जो बाइडन के सत्ता ग्रहण करते ही मानो अमेरिका में भारत विरोधी गुट को एक नया जीवनदान मिल चुका है। अब वे दशकों के बाद एक बार फिर भारत और PM मोदी के विरुद्ध जहर उगलने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, जिनमें सबसे अग्रणी है अमेरिकी राजनीतिज्ञ मीना हैरिस, जिनकी चाची कमला हैरिस अमेरिका की वर्तमान उपराष्ट्रपति है।
जब से अमेरिकी गायिका रिहाना, पॉर्न स्टार मिया खलीफा और कथित पर्यावरणवादी ग्रेटा थनबर्ग ने भारत के अराजकतावादियों द्वारा जारी ‘किसान आंदोलन’ को हवा दी, तब से अमेरिकी वामपंथियों को मानो भारत के विरुद्ध जहर उगलने की पूरी स्वतंत्रता मिल चुकी है। इसी बीच मीना हैरिस ने भारत विरोधी बयानों की झड़ी लगाते हुए ट्विटर पर लिखा, “ये संयोग नहीं हो सकता कि जिस महीने में विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र पर हमला हुआ, उसी महीने में सबसे बड़ी जनसंख्या वाले लोकतंत्र पर भी तानाशाही का खतरा मंडराने लगा। हम सबको भारत के इंटरनेट शटडाउन और निर्दोष किसानों पर पैरामिलिट्री द्वारा की जा रही हिंसा के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए”
— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) February 3, 2021
सफेद झूठ बोलना तो कोई मीना हैरिस से सीखे। पैरामिलिट्री की नियुक्ति तभी की गई, जब 26 जनवरी को लाल किला पर खालिस्तानियों ने धावा बोल दिया था और तोड़फोड़ करने पर आतुर हो गए थे। परंतु ये तो मात्र शुरुआत थी। मीना हैरिस ने आगे पीएम मोदी को तानाशाह सिद्ध करने के लिए उनकी तुलना ट्रम्प से करते हुए ट्वीट किया, “ट्रम्प ने भले ही ऑफिस छोड़ दिया हो, पर उसका प्रभाव अभी भी है। आतंकी राष्ट्रवाद अमेरिका के लिए उतना ही खतरनाक है, जितना कि भारत या किसी भी अन्य राष्ट्र में है। यह तभी खत्म हो सकता है जब लोग इस बात को समझे कि फासीवादी तानाशाहों को हम लोग न्याय की चौखट पर न लाएँ”
मीना हैरिस, आपके कैपिटल हिल पर हमला “हमला” और भारत के लाल किले पर हमला लोकतंत्र की आवाज नहीं कहलाया जा सकता। मीना हैरिस जैसे लोग जमीनी हकीकत से कितना कोसों दूर है, इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हो कि अमेरिका के विदेश मंत्रालय तक को कृषि कानून के सकारात्मक पहलुओं के बारे में चर्चा करने को मजबूर होना पड़ा। शायद सचिन तेंदुलकर ने सही ही ट्वीट किया, भारत का भाग्य भारतीय ही बेहतर बना सकते हैं।
अब जिस प्रकार से मीना हैरिस के भारत और PM मोदी के विरुद्ध जहर उगलने पर भी कमला हैरिस मौन है, उससे यह स्पष्ट संदेश जाता है कि कहीं न कहीं वे मीना के ओछे बयानों का समर्थन करती है। लेकिन ये मीना हैरिस के लिए कोई नई बात नहीं है। जब अमेरिका के चुनावी प्रचार अपने चरम पे थे, तो यही मीना हैरिस ने एक आपत्तिजनक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें कमला हैरिस को दुर्गा के तौर पर चित्रित किया गया था, और डोनाल्ड ट्रम्प को महिषासुर के तौर पर। ऐसे में यदि मीना हैरिस को जल्द ही नियंत्रण में नहीं लाया गया, तो यह बाइडन प्रशासन के लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकता है।