‘ये LOGO कॉपी की हुई है’, चीन ने अमेजन पर LOGO चोरी करने के आरोप में ठोका जुर्माना

वाह! दुनियाभर की कॉपी बनाने वाला चीन अब चोरी की शिकायत कर रहा है

अमेजन

इन दिनों अमेजन कुछ अलग ही कारणों से सुर्खियों में है। बीजिंग म्यूनसिपल कोर्ट के अनुसार अमेजन अपनी प्रसिद्ध अमेजन वेब सेवा अपने लोगो का उपयोग चीन में नहीं कर सकता, क्योंकि उसका AWS इस चीनी कोर्ट के लिए कॉपीराइट उल्लंघन है –

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चौंक गए न? परंतु यही सच है। खुद दुनिया भर की तकनीक टीपने वाला चीन अमेजन की वेब सेवा को अपना ही acronym इस्तेमाल करने से रोक रहा है, क्योंकि ये चीन के लिए कॉपीराइट अधिनियमों का उल्लंघन है।

ये तो वही बात हो गई कि उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे। वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार बीजिंग के म्यूनसिपल कोर्ट ने कहा कि यह acronym वास्तव में Action Soft Science & Technology Production Co. के नाम पंजीकृत है। इतना ही नहीं, अमेजन को ActionSoft को 11.8 मिलियन डॉलर का मुआवजा देने का भी हुक्म जारी किया है। 

ActionSoft ने अमेजन के विरुद्ध कॉपीराइट के लिए 2018 में मुकदमा दायर किया था, और अब चीनी कोर्ट ने उसके पक्ष में निर्णय सुनाया है। जबकि अमेजन ने स्पष्ट किया कि उसका AWS मॉडल 2002 से सक्रिय है, तो कॉपीराइट उल्लंघन का तो सवाल ही नहीं उठता।  फिलहाल अमेजन वेब सेवा ने इसके विरुद्ध चीनी सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है, लेकिन इस प्रकरण से स्पष्ट पता चलता है कि चीन किस प्रकार से किसी भी अंतर्राष्ट्रीय टेक कंपनी को अपने यहाँ किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं देन चाहता।

चीन में निवेश करने को भले ही गूगल, ट्विटर, फ़ेसबुक जैसे कंपनी इच्छुक हो, लेकिन चीन में ये सभी अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंधित है। इसके अलावा अब अमेजन को अपनी ही कंपनी के एक भाग का लोगो इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है। इसक अलावा 2012 में एप्पल को भी आई पैड के ट्रेडमार्क विवाद के चक्कर में चीन को 6 करोड़ डॉलर चुकाने पड़े थे।

यह चीन द्वारा विदेशी कंपनियों से उगाही का एक बहुत पुराना पैंतरा रहा है, जो CCP के सिद्धांतों के अनुसार ही चलता है। खुद ही लोगो भी चुराएंगे, खुद ही तकनीक भी चुराएंगे और उलटे पीड़ितों पर मुकदमा भी वही ठोकेंगे। यानि चित्त भी मेरी और पट भी मेरी। लेकिन चीन ये भूल रही है कि हर चीज की एक सीमा होती है, और यदि वह इसी तरह अपनी सीमाएँ लांघती रही, तो वो दिन भी आएगा जब चीन अपने ही बुने जाल में फंस जाएगा और कोई भी उसकी मदद को आगे नहीं आएगा।

 

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