असम,बंगाल, केरल और तमिलनाडु को मिला बजट का बड़ा हिस्सा, राजनीति और Economy का शानदार मिश्रण है बजट 2021

जानिए, कैसे सारे समीकरणों को साधने में सफल होता दिख रहा बजट-2021

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कोरोनावायरस की वैश्विक महामारी के बाद देश में आज केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने 2021-22 के लिए उम्मीदों का राष्ट्रीय बजट पेश कर दिया है। इस बजट का लोगों द्वारा अपने-अपने एजेंडे के अनुसार विश्लेषण किया जा रहा है, लेकिन ये बजट देश के आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है जिसमें राजनीतिक एजेंडे को भी जगह दी गई है। आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को भी प्राथमिकता दी गई है, साथ ही दक्षिण भारत में चुनावों को देखते हुए वित्त मंत्री ने अपनी पार्टी के कोर एजेंडों को भी छुआ है जो कि एक मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। इस तरह इस बार का बजट करीब-करीब सभी समीकरणों को साधने वाला माना जा रहा है।

निर्मला सीतारमण ने राष्ट्र के वित्तीय हितों के साथ ही अपनी पार्टी के चुनावी एजेंडे का ध्यान रखते हुए विधानसभा चुनाव वाले राज्यों के लिए करीब 2 लाख 27 हजार करोड़ रुपए के सड़क एव इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का एलान किया है। बीजेपी पश्चिम बंगाल से लेकर तमिलनाडु, असम और केरल में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपना दम-खम दिखा रही है। ऐसे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पश्चिम बंगाल को लेकर एलान किया कि पश्चिम बंगाल में कोलकाता से सिलिगुड़ी तक के नेशनल राजमार्ग पर 25,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके तहत पश्चिम बंगाल में 675 किमी राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा।

बंगाल के साथ ही इस बार बजट में तमिलनाडु का खास ध्यान रखा गया है। वित्त मंत्री ने तमिलनाडु में इन्फ्रास्ट्रक्चर की एक बड़ी सौगात दी और राज्य के लिए 3500 किमी नेशनल हाईवेज प्रोजेक्ट के तहत 1.3 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। खास बात ये भी है कि इस बड़े प्रोजक्ट में मुंबई से कन्याकुमारी तक एक कॉरिडोर बनाया जाएगा। केरल और असम को भी इस बार बजट में पहले से ज्यादा महत्व देते हुए केन्द्र सरकार द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए खजाना खोला गया है। केरल को जहां 65 हजार करोड़ रुपए तो वहीं असम में भी वित्त मंत्री ने 25 हजार करोड़ रुपए एलॉट किए हैं जो कि नेशनल हाइवे और सड़क निर्माण के लिए खर्च किए जाएंगे।

कोरोना काल के इस बजट को मोदी सरकार के लिए चुनौती माना जा रहा था। ऐसे में आर्थिक मोर्चा संभालने के साथ ही वित्त मंत्री ने बीजेपी के विधानसभा चुनाव वाले प्लान को भी ध्यान में रखा है। बीजेपी बंगाल में ममता दीदी के गढ़ को उखाड़ने की पूरी नीति पर काम कर रही है। केरल में अकेले बचे लेफ्ट के शासन को खत्म करने के लिए बीजेपी अपना चुनावी अभियान चला रही है। इसी तरह असम में भी बीजेपी दोबारा से सत्ता में लौटना चाहती है।  बीजेपी की दक्षिण भारत की राजनीति के एजेंडे में तमिलनाडु का नाम भी प्रमुख है, जहां बीजेपी सत्ताधारी AIADMK के साथ सरकार में हैं लेकिन अपने लिए भी संभावनाएं तलाशने का काम भी कर रही है।

इन सभी चार राज्यों में विधानसभा चुनावों को बीजेपी के लिए बेहद ही जरूरी माना जा रहा है।  ऐसे में बीजेपी जानती है कि अगर उसे जनता को लुभाना है तो इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे आधारभूत मुद्दे पर काम करना होगा। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने  तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और असम के लिए बजट में बंपर एलॉटमेंट किए हैं, जो कि बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव के लिहाज से एक गेम चेंजर साबित होने वाला है।

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