पत्रकारिता हो तो CNN जैसी, बाइडन के सत्ता में आते ही निष्पक्षता भूल करने लगा प्यार भरी कवितायें

ट्रम्प के सामने निष्पक्षता का दावा करने वाले CNN का हुआ भंडाफोड़!

बाइडन

ट्रम्प शासन में सबसे आक्रामक पत्रकारिता करने वाली CNN, इन दिनों बाइडन के लिए कसीदे पढ़ रही है। बाइडन प्रशासन के पहले दिन से जिस प्रकार CNN ने उसके पक्ष में पत्रकारिता शुरू की है, उसे देखकर लगता है की व्हाइट हाउस में पत्रकारों को मिलने वाली दावतों के दिन वापस आ रहे हैं, जिसकी कमी ट्रम्प प्रशासन में अमेरिकी मीडिया को बहुत खलती रही होगी। यही कारण है कि CNN, जो ट्रम्प शासन में राष्ट्रपति की आलोचना को साहसी और निष्पक्ष पत्रकारिता बताता था, सरकार बदलते ही दरबारी की भूमिका में आ गया है।

डेमोक्रेटिक पार्टी और अमेरिका के स्थापित उदारवादी वामपंथी पत्रकारिता जगत की मिलीभगत इन दिनों खुलकर दिख रही है। यह सिर्फ CNN जैसे मीडिया हाउस की पत्रकारिता में ही नहीं बल्कि सरकारी नियुक्तियों में भी देखने को मिल रही है। बाइडन ने ,एंटोनियो ब्लिंकीन को अपना सेक्रेटरी ऑफ स्टेट नियुक्ति किया है, जो न्यू यॉर्क टाइम्स में Contributing Opinion Writer  एवं CNN के लिए Global affairs analyst रह चुके हैं। वहीं जेन प्साकि को प्रेस सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है जो लिबरल मीडिया संस्थाओं से जुड़ी रही हैं।

वहीं एक और फैसले में CNN  ने अपने पत्रकार जिम अकोस्टा को व्हाइट हाउस से हटा दिया है। जिम ट्रम्प शासन में राष्ट्रपति को प्रेस ब्रीफिंग में अपने प्रश्नों से घेरा करते थे। यहाँ तक कि एक बार ट्रम्प ने गुस्सा कर उन्हें ‘rude’ और ‘terrible person’ कह दिया था। ऐसे में बाइडन के शपथ ग्रहण के बाद जिम को व्हाइट हाउस से हटाकर CNN  ने इस बात की व्यवस्था की है कि बाइडन को प्रेस कांफ्रेंस में ऐसी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।

CNN का रवैया उसकी पत्रकारिता में दिख रहा है। CNN के पत्रकार David Chalian ने बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह की व्याख्या काव्यात्मक अंदाज में करते हुए कहा कि “लिंकन मेमोरियल से निकल रही रोशनी को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे बाइडन अपनी दो बाहें फैलाकर अमेरिका को गले लगा रहे हैं।”

कितना मजेदार है कि निष्पक्ष और मुद्दों की पत्रकारिता का दावा करने वाला मीडिया हाउस बाइडन के आते ही कविता करने लगा। CNN के head of communications, Matt Dornic ने व्हाइट हाउस की आतिशबाजी के लिए लिखा कि “यह हमारे मित्रों को प्रेरित करे और हमारे शत्रुओं को भयभीत करे।” ऐसा लग रहा है कि CNN  के ऑफिस में साहित्यिक प्रतियोगिता चल रही है। नीचे कुछ बयान दिए गए हैं जो बताते हैं कि वाकई CNN ने साहित्यिक प्रतियोगिता शुरू कर दी है जिसमें अमेरिका का पूरा उदारवादी वामपंथी पत्रकार संगठन शामिल हो रहा है।

CNN एंकर WOLF BLITZER: अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति, अपने भाषण में अपनी आत्मा को उतार रहे हैं।

CNN पत्रकार JAKE TAPPER- “हमने राष्ट्रपति जो बिडेन के दृढ़ निश्चय और करुणा को देखा”

MSNBC एंकर JOY REID: “जिल बाइडन और जो बाइडन के बीच कितनी अद्भुत प्रेम कहानी है। हमने (पिछले) चार साल में व्हाइट हाउस में एक प्रेम कहानी नहीं देखी।”

तो वामपंथी उदारवादी पत्रकारों के अनुसार व्हाइट हाउस में वही प्रेसिडेंट अच्छा माना जाएगा, जिसके समय दो चार प्रेम कहानी, व्हाइट हाउस के बगीचों में बने। सबसे अच्छी प्रेम कहानी वैसे बाइडन और CNN जैसे मीडिया संस्थानों की बन रही है जो बाइडन की छवि चमकाने के लिए झूठी खबरें भी फैला रहे हैं। जैसे CNN ने जोरो शोरो से यह झूठ फैलाया की ट्रम्प प्रशासन ने वैक्सीनेशन के लिए कोई योजना ही नहीं बनाई थी और बाइडन को सब कुछ शून्य से शुरू करना है। इसके लिए CNN ने किसी अनाम अधिकारी का हवाला दिया। बाद में खुद बाइडन प्रशासन को इसका खंडन करना पड़ा।

अमेरिकी मीडिया का वामपंथ दक्षिणपंथ में बंटवारा जगजाहिर है। बाइडन को संभावित खतरा FOX न्यूज़ से होना है। यही कारण है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के अलावा CNN के संवाददाता भी फॉक्स के पीछे पड़े हैं तथा उसे air होने से रोकने के प्रयास में लगे हैं। CNN ने साबित कर दिया है कि अमेरिका में स्वतंत्र पत्रकारिता जैसा कुछ नहीं है। बाइडन के शपथ ग्रहण के बाद यह साफ हो गया है कि उदारवादी वामपंथी मीडिया संस्थानों द्वारा पिछले चार वर्षों में दिखाई गई तथाकथित साहसी और निष्पक्ष पत्रकारिता दरसल अपने डेमोक्रेटिक मालिकों के प्रति उनकी स्वामिभक्ति का परिणाम थी। ट्रम्प की उनके बारे में धारणा शत प्रतिशत सत्य निकली।

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