कभी-कभी सांप को बिल से बाहर निकालने के लिए पानी की एक बौछार ही काफी है। हाल ही में अर्नब गोस्वामी के सार्वजनिक हुए कथित व्हाट्सएप चैट को अपने लिए एक सुनहरा अवसर मानते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत सरकार को अपने बचकाने ट्वीट्स से घेरने का प्रयास किया, परंतु अपने अतिउत्साह में उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई कार्रवाई में पाकिस्तानी आतंकियों को बहुत नुकसान झेलना पड़ा।
हाल ही में अर्नब गोस्वामी को घेरने के प्रयास में मुंबई पुलिस ने उसके कथित व्हाट्सएप चैट सार्वजनिक किये, जिनके अनुसार अर्नब को कई ऐसे जानकारियों के बारे में पता था, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बहुत अहम थे। इन्ही में से एक चैट की माने तो अर्नब को भारतीय वायुसेना के बालाकोट स्ट्राइक और आगे की कार्रवाई के बारे में पहले से ही पता था, लेकिन साक्ष्य के तौर पर जो चैट दिखाए गए, उसमें ऐसे कोई प्रमाण नहीं थे जो मुंबई पुलिस के इस आरोप को सत्य साबित कर सके –
अब इस अति उत्साह का फायदा पाकिस्तान न उठाए, ऐसा भला हो सकता है क्या? इमरान खान ने तुरंत भारत पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “2019 में मैंने UN की आम सभा में बताया था कि कैसे मोदी सरकार ने बालाकोट के मसले का इस्तेमाल अपनी चुनावी विजय सुनिश्चित कराने के लिए किया है। हाल ही में एक भारतीय पत्रकार के चैट के खुलासे इस बात की पुष्टि करते हैं कि मोदी सरकार और हिन्दुस्तानी मीडिया के बीच एक गहरी सांठगांठ है, जो पूरे क्षेत्र को खतरे में डाल सकते हैं, ताकि मोदी चुनाव जीत जाए। पाकिस्तान ने बालाकोट के मसले को एक बड़े जलजले में तब्दील होने से बचाया, फिर भी मोदी सरकार हिंदुस्तान को एक खतरनाक मुल्क में परिवर्तित कर रही है” –
that led to a dangerous military adventurism to win an election in utter disregard for the consequences of destabilising the entire region. Pakistan averted a larger crisis by a responsible, measured response to Balakot. Yet, Modi govt continues to turn India into a rogue state.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 18, 2021
I want to reiterate that my govt will continue to expose India's belligerent designs towards Pakistan & Modi govt's fascism. Int community must stop India from its reckless, militarist agenda before the Modi govt's brinkmanship pushes our region into a conflict it cannot control.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 18, 2021
अतिउत्साह में अपने ही देश की पोल खोलने का इससे बढ़िया उदाहरण कोई नहीं हो सकता। पाकिस्तान के अनुसार भारतीय वायुसेना ने कुछ पेड़ नष्ट किये थे, और उनकी कार्रवाई का पाकिस्तान पर कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन यहाँ इमरान खान ने तो पूरी पोल खोल दी। कुछ ही दिनों पहले पाकिस्तान की पूर्व कूटनीतिज्ञ आगा हिलाली ने एक उर्दू न्यूज चैनल पर बताया था कि भारतीय वायुसेना की कार्रवाई में कम से कम 300 से अधिक आतंकी मारे गए थे। अक्टूबर 2020 में विपक्षी पार्टी PML [नवाज़] अयाज़ सादिक के अनुसार विदेश मंत्री शाहिद महमूद कुरैशी ने नेशनल असेंबली में कहा था कि यदि पकड़े गए वायुसेना अफसर अभिनंदन को रिहा नहीं किया गया, तो भारत पाकिस्तान पर रात 9 बजे तक हमला कर देगा।
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को घेरने के प्रयास में अपने ही देश की पोल खोल दी है, और ये सिद्ध किया है कि न केवल पुलवामा हमला पाकिस्तान प्रायोजित था, बल्कि 26 फरवरी की सुबह भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी खेमे में त्राहिमाम मचाया था।