पूरी दुनिया जहां 2020 में कोरोनावायरस को लेकर चीन की धुलाई कर रही थी तो वहीं इस साल भारत में बॉलीवुड और उसके स्टार्स की खूब आलोचना हुई। TFI में भी इस साल ये खबरें सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रही है। चर्चित खबरें तो काफी रहीं जिसमें राम मंदिर निर्माण की खुशी से लेकर शाहीन बाग की नौटंकी वाला आंदोलन और या फिर देश में कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में सरकार की सक्रियता लेकिन कुछ खबरें ऐसी थी जो लोगों का ध्यान 2020 में आकर्षित करती रही जिनकी टॉप 5 फेहरिस्त कुछ ऐसी है।
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मृत्यु के बाद बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद को लेकर दो धड़े बन गए थे जिसमें आए दिन कोई न कोई पंगा होता था। वहीं अजय देवगन और करण जौहर वाला किस्सा लोगों के बीच चर्चित रहा है। करण जौहर और अजय देवगन की फिल्मों के बीच दिवाली रिलीज का पुराना क्लैश इसकी वज़ह रहा था; जिसको लेकर कमाल आर खान विवादित टिप्पणियां कर चुके थे।
इसके बाद काजोल और करण जौहर की दोस्ती का टूटना सभी को याद है। करण जौहर के विवादित बयान अक्सर ऐसे होते थे जो पाकिस्तानी समर्थक प्रतीत होते थे। दूसरी ओर अजय देवगन का रवैया लोगों को पसंद आता है। करण जौहर और अजय देवगन की इस दुश्मनी को करण ने अपनी किताब एन अनसूटेबल बॉय में भी इसका जिक्र किया। करण की गिरती लोकप्रियता और अजय के बढ़ते ग्राफ पर करण शर्मिंदा ही रहे।
तीन वर्षों तक “शिवाय” और “ए दिल हैं मुश्किल” से शुरू हुई लड़ाई में आखिरकार करण जौहर को हार माननी पड़ी और लगभग 3 वर्ष बाद ‘कॉफी विद करण’ के एक एपिसोड में कारण ने सार्वजनिक रूप से काजोल से माफी मांगी और अजय से दोस्ती की उम्मीद जताई।
Being Human के मास्क के लिए सलमान भाई की हुई Online धुनाई, भाई का Stardom दम तोड़ता जा रहा है
बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान जिनका स्टारडम अब ढलान पर है; वह भी सोशल मीडिया पर लोगों के आक्रोश का शिकार हो चुके हैं और यह अब उनके लिए आम बात हो गई है। सलमान खान की सोशल मीडिया पर ऐसी ही एक धुलाई कोरोनावायरस के बचाव वाले मास्क को लेकर हुई। उन्होंने अपने इन्स्टाग्राम अकाउंट पर अपने ‘बीइंग ह्यूमन’ का मास्क पहनकर एक फोटो शेयर की, इसके जरिए मास्क और बीइंग ह्यूमन का प्रचार किया और लोगों को यही मास्क खरीदने के लिए प्रेरित किया।
सलमान खान का यह रवैया किसी को पसंद नहीं आया और सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी क्लास लगा दी। लोगों ने कोरोनावायरस के चलते इस महामारी के दौर में भी सलमान खान के पैसों के लालच को उजागर कर दिया। साथ ही लोगों ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर सलमान के उदासीन और दोगले रवैए पर सवाल उठाए जिसमें भाई-भतीजावाद मुख्य मुद्दा था, सलमान को 2020 की आलोचना हमेशा याद रहेगी।
मुकेश अंबानी को Jio ने बचा लिया, नहीं तो आज बर्बाद हो चुके होते एशिया के सबसे अमीर आदमी
भारतीय बिजनेस मैन मुकेश अंबानी पूरे साल लोगों की चर्चा का विषय रहें हैं। एशिया के अमीर व्यक्ति होने की दौड़ में जैक मा और मुकेश अंबानी के बीच सीधी जंग रही है जिसमें मुकेश अंबानी हर बार आगे रहे हैं। एक समय ऐसा था जब रिलायंस गर्त में जा रहा था; ऐसे वक्त में रिलायंस जियो ने मुकेश अंबानी का पूरा करियर ही बदल दिया।
