वक्त वक्त की बात है। कल जो शेर होने का दावा कर रहे थे, आज मेमने की भांति मिमिया रहे हैं। लाल किले पर उपद्रव के बाद जो Sikhs for Justice नामक संगठन संसद को घेरने की हुंकार भर रहा था, आज दूसरे देशों से दिशा रवि ,निकिता और दीप सिंधु जैसे देशद्रोहियों की गिरफ़्तारी पर सैंक्शन लगाने की भीख मांग रहा है।
जी हाँ, आपने ठीक पढ़ा है। दिशा रवि,निकिता और दीप सिद्धू जैसे लोग भारत के विरुद्ध साजिश करने के पीछे हिरासत में क्या ले लिए गए, ‘Sikhs for Justice’ संगठन के छाती पर सांप लोटने लगे। बता दें कि यह वीडियो दीप सिद्धू, दिशा रवि और नोदीप कौर जैसे कई लोगों की गिरफ़्तारी के संबंध में अपलोड किया गया था, जिनपर लाल किले पर उपद्रव करने और ग्रेटा थनबर्ग द्वारा लीक हुए टूलकिट के जरिए भारत को बर्बाद करने वाली गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है।
यूट्यूब पर प्रदर्शित अपने वीडियो के अनुसार, Sikhs for Justice संगठन के मुखिया और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू कहता हैं कि अब इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंचों तक पहुंचाना ही होगा और दुनिया को हिंदुस्तान का असली चेहरा दिखाना ही होगा।
3 मिनट के लंबे वीडियो में Sikhs for Justice संगठन के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू कहता है, “दिशा रवि, निकिता जेकब, दीप सिद्धू और नोदीप कौर। आपको देशद्रोह की धारा में नामजद किया गया है, क्योंकि आपने किसानों के हक में आवाज उठाई है। आपकी वफादारी तिरंगे के प्रति है, फिर भी फासीवादी मोदी ने आप पर हिंदुस्तान के खिलाफ जंग में शामिल होने का आरोप लगाया है। हमारे समर्थक इनकी आवाज को दुनिया तक पहुंचाने के लिए हमारे वेब पोर्टल www.twitter4farmers.in पर लॉगिन कर सकते हैं, जहां से वे यूके, USA, कनाडा, जर्मनी एवं यूरोपीय संघ के देशों को ईमेल भेज सकते हैं, ताकि वो लोग मोदी के खिलाफ प्रतिबंध लगा सके हैं, हिंदुस्तान को सबक सिखा सके”।
कमाल की बात है, ये वही गुरपतवंत सिंह पन्नू हैं, जिसने लाल किले पर खालिस्तान का झण्डा फहराने के लिए ‘किसान आंदोलन’ के कथित भागीदारों को इनाम देने की बात की थी। ये वही गुरपतवंत सिंह पन्नू है, जिसने 1 फरवरी को बजट सत्र प्रारंभ होने के साथ संसद घेराव के लिए भी ‘किसान आंदोलन’ के कथित भागीदारों को भड़काया था। लेकिन आज यही गुरपतवंत सिंह पन्नू अंतर्राष्ट्रीय देशों से भारत पर, विशेषकर पीएम नरेंद्र मोदी पर प्रतिबंध लगाने की भीख मांग रहा है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि अब उसे भी पता चल चुका है कि खालिस्तानियों का काम तमाम करने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कमर कस ली है और वह किसी को भी नहीं छोड़ेगी। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगी कि जो जाल Sikhs for Justice संगठन के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे खालिस्तानी भारत के केंद्र सरकार के लिए बिछा रहे थे , उसमें अब वे खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं।