भारत और UK के सुधरते रिश्तों पर अब Pro-खालिस्तानी Mayor की नज़र, तनाव लाने की पूरी कोशिश कर रहे

बोरिस के लिए करो या मरो की स्थिति

जब-जब बारिश होती है, तो कुछ विषैले सांप भी अपने बिलों से बाहर आ ही जाते हैं। अब भारत में हो रहे किसान प्रदर्शनों को ही देख लीजिये। इस बात में कोई शक नहीं है कि इन प्रदर्शनों को अब खालिस्तानी और देश-विरोधी तत्वों द्वारा हाईजैक कर लिया गया है। इसी बीच अब नई दिल्ली से करीब 6700 किमी दूर स्थित लंदन के बिल से सादिक़ खान नामक एक ऐसा विषैला सांप निकला है, जिसका एक ही एजेंडा है और वह है फलते-फूलते भारत-ब्रिटेन के रिश्तों में तनाव पैदा करना!

सादिक़ खान, नाम तो आपने सुना ही होगा! पाकिस्तानी मूल के हैं और आज लंदन शहर के मेयर हैं। अब इन्हीं के शहर में 10 दिसंबर को खालिस्तानी आतंकवादी संगठन “Sikhs For Justice” यानि SFJ ने एक भारत विरोधी rally निकालने का फैसला लिया है। UK में मौजूद भारतीय हाई-कमीशन ने अभी से चौकन्ना होते हुए लंदन की Metropolitan police के साथ इस मुद्दे को उठाया है और ऐसी किसी भी भारत-विरोधी रैली होने देने से रोकने के लिए कहा है।

इसके जवाब में अब Metropolitan police ने एक पत्र जारी करते हुए प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे बाहर आकर प्रदर्शन करते हैं तो उनपर कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए नियमों के उल्लंघन के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि, लंदन के मेयर सादिक़ खान ने अब तक इस भारत-विरोधी रैली को रोकने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। वो भी यह जानने के बावजूद कि इस प्रदर्शन के कारण लंदन में कोरोना की पहले से खराब स्थिति और ज़्यादा बिगड़ सकती है।

लेकिन वे भारत-विरोधी रैली आखिर रोकेंगे भी क्यों? वे तो खुद समय-समय पर अपना खालिस्तानी प्रेम जगज़ाहिर कर चुके हैं। उदाहरण के लिए वर्ष 2018 में ही सादिक़ खान ने ठीक इसी आतंकवादी संगठन SFJ को लंदन में बड़े स्तर पर भारत-विरोधी प्रदर्शन करने की छूट दी थी, जबकि ठीक उसी दिन भारत के समर्थन में होने वाली एक रैली के लिए लंदन के मेयर ने कोई छूट नहीं दी थी। यह दिखाता है कि खुद सादिक़ खान किस प्रकार लंदन के मेयर के पद का दुरुपयोग करते हुए भारत-UK के रिश्तों में खटास पैदा कर रहे हैं।

इस बार लंदन में जो भारत-विरोधी प्रदर्शन होने जा रहे हैं, उनकी timing बहुत महत्वपूर्ण है। अगले महीने 26 जनवरी को ही UK के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि बनने वाले हैं और दोनों देश अपने आर्थिक रिश्तों को भी नया आयाम देने जा रहे हैं। UK और भारत के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते को लेकर भी बातचीत चल रही है। ऐसे में इन रिश्तों में तनाव पैदा करने के लिए सादिक़ खान को यह बढ़िया अवसर मिल गया है। वे भारत में हो रहे किसान प्रदर्शनों का फायदा उठाकर अब ब्रिटेन और भारत के सम्बन्धों को हाई-जैक करना चाहते हैं।

ये वही सादिक़ खान है, जिन्होंने पिछले वर्ष भारत द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद भी लंदन में बड़े पैमाने पर भारत-विरोधी प्रदर्शन कराए थे और उन प्रदर्शनों में तो भारत के दूतावास तक पर हमला बोल दिया गया था। पानी की बोतलों और अंडों से भारतीय हाई-कमीशन पर जोरदार हमला बोला गया था, जिसमें दूतावास के अंदर काम कर रहे भारतीय अधिकारी बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचा पाने में कामयाब हुए थे।

अब सादिक़ खान दोबारा वही बखेड़ा खड़ा करना चाहते हैं। हमें लगता है कि भारत और UK सरकार को मिलकर जल्द से जल्द लंदन के मेयर पर इन भारत-विरोधी प्रदर्शनों को टालने का दबाव बनाना होगा, अन्यथा इसके बाद भारत-UK के सम्बन्धों में तनाव देखने को मिल सकता है।

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