QUAD के नए दोस्त पलाऊ ने अपनी जलीय सीमा में घुसपैठ कर रहे चीनी नागरिकों को किया गिरफ्तार

चीन की दादागिरी के विरुद्ध अब पलाऊ ने भी संभाला मोर्चा

पलाऊ

विस्तारवादी नीति का पालन करने वाला चीन सिर्फ अपनी जमीनी सीमा ही नहीं, बल्कि जल सीमा को बढ़ाने की फ़िराक में भी लगा रहता है। इसीलिए दक्षिण चीन सागर, हिन्द महासागर और प्रशांत महासागर में उसकी आक्रामकता बेहद ज़्यादा बढ़ गयी है। चीन अपने मछुआरों की सहायता से भी दुनियाभर के अलग-अलग देशों की जल-सीमा में घुसकर वहाँ अपना प्रभाव जमाने की कोशिश करता है।ऐसी ही एक कोशिश चीन द्वारा पिछले हफ्ते पलाऊ द्वीप देश की जल-सीमा में की गयी, लेकिन चीन की यह कोशिश पूरी तरह नाकाम सिद्ध हुई।

पलाऊ ने पिछले हफ्ते 28 चीनी नागरिकों समेत एक ऐसे चीनी vessel को धर दबोचा है, जो उसकी जल-सीमा में अवैध तरीके से घुसपैठ कर रही थी।

बता दें कि पलाऊ प्रशांत क्षेत्र में स्थित एक द्वीप देश है, जिसके अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों के साथ बेहद अच्छे संबंध हैं। इस देश के बीजिंग के साथ नहीं, बल्कि ताइवान के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित हैं। पिछले हफ्ते इस देश की जल-सीमा में कुछ अवैध गतिविधि दर्ज़ की गयी और जब पलाऊ देश के अधिकारियों ने जांच की, तो पाया कि ये तो एक चीनी vessel थी, जो अवैध रूप से पलाऊ देश की जल-सीमा में घूम रही थी।

जब पलाऊ के अधिकारी vessel पर सवार 28 लोगों को पकड़ने गए, तो चीनी नागरिकों ने उन्हें छोड़ने की भीख मांगते हुए अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश भी की, लेकिन यह तरकीब उनके किसी काम ना आ सकी।

अब पलाऊ की सरकार इस पूरे मामले की जांच कर रही है और इस बात पर चिंतन कर रही है कि क्या उन 28 लोगों पर कोर्ट में मुकदमा चलाया जाना चाहिए कि नहीं! यहाँ दिलचस्प बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने सितंबर महीने में ही कुछ Patrolling boats को पलाऊ देश को सौंपा था, और अब उन्हीं Patrolling boats पर सवार होकर पलाऊ के अधिकारियों ने चीनी घुसपैठियों को पकड़ा है।

पलाऊ देश की भौगोलिक स्थिति रणनीतिक तौर पर बेहद अहम है। प्रशांत क्षेत्र के मुहाने पर स्थित इस देश के साथ Quad समूह लगातार अपनी नज़दीकियाँ बढ़ा रहा है। 3 नवंबर को एक रिपोर्ट में हमने आपको बताया था कि कैसे पलाऊ देश प्रशांत क्षेत्र में Quad के मुख्यालय के तौर पर उभरकर सामने आ रहा है। हाल ही में पलाऊ ने यह ऐलान किया था कि वह अपने यहाँ अमेरिका के एक military base को विकसित करने के लिए राज़ी हो गया है।

अगस्त महीने में ही अमेरिकी रक्षा सचिव ने इस द्वीप देश की यात्रा की थी और उसके बाद पलाऊ की ओर से ऐसा ऐलान किया गया था। इतना ही नहीं, हाल ही में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर इस देश को उसकी दूसरी Optical fiber प्रदान करने का भी ऐलान किया है।

बता दें कि Trans Pacific Networks नामक एक कंपनी दक्षिण पूर्व एशिया से लेकर अमेरिका तक एक और Optical Fiber बिछा रही है, और अब पलाऊ को इसी optical fiber से जोड़ा जाएगा। सबसे अहम बात यह है कि इस प्रोजेक्ट को Quad के तीन सदस्य देशों यानि अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा फंड किया जाएगा!

साफ़ है कि पलाऊ देश भी अब Quad देशों के साथ संबंध को मजबूत कर चीन को आँखें दिखा रहा है, जो क्षेत्र में चीन की आक्रामक गतिविधियों पर लगाम लगाने में एक अहम भूमिका निभाएगा। प्रशांत क्षेत्र में चीन का प्रभाव तेजी से बढ़ता जा रहा है और अब यहाँ के अधिकतर देशों ने ताइवान के साथ संबंध तोड़कर चीन के साथ संबंध स्थापित कर लिए हैं। हालांकि, पलाऊ उन चुनिन्दा देशों में से एक है, जो अब भी ताइवान के साथ खड़ा है और इसीलिए अब इस देश को Quad से भरपूर समर्थन मिल रहा है।

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