जयराम रमेश ने मांगी अजित डोभाल के बेटे से माफी, चुनावों के समय लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप

कारवां पत्रिका के माध्यम से लगाए गए आरोपों पर मांगी गई माफी को विवेक डोभाल ने किया स्वीकार

जयराम

चुनाव हो या न हो कांग्रेस के लिए बदनामी अब आम बात हो चुकी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जयराम रमेश ने NSA अजित डोभाल के बेटे द्वारा उन पर तथा कारवां मैगजीन पर किए गए मानहानि के मामले में माफी मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शनिवार को विवेक डोभाल ने जानकारी दी कि पूर्व मंत्री जयराम रमेश ने माफी की मांग की है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। हालांकि, अजित डोभाल के बेटे ने कहा बताया है कि कारवां पत्रिका के खिलाफ मानहानि मामला जारी रहेगा।

रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि, “’मैंने विवेक डोभाल के खिलाफ बयान दिया। चुनावों के समय मैंने गुस्से में आकर कई आरोप लगाए। मुझे इसका सत्यापन करना चाहिए था।”

बता दें कि जनवरी 2019 में, विवेक डोभाल ने दिल्ली की एक अदालत में समाचार मैगजीन ‘द कारवां’ के खिलाफ उन्हें बदनाम करने वाले एक समाचार लेख प्रकाशित करने के लिए आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था।

अमर उजाला के अनुसार कारवां ने अपने लेख में दावा किया था कि विवेक एक विदेशी फंड फर्म चला रहे हैं, जिसके प्रमोटरों की संदिग्ध पृष्ठभूमि रही है। इसके अलावा लेख में कहा गया था कि विवेक डोभाल Cayman Islands में हेज फंड चलाते हैं। कारवां ने 16 जनवरी 2019 को अपने आर्टिकल में कहा कि नवंबर 2016 की नोटबंदी के 13 दिन बाद विवेक डोभाल टैक्स हेवन Cayman Islands में एक कंपनी की स्थापना की और इस कंपनी ने 83 सौ करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत में किया। इस लेख के प्रकाशित होने के बाद ही जयराम रमेश ने 17 जनवरी को प्रेस वार्ता आयोजित कर कई आरोप लगाए और डोभाल परिवार पर कई सवाल खड़े किए।

इसके बाद 21 जनवरी 2019 को विवेक डोभाल ने रमेश और दो पत्रकारों के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था। उन्होंने कहा था कि रमेश ने डोभाल परिवार के खिलाफ एक “दुर्भावनापूर्ण अभियान” चलाया था। विवेक डोभाल ने दावा किया कि पत्रिका जानबूझकर अपना एजेंडा चलाने के लिए उन्हें बदनाम कर रही थी।

अब, जयराम रमेश ने माफी मांगी है और कहा है कि उन्होंने आम चुनाव की गर्मी में डोभाल पर कई आरोप लगाए थे। विवेक डोभाल ने शनिवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश से आपराधिक मानहानि मामले में माफीनामा स्वीकार किया और अपनी खुशी जाहिर की।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि किसी नेता को इस तरह सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी हो। पिछले ही वर्ष सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के कारण राहुल गांधी को माफीनामा देना पड़ा था। जिस तरह से कांग्रेस के नेता बिना किसी आधार के अपने चुनावी फायदे के लिए किसी पर भी आरोप लगा देते हैं। कांग्रेस नेता अब पार्टी की लगातार मिलती हार से इतने निराश हो चुके हैं कि वे किसी भी तरह से जनता को बेवकूफ बनाना चाहते हैं। इसी के लिए वे झूठ का सहारा लेते हैं और उनका साथ देते हैं लेफ्ट लिबरल ब्रिगेड की The Wire और कारवां जैसे मीडिया पोर्टल्स। अब जयराम रमेश ने ने जिस तरह से NSA अजित डोभाल के बेटे से माफी मांगी है,उससे सबक लेते हुए कारवां भी जल्द ही माफी मांगती नजर आ सकती है।

 

 

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