‘कोरोना की वैक्सीन खरीदने की हमारी औकात नहीं है’, पाकिस्तान के सरकारी दावों की पोल खोल रहा है मीडिया

पाकिस्तान एक ऐसा मुल्क हो चुका है जिसकी बर्बादी सौ फीसदी तय है!

पाकिस्तान

pc- ichowk

कंगाली में आटा गीला, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की हालत भी कुछ ऐसी ही है।  पहले ही देश में महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ रखी है और सरकार के पास राजस्व की कमी चल रही है। ऐसे में कोरोनावायरस की जानलेवा महामारी ने पाकिस्तानी सरकार के होश उड़ा दिए हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को वहां की सरकार झूठे दिलासे दे रही है कि जल्द ही देश में कोरोनावायरस की वैक्सीन आ जाएगी, लेकिन उनके ही टीवी चैनल बता रहे हैं कि किस तरह देश के पास वैक्सीन खरीदने तक का पैसा नहीं है और ये गुरबत में जी रहा मुल्क बर्बादी के कितनी बुरी कगार पर पहुंच गया है।

पाकिस्तान में कोरोनावायरस की लहर एक बार फिर देखने को मिल रही है। लगातार मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है, जनता डरी हुई है। ऐसे में पाकिस्तानी सरकार कह रही है कि जल्द ही देश में कोरोनावायरस की वैक्सीन आ जाएगी। देश की सत्ता के बड़े-बड़े सियासी लोग साफ कह रहे हैं कि जैसे ही किसी देश में वैक्सीन आएगी, हम वहां से वो वैक्सीन के डोज खरीद लेंगे। ये बयान देकर पाकिस्तानी नेता और मंत्री जनता को झुनझुना दे रहे हैं। जबकि असलियत वहां के टीवी चैनल ही खोल दे रहे हैं।

पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की लचर स्थिति के विषय में पूरा विश्व जनता है इसके बावजूद ये कहा जा रहा है कि पाकिस्तान जल्द ही कोरोना की वैक्सीन खरीद लेगा। इसको लेकर अब वहां के टीवी चैनलों पर ही पाक सरकार की फजीहत शुरू हो गई है। साथ ही टीवी चैनलों पर होने वाली ऐसी ही एक बहस में एक पैनलिस्ट ने सरकार की पोल खोल दी है, और बताया है कि पाकिस्तान किस तरह से एक एक रुपए को मोहताज है। वो चाहते हुए भी वैक्सीन नहीं ले सकता है।

रउफ कलसारा नाम के इस राजनीतिक विश्लेषक ने बहस के दौरान साफ कह दिया कि उनकी वरिष्ठ पाकिस्तानी केंद्रीय मंत्री तक से कोरोनावायरस की वैक्सीन को लेकर बातचीत हुई है और उन्होंने वैक्सीन के आने की संभावनाओं को सिरे से ख़ारिज कर दिया है। पाकिस्तानी पैनलिस्ट ने कहा कि हम छोटे देश है़ं हमें कोई भी वैक्सीन नहीं देगा। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के पास अपने देश के नागरिकों के लिए वैक्सीन खरीदने के पैसे नहीं हैं।

पाकिस्तानी पैनलिस्ट ने बड़ा रहा दावा करते हुए साफ कह दिया है कि अगले दो सालों तक पाकिस्तान को वैक्सीन के बारे में नहीं सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार अपनी आवाम को भ्रम की स्थिति में रख रही है और झूठ बोल रही है जबकि देश की आर्थिक हालत बेहद ही बुरी है, अमेरिकी कंपनी के वैक्सीन देने के सवालों पर उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनी के लोगों ने पाकिस्तान को बात तक करने  का मौका नहीं दिया है।

एक टीवी चैनल पर पाकिस्तानी द्वारा ही उसके देश का दुखड़ा देखकर किसी को भी हंसी आएगा और दया भी। हंसी इसलिए क्योंकि ये वो देश है जिसके नेता दिन रात सुपर पावर बनने की कगार खड़े पड़ोसी देश भारत को पाव-पाव किलो के परमाणु बम से मारने की बात करते हैं और इनके पास खुद की जान बचाने के लिए पैसे नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर दया उस देश की जनता पर आती है जिसे इन मूर्ख नेताओं ने अब तक भ्रमित करके रखा है।

भारत में जहां चर्चाएं हैं कि वो अपनी ही कोरोनावायरस की वैक्सीन इजात करके अपने नागरिकों को मुफ्त में वैक्सीन देगा, तो दूसरी ओर पाकिस्तान के पास अगले दो साल तक वैक्सीन की खरीद के लिए पैसा तक नहीं हैं क्योंकि ये मुल्क आम जनता की सुरक्षा से ज्यादा बम बारूद और आतंकवाद के एक्सपोर्ट-इंपोर्ट पर यकीन रखता है।

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