कर्नाटक के जिस उप सभापति का कांग्रेस ने किया था अपमान, उसने की आत्महत्या

दुखद!

कर्नाटक

कर्नाटक विधान परिषद में दो हफ्ते पहले जो घटना हुई थी, उसने सभी को विचलित कर दिया था। उपसभापति एसएल धर्मेगौड़ा का चलते सदन के बीच अपमान किया गया था। अब ठीक दो हफ्ते बाद उनका शव रेलवे ट्रैक पर मिला है, उन्होंने आत्महत्या की है, जिसका सुसाइड नोट भी वहीं उनके पास से ही बरामद हुआ है जिसके बाद जेडीएस के एमएलसी दबे मुंह ये कहने लगे हैं कि जिस तरह से सदन में कांग्रेस के कई एमएलसियों ने उनका अपमना किया उसके बाद उन्होंने शर्म से तंग आ कर  खुदकुशी की है जो कि एक बेहद चौंकाने वाली घटना है।

दरअसल, एसएल धर्मेगौड़ा मंगलवार सुबह कर्नाटक के चिक्कामंगलुरु के कदूर के पास एक रेलवे ट्रैक पर मृत पाए गए हैं, उनके शव के साथ ही एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। धर्मेगौड़ा के शव को पोस्टमार्टम और आगे की सभी जांच के लिए शिमोगा के सरकारी अस्पताल भेजा गया है, लेकिन इससे इतर बहुत सारे सवाल खड़े हो रहे हैं जो कि कांग्रेस और उसके एमएलसी और उसकी पूरी राजनीतिक शैली को ही निशाने पर ले रहें हैं।

विधान परिषद के सत्र के दौरान दो हफ्ते पहले, सदन की मर्यादाओं को पार करने की हद ही हो गई थी। उपाध्यक्ष एसएल धर्मेगौड़ा को एमएलसी जबरन उठाकर सदन से बाहर ले गए और दरवाजा बंद कर दिया। इसपर भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी लेहर सिंह सिरोया ने आलोचना की थी। उन्होंने कहा, “कुछ MLC ने विधान परिषद के उपाध्यक्ष को जबरन कुर्सी से हटाकर गुंडों की तरह व्यवहार किया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। हमने अपने परिषद के इतिहास में ऐसा शर्मनाक दिन कभी नहीं देखा। मुझे शर्म आ रही है कि जनता हमारे बारे में क्या सोच रही होगी।”

इस पूरी घटना के बाद जेडीएस एमएलसी बीएम फारुक ने बताया कि धर्मेंगौड़ा बेहद उदास थे। उन्होंने दबे मुंह उनके अपमान को ही इस आत्महत्या से जोड़ा है। जेडीएस एमएलसी बीएम फारूक ने कहा, “वो विधान परिषद की घटना को लेकर दुखी थे।  जब मैं उनसे मिला तब वह उदास थे। वो अब कोई पद नहीं चाहते थे। उनके चेहरे की अभिव्यक्ति ने कहा कि वह उस दिन कुर्सी के पूरे प्रकरण से बुरी तरह आहत थे।”

धर्मेगौड़ा के सुसाइड पर जद (एस) नेता और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा, ‘यह एक राजनीतिक हत्या है जो आज हुई है। उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है, इस बारे में जल्द से जल्द सच्चाई सामने आनी चाहिए।’

कांग्रेस के कई एमएलसी उपसभापति की जगह सभापति को ही मुख्य कुर्सी पर बिठाना चाहते थे। जबकि उनके खिलाफ प्रस्ताव लाया गया था, जिसके चलते बीजेपी ने उपसभापति को बैठाया था। ऐसे में कांग्रेस के एमएलसी अपनी मर्यादाओं को लांघ गए और एक संवैधानिक पद पर बैठे शख्स के लिए अपमानजनक रुख अपनाते हुए उन्हें कुर्सी से जबरन हटाकर सभापति को बैठा दिया। दोनों पार्टियों की खींचतान में कांग्रेस के एमएलसियों ने भरे सदन में  धर्मेगौड़ा का अपमान कर दिया जो कि आज तक किसी का भी नहीं हुआ था।

ऐसे में संभवत बकौल जेडीएस एमएलसी बीएम फारुक उन्होंने कांग्रेस एमएलसियों द्वारा उनके अपमान के कारण ही आत्महत्या की हो। ये अभी जांच का विषय है, लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो ये कांग्रेस की गंदी राजनीति का प्रमाण ही होगा।

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