हाल ही में तांडव के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र को क्षमा माँगनी पड़ी है। लेकिन उनके वेब सीरीज के सदस्यों के रुख को देखकर लगता नहीं है कि उनका माफीनामा कोई मायने रखता है।
बता दें कि तांडव में कई ऐसे दृश्य दिखायें गए हैं, जो न केवल खुलेआम हिन्दू संस्कृति का अपमान करते हैं, बल्कि जातिवाद, राष्ट्रद्रोह को भी बढ़ावा दे रहे हैं। शिवजी को श्रीराम से जलते हुए दिखाना हो, या फिर पुलिस एनकाउन्टर को अल्पसंख्यक विरोधी दिखाना हो, आप बोलते जाइए और वो सब तांडव सीरीज में आपको देखने को मिलेगा।
इसी के चलते देशभर में तांडव के विरुद्ध आक्रोश उमड़ा हुआ है, और कई लोगों ने तांडव पर प्रतिबंध लगाने की बात की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने तो तांडव के निर्माताओं एवं लेखकों के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्रवाई करने की व्यवस्था भी की है। इसी बीच अली अब्बास ज़फ़र ने सभी से माफी मांगते हुए ट्वीट किया कि वे किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहते थे, और यदि कुछ गलत हुआ है, तो वे इसके लिए लोगों से माफी भी मांगते हैं।
Our sincere apologies . pic.twitter.com/Efr9s0kYnl
— ali abbas zafar (@aliabbaszafar) January 18, 2021
हालांकि, उनके सीरीज के सदस्यों के ट्वीट देखकर तो ऐसा बिलकुल नहीं लगता कि वे कहीं से भी शर्मिंदा हैं। इस सीरीज से जुड़ी अभिनेत्री कृतिका कामरा ने उलटे आक्रोशित दर्शकों का मज़ाक उड़ाते हुए ट्वीट किया, “इंडियन ट्विटर – तांडव को प्रतिबंधित करो। इंदौर पुलिस – टेकनीक ही गलत है तुम्हारी”।
https://twitter.com/Mdzeeshanayyub/status/1350532502599958540?s=20
यहाँ उनका स्पष्ट रूप से मुनव्वर फारूकी की ओर था, मानो वह पुलिस को तांडव के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए उकसा रही थी। कृतिका के अलावा मोहम्मद जीशान अयूब, जो इस फिल्म में कन्हैया कुमार से प्रेरित रोल कर रहे हैं, वो भी जनता के विरोध का मज़ाक उड़ाते हुए दिखे। एक ओर उन्होंने कृतिका के ट्वीट्स का समर्थन किया, तो वहीं सीरीज रिलीज होने से कुछ दिन पहले जनाब मुनव्वर फारूकी के बेल न मिलने पर सिस्टम को तानाशाही ठहराने का प्रयास कर रहे थे ।
अरे, कहाँ गए वो ‘victimcard’ बोलने वाले!!
फिर किसी झूठ को सच और सच को झूठ बना रहे होंगे जाहिल!!! https://t.co/lBb93OA9wJ— Mohd. Zeeshan Ayyub (@Mdzeeshanayyub) January 10, 2021
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि तांडव के निर्माताओं का माफीनामा किसी काम का नहीं है, क्योंकि उनके अभिनेताओं को अपने कृत्यों का कोई अफसोस नहीं है। अब उत्तर प्रदेश के साथ साथ मध्य प्रदेश ने भी इन घमंडी कलाकारों की हेकड़ी को ठिकाने लगाने का प्रबंध कर दिया है, और ऐसे में ये माफीनामा व्यर्थ ही सिद्ध हुआ है।