अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने QUAD के साथी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को अमेरिका की प्रतिष्ठित लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया है। इस तरह से अपने QUAD के साथियों को उनके अमेरिका के साथ सम्बन्धों में विशेष योगदान के लिए सम्मानित कर QUAD को मुख्यधारा में ला दिया है। ऐसा लगता है कि यह ट्रम्प के व्हाइट हाउस छोड़ने से पहले चीन के खिलाफ नकेल कसने में साथ देने वाले देश के राष्ट्रप्रमुखों को आखिरी उपहार दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने और वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के उदय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके नेतृत्व के लिए प्रतिष्ठित ‘Legion of Merit’ प्रदान किया गया है।
अमेरिका में भारत के राजदूत, तरनजीत सिंह संधू ने सोमवार यानि 21 दिसंबर को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन से प्रधान मंत्री की ओर से इस सर्वोच्च सैन्य पदक में से एक पुरस्कार को स्वीकार किया।
ओब्रायन ने ट्वीट कर कहा, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने नेतृत्व के जरिए अमेरिका-भारत की रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने के लिए ‘Legion of Merit’ पेश किया। अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने पीएम मोदी की ओर से पदक स्वीकार किया।’
राबर्ट ओ’ब्रायन ने बताया कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री को इस अवार्ड से इसलिए सम्मानित किया गया क्योकि शिंजो के नेतृत्व में जापान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंडो पेसिफिक के लिये काम किया।
President Donald Trump presented the Legion of Merit to Indian PM Narendra Modi for his leadership in elevating the US-India strategic partnership. Indian Ambassador to US Taranjit Singh Sandhu accepted the medal on behalf of PM Modi: US National Security Advisor Robert C O'Brien pic.twitter.com/GP2DLMCpwY
— ANI (@ANI) December 22, 2020
अमेरिका ने आखिरी बार 18 सितंबर, 2020 को कुवैत के शेख सबा अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह को ‘Legion of Merit’ से सम्मानित किया था, जो कि मध्य-पूर्व के अशांत क्षेत्रों में शांति लाने के लिए सबसे अहम प्रशासक थे। 20 जुलाई, 1942 को अमेरिकी संसद द्वारा ‘Legion of Merit’ मेडल देने की शुरुआत की गई थी। यह अमेरिकी सेना, विदेशी सैन्य सदस्यों और उन राजनीतिक हस्तियों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने उत्कृष्ट सेवाओं और उपलब्धियों के प्रदर्शन में असाधारण और सराहनीय आचरण प्रदर्शित किया है।
हालांकि, इन तीनों नेताओं को उनके नेतृत्व और दूरदृष्टि के लिए ‘Legion of Merit’ से सम्मानित किया है, लेकिन इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने पीएम मोदी, आबे और मॉरिसन को यह पुरस्कार देकर दुनिया को यह बताया है कि यह व्हाइट हाउस में उनका कार्यकाल था कि इन देशों से अमेरिका संबंध एक अलग स्तर पर गया।
इस संबंध को चीन की आक्रामकता ने और अधिक बढ़ाया और चारों देश एक साथ एक मंच पर आकर योजनाबद्ध तरीके से चीन के खिलाफ लड़ाई मे शामिल हुए।
बता दें कि अमेरिका भारतीय प्रधानमंत्री को अपना सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान करने वाला सबसे नवीनतम देश है। इससे पहले 2016 में सऊदी अरब ने Order of Abdulaziz Al Saud, उसी वर्ष State Order of Ghazi Amir Amanullah Khan, वर्ष 2018 में फिलिस्तीन ने Grand Collar of the State of Palestine Award, वर्ष 2019 में UAE ने Order of Zayed Award, रूस ने Order of St Andrew, तथा मालदीव ने Order of the Distinguished Rule of Nishan Izzuddin दिया था।