इस वर्ष, यानि 2020 में फेसबुक के साथ डील के बाद अंबानी की संपत्ति 4 अरब डॉलर बढ़कर 49.5 अरब डॉलर (लगभग 3.77 लाख करोड़ रुपए) हो गई है, जिसमें जियो में भी फेसबुक की 9.99 फीसदी की हिस्सेदारी है। पेट्रोकेमिकल तक सीमित रहने वाला रिलायंस जिओ की वजह से भारतीय कम्युनिकेशन इंडस्ट्री का इकलौता सबसे बड़ा खिलाड़ी बन गया है और इसने मुकेश अंबानी की दौलत और शोहरत में अभूतपूर्व बढ़ोतरी की है।
इसके अलावा भारतीय ट्रेड में चीन की हिस्सेदारी भारत सरकार घटाती जा रही है। चीन के साथ भारत के बिगड़ते रिश्तों को भारत आर्थिक मोर्चे पर भी प्रतिबिंबित कर रहा है। भारत ने इस साल CAIT ने करीब 3,000 ऐसी वस्तुओं की लिस्ट बनाई है जिनका बड़ा हिस्सा चीन से आयात किया जाता है, लेकिन जिनका विकल्प भारत में मौजूद है या तैयार किया जा सकता है।
CAIT ने जिन वस्तुओं की सूची बनाई है, उनमें मुख्यत: इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, एफएमसीजी उत्पाद, खिलौने, गिफ्ट आइटम, कंफेक्शनरी उत्पाद, कपड़े, घड़ियां और कई तरह के प्लास्टिक उत्पाद शामिल थे। अब CAIT इन्हें भारत के निर्माताओं से ही खरीदने की कोशिश कर रहा है, जिससे “वॉकल फॉर लोकल” मुहिम को बढ़ावा मिलेगा।
कोरोना की वजह से पूरी दुनिया का भारतीयकरण हो रहा है, दाह संस्कार इसका सबसे नया उदाहरण है
कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया भारतीय संस्कृति को खुशी-खुशी अपना रही है। सोशल डिस्टेंसिंग के चलते लोग अब हाथ नहीं मिलाते बल्कि भारतीय संस्कृति से जुड़ा नमस्ते करते हैं।
कुछ इसी तरह साल 2020 में विश्व ने भारत के दाह संस्कार वाली हिंदू संस्कृति को अपनाया है। चीन में जब इस वायरस ने महामारी के रूप में परिवर्तित हुआ तब चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने तुरंत इस बीमारी से मरने वालों का cremation या दाह संस्कार (शव को खुले स्थान में अग्नि की उपस्थिती में अन्त्येष्टि) करने का निर्देश दे दिया और burial या शव को दफनाने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी जिससे यह वायरस और न फैले। जिस प्रक्रिया को चीन और विश्व के कई देश आज इस विपदा के आने पर अपना रह हैं, उसे सनातन धर्म शताब्दियों नहीं बल्कि हजारों वर्षों से करता आया है क्योंकि किसी भी शव को दफनाने से कई प्रकार ही समस्या होती है।
बढ़ती आबादी के साथ रोज मृत्यु को प्राप्त होने वालों को दफनाने के लिए इतनी जमीन नहीं बची है। अगर आप अमेरिका में सभी कब्रिस्तानों को जोड़ेंगे तो डोब्सचा के अनुसार, यह 1 मिलियन एकड़ जमीन को मापेगा। दूसरी दफनाने का पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वहीं इसमें खर्च भी अधिक आता है। ऐसे कठिन समय में भारतीय हिंदू संस्कृति की ओर आशा किरण से विश्व का देखना दर्शाता है कि भारत आज फिर विश्व गुरु है और ये बदलते वर्षों के साथ साबित भी होता रहेगा।
TFI की अनेकों चर्चित खबरों में से ये पांच सबसे चर्चित थीं, जो 2020 में भारत की पूरी झलक देती हैं क्योंकि इसमें भाई भाई-भतीजावाद वाले बॉलीवुड की बेइज्जती भी हुई है और चीन को लताड़ भी लगाई गई है। इसमें भारत के बिजनेसमैन का वैश्विक स्तर पर बजने का डंका भी दिखा है; साथ ही भारतीय संस्कृति को विश्व द्वारा मिले सम्मान के उदाहरण भी सम्मिलित हैं, जो एक नए भारत की गवाही दे रहे हैं।