ड्रग्स विवाद में नामित बॉलीवुड के कई सितारों की चमक अब धुंधली होने वाली है और कारण है उनके मोबाइल तथा अन्य डिवाइस का 3 लेयर सिक्यूरिटी होने के बावजूद खुल जाना। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार NCB ने बॉलीवुड के सितारों से जब्त 84 डिवाइस गांधीनगर के फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी को जाँच के लिए दिया था जिसमें से FSL ने 30 मोबाइल के डेटा की रिपोर्ट NCB को सौंप दी है।
दरअसल, बॉलीवुड से जुड़े ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने गांधीनगर स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) को मोबाइल अनलॉक करने तथा डेटा जांच के लिए सौंपा था। इनमें से 30 मोबाइल डेटा की फाइनल रिपोर्ट NCB को मिल चुकी है। दैनिक भास्कर की की रिपोर्ट के अनुसार FSL के पास 84 डिवाइस आई हैं, जिसमें से अब तक 5 TB डेटा निकाला जा चुका है।
इन मोबाइल फ़ोन तथा अन्य डिवाइस से सिर्फ हाल-फ़िलहाल के नहीं बल्कि पिछले दो वर्षों का का डेटा निकला जा रहा है। अब ऐसा लगता है बॉलीवुड के सितारों के ऊपर भयंकर गाज गिरने वाली है। बता दें कि नामित सितारों में NCB ने दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, रिया चक्रवर्ती, रकुल प्रीत सिंह, करिश्मा प्रकाश, अर्जुन रामपाल और उनकी गर्लफ्रेंड समेत कई डायरेक्टर और मुंबई के दर्जनों ड्रग्स पैडलर के 100 गैजेट्स से डेटा रिट्राइव कर 2 हार्डडिस्क भरकर FSL को दिया था। इसमें वॉट्सऐप चैट, फोन कॉल्स, वीडियो-क्लिपिंग्स के दो साल का डेटा शामिल है।
भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार,“डिवाइस की जांच कर रहे FSL के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि अब तक 35 डिवाइस से डेटा रिकवर हो चुका है। इसी डेटा से पता चला है कि कई सेलिब्रिटीज की ड्रग डीलर और ड्रग कैरियर के साथ लगातार बात होती थी। इस चैटिंग में Marijuana और अन्य नशीले पदार्थों की डिलीवरी के लिए D और do जैसे सीक्रेट कोड इस्तेमाल किए जाते थे।“
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इन सेलिब्रिटीज ने अपने मोबाइल में थ्री-लेयर में लॉक लगा कर रखा था। परन्तु अब सिर्फ मोबाइल ही नहीं बल्कि लैपटॉप,पेन ड्राइव और DVR भी खंगाले जा रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार अधिकारी ने बताया कि जांच में यह भी पता चला है कि सेलिब्रिटीज सावधानी के लिए अपने फोन को अनलॉक करने के लिए हाई टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयरका इस्तेमाल कर रहे थे। ये पेड सॉफ्टवेयर यानि ख़रीदे हुए सॉफ्टवेयर थे, जिनकी मदद से फोटो, स्क्रीन शॉट, ऑडियो और वीडियो डेटा, वॉट्सऐप चैट, SMS, कॉल लॉग, सोशल मीडिया, वीडियो कॉल लॉग को प्रोटेक्ट किया गया था।
FSL के अधिकारी के अनुसार, NCB द्वारा उन्हें दिए गए कई फोन के चैट और स्क्रीन शॉट में छोटे-छोटे पाउच में काले रंग की चीज दिखाई दे रही है, जो वीड (Marijuana) हो सकती है। इसके साथ कई टेब्लेट जैसी तस्वीरे भी हैं। हैरानी की बात यह है कि किसी भी सेलिब्रिटीज ने जांच एजेंसियों को अनलॉक कोड नहीं बताए थे।
बता दें कि सुशांत सिंह आत्महत्या केस के बाद जाँच में बॉलीवुड के सितारों के बीच ड्रग पेडलिंग का मामला सामने आया था। जब जांच में नारकोटिक्स विभाग ने एक के बाद एक खुलासे करने और गिरफ्तारियां शुरू की तो बॉलीवुड में हड़कंप मच गया था। ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट्स के अनुसार बॉलीवुड से जुड़े एक अहम सूत्र ने बताया कि लगभग 70 प्रतिशत बॉलीवुड सेलेब्रिटी किसी न किसी तरह से ड्रग्स का सेवन करते हैं। कुछ लोगों के लिए एमडी नामक ड्रग काफी प्रचलित है, तो कुछ लोग चरस का सेवन पसंद करते हैं, लेकिन चरस, टीवी के अभिनेताओं द्वारा अधिक मात्रा में ली जाती है।
केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांच के दौरान NCB अधिकारियों के सामने कई सेलिब्रिटीज गिड़गिड़ाने लगे थे। इतना ही नहीं, जांच के दरमियान कई सेलिब्रिटीज ने तो इन अधिकारियों से पर्सनल मुलाकात करने की भी कोशिश की थी।
यानि जैसे-जैसे FSL इन सेलिब्रिटीज के फ़ोन अनलॉक करता जायेगा वैसे वैसे बॉलीवुड की और भी गन्दगी बाहर आती जाएगी। जिस तरह से बॉलीवुड से ये बातें निकलकर सामने आ रही है, उससे स्पष्ट है कि बॉलीवुड को एक स्वच्छ भारत अभियान जैसे अभियान की बेहद सख्त आवश्यकता है, और अब समय आ चुका है कि बॉलीवुड से गंदगी को पूरी तरह साफ किया जाये।