अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बेशक चुनावों में जीत पाने में सफल ना हुए हों, लेकिन वे अब एक मजबूत विपक्ष का नेतृत्व कर बाइडन प्रशासन पर दबाव बनाए रखने की योजना पर काम करते दिखाई दे रहे हैं। वे अब Democratic पार्टी के खिलाफ उन्हीं के हथकंडों को अपना रहे हैं, जो कभी Democrats Republicans के खिलाफ अपनाया करते थे।
दरअसल, अभी Republicans के राज वाले 6 अमेरिकी राज्यों ने West Virginia के नेतृत्व में बाइडन प्रशासन को एक खुला पत्र लिखा है। सभी राज्यों ने मिलकर बाइडन प्रशासन को धमकी दी है कि अगर बाइडन निजी अधिकारों, केंद्रीय क़ानूनों और संविधान के खिलाफ कोई भी कदम उठाकर सत्ता का केन्द्रीकरण करने की कोशिश करते हैं तो वे बाइडन के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलाएँगे! बता दें कि ट्रम्प राज में सभी Democrats ने इसी प्रकार ट्रम्प की नीतियों के विरोध में उनपर दर्जनों मुकदमे चलाये हुए थे। अब Democrats के खिलाफ Republicans भी वही रास्ता अपनाते दिखाई दे रहे हैं।
राज्यों द्वारा लिखे गए पत्र के मुताबिक “बाइडन प्रशासन को संविधान के खिलाफ जाकर देश के संस्थानों को कमजोर करने वाले ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए, जो देश को लाभ से ज़्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।” पत्र में आगे लिखा था “इस पत्र के माध्यम से हम आपसे विनती करते हैं कि संविधान के अंतर्गत ऐसी नीतियों को लेकर आगे चलें, जिनसे राष्ट्रपति पद की गरिमा बढ़े।” पत्र में आगे धमकी भरे लहजे में लिखा था “अगर राष्ट्रपति बाइडन कांग्रेस द्वारा पारित किए गए किसी भी अवैध कानून को पास करते हैं, तो उन्हें कोर्ट में चुनौती देना हमारी ज़िम्मेदारी और हमारा कर्तव्य होगा।”
स्पष्ट है कि अब Republicans के नेतृत्व वाले राज्य गुट बनाकर बाइडन के खिलाफ अभियान छेड़ चुके हैं।
यह उन्होंने अपने Democrat समकक्षों से ही सीखा है। वर्ष 2016 में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही Democrats ने उनपर चुनावों में धांधली करने का आरोप लगाना शुरू कर दिया था। पिछले साल “Black Lives Matter” प्रदर्शनों की आड़ में देश में अराजकता फैलाकर भी कुछ तत्वों ने ट्रम्प सरकार को अस्थिर करने का भरपूर प्रयास किया था। ऐसे में अब जो Republicans कर रहे हैं, वो उन्होंने असल में Democrats से ही सीखा है।
ट्रम्प राष्ट्रपति नहीं रहे हैं, लेकिन वे अब भी सरकार की नीतियों को प्रभावित करने के लिए पुरजोर तरीके से विपक्ष का नेतृत्व कर रहे हैं। वे पहले ही आधिकारिक तौर पर अमेरिका में पहली बार पूर्व राष्ट्रपति का ऑफिस खोल चुके हैं, जिसके माध्यम से वे बाइडन की नीतियों को परखना जारी रखेंगे! ट्रम्प बेशक अब सत्ता में नहीं हैं, लेकिन उनके पास आज भी करोड़ों अमेरिकियों का भरपूर समर्थन हासिल है। जिस प्रकार Capitol Hill में हुई हिंसा के बाद Big tech ने ट्रम्प की आवाज़ को दबाने का प्रयास किया, उसके बाद तो उनके समर्थकों में और भी ज़्यादा रोष है। ऐसे में अब वे Republicans द्वारा शासित राज्यों की सहायता से बाइडन को घेरने की तैयारी पूरी कर चुके हैं। साथ ही साथ वे अपनी अलग राजनीतिक पार्टी Patriot पार्टी को लॉन्च करने की बात भी कह चुके हैं। ज़ाहिर है कि ट्रम्प की आवाज़ को कुचलने के बाद भी आगामी चार साल की रह बाइडन प्रशासन के लिए आसान नहीं रहने वाली!