सच में, जब भी कांग्रेस पार्टी अपना मुंह खोलती है, तो भाजपा सहित अन्य पार्टी मन ही मन सोचती होगी, जब ऐसे विपक्षी हों, तो पराजय कैसी? कभी पूरे देश पर एकछत्र राज्य करने वाली कांग्रेस आज नगरपालिका के चुनाव में भी मुंह की खाती है, लेकिन मजाल है कि पार्टी अपने नीतियों का निरीक्षण भी कर ले। अभी हाल ही में पार्टी ने निकाय चुनाव के लिए अपने वादे सार्वजनिक किए हैं, जो न केवल बेतुके हैं, बल्कि हास्यास्पद भी।
हाल ही में बड़ौदा में होने वाले निकाय चुनावों के दौरान गुजरात कांग्रेस ने वादा किया कि उनकी सरकार आने पर वे जनता को न्याय देने के साथ उचित कॉफी शॉप और डेटिंग डेस्टिनेशन देंगे। जी हाँ, आपने ठीक पढ़ा। कांग्रेस सरकार सत्ता में आने पर प्रेमी जोड़ों को डेटिंग डेस्टिनेशन प्रदान करेगी।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, “कांग्रेस के चंद्रकांत श्रीवास्तव का कहना है कि समय के साथ समाज को बदलना पड़ता है। उन्होंने कहा, हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। हर मेनिफेस्टो एक विचार प्रस्तूत करता है। लोग हमेशा हर चीज के साथ समस्या पाएंगे। लेकिन हमें ज्यादातर लोगों के लिए सबसे अच्छा काम करना होगा। हमें समय के साथ बदलना होगा”
अगर बात करें कांग्रेस के वादे की, तो ये न सिर्फ हास्यास्पद है, बल्कि बेतुका भी। चुनाव में जनता की सुविधाओं और उनकी सुरक्षा मूल मुद्दे होते हैं, डेटिंग डेस्टिनेशन नहीं। लेकिन ये तो कुछ भी नहीं है। सत्ता में आने पर कांग्रेस ने महिलाओं की किटी पार्टियों के लिए मुफ्त पार्टी हॉल देने का भी वादा किया है।
इन बेतुके निर्णयों का उपहास उड़ाते हुए वडोदरा के भाजपा अध्यक्ष विजय शाह ने कहा, ‘कांग्रेस का घोषणापत्र युवाओं को भ्रमित करेगा और लव-जिहाद के मामलो को और बढ़ावा देगा,और तो और काँग्रेस डेटिंग के बाद शराब और ड्रग्स को अपने वादों में शामिल कर इन चीजों को भी बढ़ावा दे सकती हैं’। अब विजय शाह के बयान से कोई सहमत हो या नहीं, लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि कांग्रेस के पास अब चुनाव में बने रहने के लिए कोई ठोस आधार नहीं बचा है। इसीलिए वे इस प्रकार के हास्यास्पद वादे करते हैं, ताकि किसी भी तरह वह जनता की नज़रों में आ जाए।
गौरतलब है कि गुजरात के 6 शहर अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर और भावनगर में 21 फरवरी को निगर निगम चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस गुजरात पार्टी का अपने मेनिफेस्टो में अजीबोगरीब वादों को शामिल करना न ही केवल उनकी मानसिकता को दर्शाता है बल्कि, चुनाव जीतने की चाहत में वो किस हद्द तक जा सकते है,ये भी बया करता है।