दिल्ली पुलिस ने लाल किला पर अराजकता फैलाने वाले 12 गुंडों पर रखा “1 लाख” का इनाम!

लाल किला पर अराजकता फैलाने वालों की अब खैर नहीं....

लाल किला हिंसा

जब पुलिस कार्रवाई करने पर आती है तो फिर अपराधियों का बच पाना मुश्किल हो जाता है। 26 जनवरी को किसान आंदोलन के नाम पर निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा और लाल किले में उपद्रव को लेकर दिल्ली पुलिस पर खूब सवाल खड़े किए गए थे, लेकिन अब दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है।

पुलिस पहचाने जा चुके उपद्रवियों को हिरासत में ले रही है और जो फरार हैं, उन सबको गिरफ्त में लेने के लिए उनके ऊपर ईनाम राशि घोषित कर रही है, जो दिखाता है कि अब पुलिस किसी भी आरोपी को बख्शने वाली नहीं है।

ऐसा नहीं है कि दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी के बाद कोई कार्रवाई की नहीं, वो इन तथाकथित किसानों के खिलाफ केस को मजबूत कर रही थी। उन सबके खिलाफ एक्शन होना गणतंत्र दिवस की शाम से ही होना शुरू हो गया था। उपद्रवियों में से पहचाने जा चुके सभी लोग अब पुलिस की पहुंच में आ चुके हैं और बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है लेकिन अब उन पर एक्शन हो रहा है जो कि घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए हैं।

दिल्ली पुलिस ने अब फरार उपद्रवियों के खिलाफ  ईनामी राशि का एलान कर दिया है। जनता के बीच से जो भी इन उपद्रवियों की जानकारी पुलिस को देगा, वो पुलिस द्वारा ईनाम का हकादार होगा। मुख्य अपराधियों में दीप सिद्धू समेत जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह पर 1-1 लाख रुपये का इनाम रखा गया है। वहीं अन्य 4 आरोपियों पर भी 50-50 हजार का ईनाम रखा गया है जिनके नाम जजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह हैं।

यही नहीं इसके पहले दिल्ली पुलिस ने आम स्थानीय दिल्लीवासियों से भी मांग कि थी कि वो तथाकथित ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई अराजकता के वीडियो और फ़ोटो पुलिस के साथ शेयर करें। यही नहीं इस ट्रैक्टर रैली को लेकर जिन संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों नेताओं ने मुहिम छेड़ी थी, उन सभी किसान नेताओं के खिलाफ भी दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज कर चुकी है और भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत जैसे नेताओं के खिलाफ तो दिल्ली पुलिस और गृहमंत्रालय ने लुक आउट नोटिस जारी कर रखा है जो दिखाता है कि अब दिल्ली पुलिस किसी को भी बख्शने वाली नहीं है।

दिल्ली पुलिस ये जानती है कि दिल्ली की जनता इस किसान आंदोलन से काफी नाराज हैं और गणतंत्र दिवस की हिंसा ने दिल्ली पुलिस के साथ ही दिल्ली के आम नागरिकों को भी खूब शर्मसार किया है। ऐसे में पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ ईनाम घोषित करके एक मास्टरस्ट्रोक खेला है जो कि उन सभी तथाकथित किसानों और उपद्रवियों पर भारी पड़ने वाला है।

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