हाल ही में बीबीसी एक बार फिर विवादों के घेरे में आया, जब उसने नए नए अमेरिकी राष्ट्रपति बने जो बाइडन के बारे में चर्चा करने के लिए अपने कार्यक्रम में भारत के मानचित्र को गलत ढंग से दिखाया। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से उसने इस विषय पर माफी भी मांगी, और उस आपत्तिजनक कॉन्टेन्ट को भी हटवाया।
चौंक गए क्या? परंतु ऐसा ही हुआ है। अभी हाल ही में बीबीसी ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के विषय पर चर्चा करने हेतु अपने चर्चित बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के माध्यम से एक कार्यक्रम प्रसारित किया। लेकिन इस कार्यक्रम पर तब विवाद खड़ा हो गया, जब इसने भारत के मानचित्र को गलत तरह से दिखाया, जिसमें जम्मू कश्मीर भारत के हिस्से के तौर पर दिखाया ही नहीं गया।
अब जिस बीबीसी ने दो वर्षों से जम्मू कश्मीर के विषय पर सिर्फ और सिर्फ भ्रामक खबरें ही फैलाई हों, उसके लिए तो ये कोई हैरानी की बात नहीं है। वास्तव में बीबीसी ये दर्शाना चाहता है कि जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा कभी था ही नहीं। वैसे भी, जब से अनुच्छेद 370 निरस्त हुआ, बीबीसी ने कश्मीर के परिप्रेक्ष्य में भ्रामक और भारत विरोधी खबरें ही प्रसारित की हैं।
लेकिन इस बार अंग्रेज़ों की दाल नहीं गली। लोगों ने इस कदम का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध किया, और यहाँ तक कि लेबर पार्टी के सदस्यों ने भी इस कदम का विरोध किया। इनमें सबसे अग्रणी रहे पश्चिम लंदन में ईलिंग साउथॉल से सांसद विरेन्द्र शर्मा, जिन्होंने बीबीसी को पत्र लिखते हुए कहा, “ये मानचित्र एक अधूरे भारत को दिखाता है। यहाँ जम्मू कश्मीर को दिखाया ही नहीं गया है, जो भारत का अभिन्न हिस्सा है। जिस तरह से उसे दिखाया गया है, वो करोड़ों भारतीयों और यूके में रह रहे भारतीयों के लिए किसी अपमान से कम नहीं है”।
विरेन्द्र शर्मा ने आगे अपने पत्र में आगे लिखा, “बीबीसी वर्ल्ड सर्विस एक उम्दा संसाधन है, जो यूके के सॉफ्ट पावर का परिचायक है। लेकिन इस रिकॉर्ड पर ये घटना एक कालिख बन सकती है, क्योंकि इसे भारत विरोधी के तौर पर देखा जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय डेवलपमेंट सिलेक्ट कमेटी का सदस्य होने के नाते मैं इसका विरोध करता हूँ, और इस गलत मानचित्र के हटाए जाने की वकालत करता हूँ”।
फलस्वरूप बीबीसी को न केवल ये विवादित मानचित्र हटाना पड़ा, बल्कि उसने आश्चर्यजनक रूप से इस विषय पर माफीनामा भी पोस्ट किया। बीबीसी के प्रवक्ता के अनुसार, “हमने लंदन से होने वाले प्रसारण में गलती से भारत के ऐसे मानचित्र को अपलोड किया, जिसमें कई खामियाँ थी। ये बीबीसी न्यूज का आधिकारिक मैप नहीं है, और चैनल ने भारत का अधूरा मानचित्र पोस्ट किया। हमने इसे ठीक किया, और किसी भी असुविधा के लिए हम सहृदय से क्षमाप्रार्थी हैं”।
जिस बीबीसी ने कश्मीर से जुड़ी भ्रामक खबरें और वुहान वायरस से जुड़ी कई बातों के लिए माफी नहीं मांगी, उसी बीबीसी को यदि भारत के एक गलत मानचित्र प्रसारित करने के लिए क्षमा माँगनी पड़ी हो, उससे स्पष्ट संदेश जाता है कि अब भारत की मांगों को वैश्विक स्तर पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ये उन मीडिया आउटलेट्स के लिए भी कड़ा संदेश है, जो आए दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर भारत को अपमानित करने वाले पोस्ट्स छापते फिरते हैं, और भारत के मानचित्र का गलत चित्रण करते हैं।