बॉलीवुड में सेना की वर्दी का अपमान आम बात हो गई है, इस बार अनिल कपूर ने ऐसा किया है

इनकी माफी भी बस दिखावा है!

अनिल कपूर

लगता है बॉलीवुड को अपनी गलतियों से कोई सीख नहीं लेनी है। गुंजन सक्सेना मूवी में ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़  पर भारतीय वायुसेना और जनता से आलोचना झेलने के बाद भी बॉलीवुड का एलीट वर्ग अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, और एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है। एक बार फिर से भारतीय वायुसेना ने इस फिल्म के कलाकारों और निर्माताओं को आड़े हाथों लिया है। हालांकि, एयरफोर्स की नाराजगी के बाद अनिल कपूर ने माफी मांग ली।

नेटफ़्लिक्स की ओर से विक्रमादित्य मोटवाने द्वारा निर्देशित एके vs एके का ट्रेलर रिलीज हुआ। इस फिल्म में अनिल कपूर और अनुराग कश्यप प्रमुख भूमिकाओं में है, जिसमें अनुराग बतौर निर्देशक अनिल कपूर को एक चक्रव्यूह में फँसाते है, जिससे बाहर आते वक्त उन्हें कई प्रकार की कठिनाई झेलनी पड़ेंगी। इस फिल्म का कान्सेप्ट चूंकि अलग था, इसीलिए किसी को यह ट्रेलर बहुत भाया, तो किसी को नहीं भाया।

तो फिर समस्या किस बात की थी? दरअसल, ट्रेलर में अनिल कपूर ने एक वायुसेना के अफसर की वर्दी पहनी है, और उसी में वे पूरे शहर का भ्रमण कर रहे हैं, ऊटपटाँग हरकतें कर रहे हैं, और अपशब्दों का प्रयोग भी कर रहे हैं। अब ये फिल्म ट्रेलर से एक पैरोडी प्रतीत हो रही है, लेकिन जिस प्रकार से वायुसेना के अफसर की यूनिफ़ॉर्म का प्रयोग किया गया है, उससे यही संदेश जा रहा है कि इस फिल्म के निर्माताओं को या फिर कलाकारों को भारतीय वायुसेना के अनुशासन और उसकी प्रतिष्ठा का कोई मान या सम्मान नहीं है। 

सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा के अनुसार ऐसा भी माना जा रहा है कि यह वर्दी पहनकर अनिल कपूर मानो गुंजन सक्सेना फिल्म से उत्पन्न विवाद का भी मज़ाक उड़ा रहे हैं, जिसके कारण सोशल मीडिया पर जनता का आक्रोश उमड़ना स्वाभाविक था। उन्होंने ‘एके vs एके’ के निर्माताओं और कलाकारों को जमकर खरी खोटी सुनाई। स्वयं भारतीय वायुसेना ने आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया, “इस वीडियो में जो भारतीय वायुसेना की यूनिफ़ॉर्म पहनी गई है, और जिस भाषा का उक्त व्यक्ति ने उपयोग किया, वो पूरी तरह अस्वीकार्य है। हमारा अनुरोध है कि इन दृश्यों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए!” 

भारतीय वायुसेना की आपत्तियों के बाद अनिल कपूर ने कहा कि उनका या निर्माताओं का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।

अनिल कपूर ने एक वीडियो संदेश में कहा कि “यह मेरे ध्यान में आया है कि मेरी फिल्म ‘एके वर्सेज एके’ के ट्रेलर ने कुछ लोगों को नाराज कर दिया है। जैसा कि मैंने अस्वाभाविक भाषा का उपयोग करने के दौरान भारतीय वायुसेना की वर्दी पहन रखी है, मैं ईमानदारी से किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए विनम्र माफी की पेशकश करना चाहता हूं। मैं बस कुछ संदर्भो को बयां करना चाहता हूं, ताकि आप यह समझ सकें कि इस तरह से चीजें कैसे आईं। मेरी फिल्म में मेरा चरित्र वर्दी में है, क्योंकि वह एक अभिनेता है, जो एक अधिकारी की भूमिका निभा रहा है। जब उसे पता चलता है कि उसकी बेटी का किडनैप हो चुका है तो वह इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहा है।”

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब भारतीय सेनाओं के चित्रण पर ऐसा विवाद खड़ा हुआ हो। इससे पहले नेटफ़्लिक्स पर ही प्रदर्शित हुई गुंजन सक्सेना में जिस प्रकार से 90 के दशक के भारतीय वायुसेना को चित्रित किया गया, और जिस प्रकार से उसे नारी विरोधी दिखाने का प्रयास किया गया, उससे न सिर्फ जनता आक्रोशित हुई, अपितु भारतीय वायुसेना के वर्तमान एवं पूर्व अफसरों ने भी अपनी आपत्ति जताई। 

लेकिन लगता है बॉलीवुड ने इस प्रकरण से कोई सीख नहीं ली है, जिसके कारण वे एक बार फिर भारतीय वायुसेना के निशाने पर आए हैं। इन्हें लगता है कि भारतीय सेना का अपमान तो हंसी मज़ाक का खेल है। अब समय आ चुका है कि बॉलीवुड पर ऐसे ओछी हरकतों के लिए सख्त कार्रवाई की जाए। 

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