पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत और भारतीय मीडिया के खिलाफ हमेशा ही कैंपेन चलाती है। ऐसे में भारत के दिग्गज पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद आईएसआई के एजेंट खुशी के मारे फड़-फड़ाने लगे हैं और अब वो भारत के अन्य पाक विरोधी पत्रकारों को धमकाने लगे हैं। आईएसआई के ही एजेंट टोनी अशाई ने टाइम्स नाउ की प्रतिष्ठित एंकर नविका कुमार समेत टाइम्स ऑफ इंडिया की पत्रकार आरती टिकू सिंह को भी धमकी दी है। गौरतलब है कि वो अमेरिका में बैठा है और उसने ये धमकी जो बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद दी है।
अमेरिका में बैठे पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट टोनी अशाई ने वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी की मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तारी पर खुशी जाहिर की है। ये बेहद ही आश्चर्यजनक बात है कि मुंबई हमले की जिम्मेदार माने जाने वाली आईएसआई का एक एजेंट मुंबई पुलिस की तारीफ कर रहा है। टोनी अशाई ने ट्वीट के जरिए धमकी के अंदाज में कहा, “अपने शो में झूठ को प्रसारित करके लोगों के जीवन को खतरे डालने वाला अर्नब गोस्वामी अब खुद को बख्शने की भीख मांग रहा है। अब वैसी ही कार्रवाई नविका कुमार और आरती टिकू सिंह पर भी होने का इंतजार है। मुझे उम्मीद है कि ट्रंप के जाने के बाद बाइडन के शासन में पूरे विश्व में अच्छे मूल्यों की स्थापना होगी।”
Dear @HMOIndia @DelhiPolice, this ISI agent based in the US is threatening with certitude that I will be assaulted, imprisoned, tortured like Arnab Goswami is, & I “will be pleading for my life”.
This is the same man who supports Pakistan sponsored Islamist terrorism in Kashmir. pic.twitter.com/cjQbS2pN58— Aarti Tikoo (@AartiTikoo) November 8, 2020
इसको लेकर आरती ने भी ट्वीट कर कहा, “अमेरिका में बैठा ये आईएसआई एजेंट मुझे धमकी दे रहा है कि मुझे भी अर्नब की तरह ही प्रताड़ित किया जाएगा, और मारपीट की जाएगी और मुझे भी अपनी जिंदगी के लिए भीख मांगनी पड़ेगी।” इन सबसे इतर अब ये बेहद महत्वपर्ण बात ये है कि अशाई वही शख्स है जो कश्मीर में इस्लामिक आतंकवाद का समर्थन करता है, जो कि पाकिस्तान द्वारा ही संचालित होता है। बता दें कि ये वही टोनी अशाई हैं जिनका शाहरुख खान और गौरी खान के कारोबारी रिश्ते हैं।
बता दें कि नाविका और आरती दोनों ही अर्नब की गिरफ्तारी के खिलाफ हैं। हाल ही में आरती ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने अर्नब को तलोजा जेल स्थानांतरित करने के खिलाफ अपनी आपत्तियां जाहिर की थीं। साथ ही उन्होंने अर्नब को जान से मारे जाने की आशंका भी जताई थी, जो दिखाता है कि अर्नब की गिरफ्तारी के बाद वो कितनी मुखरता से पुलिस प्रशासन की आलोचना कर रही हैं। उनका ये विरोध आईएसआई को न भाना लाज़मी ही है, क्योंकि पाकिस्तानी एजेंटों की प्रवृत्ति ही यही है।
#ArnabGoswami is being tortured in custody; he is being moved from one jail to another; he might get killed by mercenaries of the establishment. Bollywood movie? No, this is really happening to India's most popular TV news editor! Shame on those who are silent over this FASCISM. https://t.co/TQhlpCYqG3
— Aarti Tikoo (@AartiTikoo) November 8, 2020
अर्नब गोस्वामी के समर्थन में आवाज उठाने के बाद अचानक आईएसआई एजेंट का धमकीभरे अंदाज में ट्वीट आना इस बात का साफ संकेत है किस तरह से ये पाकिस्तानी लोग भारतीय राष्ट्रवादी पत्रकारों से नफरत करते हैं कि उन्हें मौत के मुंह में पहुंचाने के लिए कोई भी एजेंडा चला सकते हैं।
टोनी अशाई अमेरिका में बैठा है और वहीं, से भारत के खिलाफ जहर उगलता है। पिछले काफी समय से वो शांत बैठा हुआ था क्योंकि वहां डॉनल्ड ट्रंप के सरकार थी जो कि इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए थे। ट्रंप सरकार जाने की पुष्टि हो चुकी है और जो बाइडन का सत्ता में आना लगभग तय हो गया है। ऐसे में बाइडन का नाम लेकर धमकी भरा ट्वीट आना साफ जाहिर करता है कि अब बाइडन के आने के साथ ही इस्लामिक कट्टरता और आतंकवाद फैलाने वाले टोनी अशाई जैसे लोग एक्टिव हो जाएंगे। यही कारण है कि बाइडन के जीतने की खुशी में पाकिस्तान बौरा गया है और इसलिए टोनी जैसे एजेंट खुलकर भारतीय पत्रकारों को धमकी दे रहे हैं।
अपने राष्ट्रवादी पत्रकारों को ट्विटर पर सीधी धमकी मिलना भारत के लिए भी अब सतर्कता का संदेश है कि जो आतंकी और आईएसआई एजेंट ट्रंप सरकार में सांप की तरह बिल में छिप गए थे, वो अब बाहर आ चुके हैं। बाइडन उदारवाद के नाम पर खूब पाखंड करते हैं। ऐसे में भारत को अमेरिका से उस तरह से आतंकवाद के खिलाफ समर्थन नहीं मिलेग जैसा ट्रंप सरकार में मिलता था, इसलिए अपनी सुरक्षा में भारत को अधिक सजग रहना होगा।
इस ट्वीट से एक बार फिर साबित हो गया है कि भारतीय राष्ट्रवादी पत्रकारों से पाकिस्तान और उसके आईएसआई एजेंट कितनी नफरत करते हैं और उनकी हिम्मत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि खुलेआम वो इन पत्रकारों को ट्विटर पर धमकी दे रहे हैं।