भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजमेंट पर पिछले काफी वक्त से आए दिन सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में कप्तान विराट कोहली के पितृत्व अवकाश को लेकर भी बहस छिड़ गई है। टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने उनके अवकाश पर जाने पर ही सवाल कर दिया है और हाल ही में भारतीय टीम में शामिल हुए गेंदबाज से तुलना कर टीम मैनेजमेंट को लताड़ा है क्योंकि उन्हें ये अवकाश नहीं दिया गया था।
ऐसे में ये बात सच है कि विराट का फॉर्म इस समय सही नहीं चल रहा उसके बावजूद उन्हें अवकाश मिल गया जो कि वाजिब था, लेकिन सवाल ये है कि यही अवकाश टी नटराजन को क्यों नहीं ?
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली जनवरी 2021 में पिता बनने वाले हैं, उनका फार्म बुरा चल रहा है फिर भी उन्होंने पितृत्व अवकाश लिया, ये जायज बात है। कुछ लोग और ट्रोल्स इस पर सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे वक्त में जब भारतीय टीम लगातार क्रिकेट मैच हार रही है और कोहली का फॉर्म अच्छे दौर से नहीं गुजर रहा है तो उन्हें अवकाश लेने की आवश्यकता नहीं थी जो कि बेबुनियाद तर्क हैं।
कोहली ने केवल अपने अधिकार का प्रयोग किया है जो किसी भी सामान्य व्यक्ति को मिला हुआ है। इसके इतर लोगों का ये सवाल बेहद लाज़मी है कि भारतीय टीम के नए क्रिकेटर नटराजन को यह जरूरी अवकाश क्यों नहीं दिया गया।
ये सवाल भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने भी उठाया है कि टीम मैनेजमेंट अब भेदभाव करने लगा है। टी नटराजन का जिक्र करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, “एक खिलाड़ी, जिसे लेकर नियम हैरान करेगा। लेकिन निश्चित रूप से वह इसके बारे में बोल नहीं सकता, क्योंकि वो नया है। ये टी नटराजन हैं। बाएं हाथ के यॉर्कर तेज गेंदबाज, जिन्होंने टी 20 में शानदार शुरुआत की थी और हार्दिक पांड्या ने पहली बार टी 20 सीरीज अवॉर्ड को उनके साथ साझा किया था।”
गावस्कर ने कहा, “पहले टी नटराजन IPL मैच खेल रहे थे जिसके बाद उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना कर दिया जबकि वह पिता बन चुके थे लेकिन वह अपने बच्चे से नहीं मिल सके उन्हें टीम मैनेजमेंट ने कोई पितृत्व अवकाश नहीं दिया।” उन्होंने इसके लिए टीम मैनेजमेंट के भेदभाव पूर्ण रवैया को जिम्मेदार ठहराया है।
ये बेहद जरूरी सवाल है कि टी नटराजन को अवकाश क्यों नहीं दिया गया? जहाँ Paternity leave या पितृत्व अवकाश कुछ लोगों को बचकाना लगता है लेकिन माँ की तरह पिता को भी इस अवकाश का हक है। जिस तरह से विराट कोहली को यह अवकाश दिया गया है उसी तरह से टी नटराजन को भी यह अवकाश मिलना चाहिए था।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई खिलाड़ी नया है या पुराना, उसका फॉर्म अच्छा है या खराब, वह कैप्टन है या साधारण गेंदबाज, या कोई साधारण इंसान ही क्यों न हो। सभी को पितृत्व अवकाश मिलना चाहिए क्योंकि ये किसी भी पिता लिए एक भावनात्मक क्षण माने जाते हैं।
इसलिए जो लोग विराट कोहली के पितृत्व अवकाश पर सवाल उठा रहे हैं उनकी सोच गलत मानी जा सकती है लेकिन टी नटराजन को अवकाश ना मिलने का सवाल बिल्कुल जायज है और यह टीम मैनेजमेंट की एक भेदभावपूर्ण हरकत है जो बहुत कुछ कहती है ।