जापान एक closed इकॉनमी वाला राष्ट्र है, लेकिन भारत के साथ स्थितियां विपरीत हैं। जापान, भारत के साथ अपने रिश्तों को बेहतर करने पर लगातार काम कर रहा है। इसके चलते भारत और जापान के बीच निर्दिष्ट कुशल कामगारों से जुड़ा एक विशेष सहयोग समझौता हुआ है जो कि कुशल भारतीय कामगारों को जापान में काम करने की अनुमति प्रदान करेगा। भारत और जापानइस मुद्दे पर भारत के कुशल कामगारों को जापान पहुंचाने और उनके रहने के लिए जल्द ही नीतियां भी तय करेंगे, जो कि भारत के बेरोजगारों के लिए एक सकारात्मक अवसर बन सकता है, और दोनों देशों के रिश्तों को तो मजबूती मिलेगी ही।
भारत और जापान के बीच श्रमिकों के लिए हुए इस समझौते पर भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला और भारत में जापान के राजदूत सुजूकू सतोषू ने हस्ताक्षर किए हैं। जापान सरकार इस बात पर पूरी तरह राजी हो गई है कि वो भारतीयों को Japan लाने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर अपना मैकेनिज्म तैयार करेगी। जापान ने 2019 में निर्दिष्ट कुशल कामगारों से जुड़ी एक योजना शुरु की थी, जो कामगारों को वहां रहने की अनुमति देती है। अब इसी योजना के तहत ही जापान भारत के साथ एक सकारात्मक सहयोग समझौता कर रहा है।
इस समझौते पर हस्ताक्षर करने को लेकर जापानी राजदूत सतोषी ने कहा कि इस समझौते के जरिए भारत और जापान को अपने कूटनीतिक रिश्तों को प्रगाढ़ करने का अवसर मिलेगा और साथ ही बेरोजगार भारतीयों को भी Japan में रोजगार के बेहतरीन अवसर प्राप्त होंगे। इस समझौते के जरिए Japan में भारतीयों की सुरक्षा पर भी सहमति बन गई है और भारतीय नागरिकों को Japan में SSW नीति का अधिक फायदा देने के लिए इस योजना को भी अधिक सहज बनाया जाएगा।
भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला का इस मुद्दे पर कहना है कि SSW की इस योजना क लागू होने से भारत और Japan के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे। इस योजना में साथ काम करने को लेकर दोनों ही राष्ट्र और उनकी सरकारे काफी उत्साहित हैं। खास बात ये है कि इस समझौते के बाद 14 कैटेगरी के कामगार आसानी से अपना रोजगार शुरु कर सकेंगे, जिसमें ऑटोमोबाइल, कृषि, फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक, समुद्री कारोबार, फिशिंग समेत अन्य महत्वपूर्ण पेशे हैं जो भारतीयों को रोजगार के सुगम अवसर प्रदान करेंगे।
Japan में जनसंख्या के कमी के कारण कामगारों और पेशेवर लोगों की कमी है तो जापान भारत के साथ अपने इस समझौते के जरिए अपने लिए कुशल कामगारों को भारत से प्राप्त करेगा, तो दूसरी ओर भारत को भी इस कदम से फायदा होगा, क्योंकि भारत में बेरोजगारी ने अपने पांव पसार रखें हैं जिसके चलते सरकार लगातार अपने नागरिकों के लिए रोजगार के अवसरों को सृजित करने की नीति अपना रही है। साथ ही जापान की अर्थव्यवस्था में भी भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
Japan अपने यहां आर्थिक रूप से अन्य देशों को ज्यादा स्वतंत्रता नहीं देता है। इसके बावजूद अपने इस कदम से जापान ने भारत को महत्वता दी है जो जाहिर करती है कि भारत और जापान के रिश्ते एक ऩए मुकाम पर पहुंच चुके हैं। वहीं इस नए कदम से भारत और जापान के द्विपक्षीय रिश्तों पर तो सकारात्मक असर पड़ेगा ही, साथ ही क्वाड जैसा संगठन भी मजबूत होगा, क्योंकि भारत और जापान क्वाड की सबसे महत्वपूर्ण और मजबूत कड़ी माने जाते हैं।