कैसे पुतिन ने ईरान को तुर्की के खिलाफ खड़ा कर दिया, अब वो दोनों के बीच इस वॉर का फायदा उठा रहे

Nagorno-Karabakh विवाद में आया दिलचस्प मोड़ !

अज़रबैजान

PC: The Times of Israel

Nagorno-Karabakh विवाद में तुर्की-अज़रबैजान की कथित जीत के दावों के बीच अब क्षेत्र में एक नया विवाद पैदा होता दिखाई दे रहा है, और वो भी दो “साथियों” ईरान और तुर्की के बीच में! दरअसल, अपनी “जीत” की खुशी मनाने के लिए तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन हाल ही में अज़रबैजान के दौरे पर गए थे। वहां जाकर उन्होंने एक ऐसी कविता पढ़ दी, जिससे ईरान चिढ़ गया। ईरान ने एर्दोगन पर कविता के माध्यम से ईरान में अलगाववाद भड़काने का आरोप लगाया, तो वहीं अब तुर्की ने भी पटलवार करते हुए ईरान से अपनी ज़ुबान संभालने को कहा है। इस विवाद से अगर कोई सबसे ज्यादा खुश होगा तो वह है रूस! वह रूस, जिसे इस पूरी जंग में सबसे बड़े loser के तौर पर देखा जा रहा था, वह अब धीरे-धीरे अपने पत्ते खोलना शुरू कर चुका है।

दरअसल, USSR का सदस्य देश होने के नाते अज़रबैजान पर शुरू से ही रूस का प्रभाव रहा है, जिसपर अब तुर्की धीरे-धीरे अपना प्रभुत्व बढ़ाता जा रहा है। ऐसे में अज़रबैजान को दोबारा अपनी मुट्ठी में करने के लिए पुतिन ने ईरान का रास्ता चुना है। ईरान और अज़रबैजान, दोनों शिया बहुल देश हैं और ऐसे में अब पुतिन ईरान और अज़रबैजान को करीब लाकर तुर्की के लिए मुसीबतें खड़ा करना चाहते हैं। बदले में रूस ने अब खुलकर ईरान के साथ आर्थिक रिश्ते बढ़ाने की बात कही है। इसके साथ ही रूस ने कहा है कि अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करने के लिए वह ईरान का भरपूर समर्थन करने के लिए तैयार है।

अज़रबैजान और तुर्की के संबंध बढ़ने से ईरान के लिए बड़ा रणनीतिक खतरा पैदा हो गया है, जिसके कारण अब ईरान खुद तुर्की के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के लिए तैयार हुआ है। यहां तक कि अर्मेनिया-अज़रबैजान युद्ध के दौरान तुर्की मीडिया ने ईरान पर रूसी हथियारों को अर्मेनिया पहुंचाने के आरोप भी लगाए थे।

पुतिन किस प्रकार Nagorno-Karabakh में तुर्की की कथित जीत को हार में बदलते दिखाई दे रहे हैं, वह जानना दिलचस्प है। रूस पहले ही Nagorno-Karabakh में अपने सैनिकों की तैनाती कर फिलहाल के लिए उसे अपने अधिकार में ले चुका है। दूसरी ओर अब रूस ईरान के माध्यम से अज़रबैजान पर से तुर्की के प्रभाव को खत्म करने के लिए कदम उठा रहा है। तुर्की इस क्षेत्र में अजरबैजान के माध्यम से ही अपना प्रभुत्व बढ़ाना चाहता है और रूस सीधा अब तुर्की पर ठीक उसी जगह वार कर रहा है, जहां उसे सबसे ज़्यादा दर्द होगा। दक्षिण Caucasus क्षेत्र में अब ईरान-तुर्की के बीच बड़ा विवाद पनप रहा है और मॉस्को में पुतिन पॉपकॉर्न से भरा एक Tub लेकर बैठ गए हैं।

Exit mobile version