शेखर गुप्ता जी! रिंकू शर्मा की हत्या से जुड़ी वीडियो ने सच से पर्दा उठा दिया है, और आपका झूठ भी पकड़ा गया है

तो क्या अब आप अपने फेक नैरेटिव वाले आर्टिकल को trash करेंगे?

रिंकू शर्मा हत्याकांड में एक अहम खुलासा हुआ है। एक नया CCTV फुटेज आया है, जिसमें न सिर्फ ये सिद्ध होता है कि Rinku Sharma की हत्या करने वालों के पास खंजर था, अपितु रिंकू शर्मा के विरुद्ध फैलाया जा रहा वामपंथी प्रोपेगेंडा भी सफेद झूठ था।

ज़ी न्यूज के पत्रकार जितेंद्र शर्मा ने एक वीडियो फुटेज शेयर की, जिसमें स्पष्ट पता चल रहा था कि कैसे हमलावरों ने जमकर रिंकू शर्मा को लाठियों से पीटा।

इसी फुटेज में ये भी सामने आया कि कुछ अपराधियों के पास खंजर भी मौजूद था, और जब रिंकू शर्मा की हत्या हुई थी, तो उनके पीठ में एक बड़ा खंजर घुसा हुआ था, विश्वास नहीं होता तो यह देखिए।

बता दें कि मंगोलपुरी में रिंकू शर्मा को उसके घर से निकालकर 11 फरवरी की रात पहले बुरी तरह पीटा गया, और फिर उसके पेट में खंजर घोंप दिया गया। Rinku Sharma के परिजनों का आरोप है कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि Rinku Sharma ने श्री रामजन्मभूमि परिसर के पुनर्निर्माण के लिए चन्दा इकट्ठा करने की हिम्मत की थी।

लेकिन वामपंथियों ने कट्टरपंथी मुसलमानों के बचाव में कई थ्योरी गढ़ी है, जिसमें द प्रिन्ट ने अलग ही जाल बुनते हुए रिंकू शर्मा पर ही अपने हत्यारों पर हमला करने के लिए खंजर खरीदने का आरोप लगाया।

द प्रिन्ट की रिपोर्ट के अनुसार, रिंकू शर्मा ने अपने हत्यारों में से एक को बर्थडे पार्टी के दौरान जबरदस्ती शराब पिलाने का प्रयास किया, और जब विरोध किया गया, तो उसने चाकू घोंप दिया। लेकिन CCTV फुटेज तो कुछ और ही कहानी बता रही है। न तो जहां रिंकू पर हमला हुआ  वहां कोई बर्थडे पार्टी चल रही थी, और न ही रिंकू के पास किसी प्रकार का चाकू था।

रिंकू शर्मा आखिरी दम तक अकेला लड़ता रहा, और उसकी हत्या हम सब के लिए बेहद शर्म की बात है। लेकिन उससे भी ज्यादा शर्म की बात यह है कि कुछ पत्रकार छद्म सेक्युलरिज्म के पीछे उसके हत्यारों को पाक साफ सिद्ध करने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार थे।

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