबेंगे सनम!

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