संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के कश्मीर में ‘कथित’ अत्याचार के आरोपों की भारत ने उड़ाई धज्जियां

पहले अपना घर संभालो, फिर दूसरों के घर में झांकना!

कश्मीर

पड़ोसी देश पाकिस्तान अपने कश्मीर रोग से उबर नहीं पा रहा है, और आए दिन किसी-न-किसी वैश्विक मंच से भारत को कश्मीर मुद्दे पर घेरने की कोशिश करता है। कुछ ऐसा ही इस बार संयुक्त राष्ट्र में भी हुआ, जहां पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने एक बार फिर कश्मीर के मुद्दे पर भारत को घेरने की कोशिश की। इसके जवाब में अब पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में ही लताड़ दिया है और साफ कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और वो अपने देश में हो रहे मामलों पर ध्यान दे।

कश्मीर को लेकर पाकिस्तान ने राग एक बार फिर छेड़ा तो भारत अब उग्र हो गया है। भारत ने एक एक करके संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का सारा कच्चा चिट्ठा खोल दिया है। इस मुद्दे पर यूएन स्थायी मिशन में भारत की सेकंड सेक्रेट्री एस. पुजानी ने भारत का पक्ष मजबूती के साथ रखा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के रुख पर कहा, जम्मूकश्मीर और लद्दाख भारत के अंग थे और हैं। भारत सरकार उनके विकास के लिए तेजी से काम कर रही है और ये हमारा आतंरिक मामला है। इसलिए बेहतर होगा हमारे आंतरिक मामलों कोई बयान दिया जाए।

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इतना ही नहीं अब पाकिस्तान जब भारत के विषय में बेबुनियाद बयानबाजी कर ही रहा है तो ऐसे में भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान को उसका असल आईना दिखाया है। पुजानी ने कहा, अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या के मामले में आरोपी उमर सईद शेख को हाल में बरी कर दिया गया। ये पाकिस्तान सरकार का आतंकी संगठनों के साथ सांठगांठ का ताजा उदाहरण है। इसके अलावा यूएन में पाकिस्तान की महिलाओं को लेकर भी सुरक्षा का मुद्दा उठे, जिस पर चर्चा की विशेष आवश्यकता है।

पाकिस्तान में आतंकवाद के अड्डों पर खुल्ला खेल चल रहा है, जिसे पाकिस्तानी सरकार का खास संरक्षण प्राप्त है। ऐसे में भारत पर हमला करते रहने की नीति अपनाने वाले इन आतंकियों की ओर सभी का ध्यान आकर्षित करते हुए पुजानी ने पकिस्तान की सारी पोल पट्टी खोल दी है। इतना ही नहीं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर लगातार वहां की अदालतें चिंता जाहिर कर रही है लेकिन पाकिस्तान को इन सब बातों का कोई होश ही नहीं है।

भारतीय प्रतिनिधि ने एस पुजानी ने अल्पसंख्यकों की बदतर हालात को लेकर संयुक्त राष्ट्र के मंच से कहा, पाकिस्तान में लगातार अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। पाक मानवाधिकार की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदाय की अनुमानित 1000 महिलाओं का हर साल अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और जबरन विवाह करवाया जाता है। पाकिस्तान को इन मुद्दों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

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पाकिस्तान में आर्थिक हालत खराब है। चीन की सीपेक जैसी परियोजनाओं तक पर बलूचिस्तान के आजादी ब्रिगेड ने अपनी निगाहें टेढ़ी कर रखी है। सिंधु से लेकर खैबर-पख्तूनख्वा तक में पाकिस्तान की जनता वहां की सरकार और सेना का विरोध कर आजादी की मांग कर रही है। ऐसे में पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में भारत को बेवजह बदनाम करने की साजिश रच रहा था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान को एक सटीक आईना दिखाकर विश्व को बता दिया है कि पाकिस्तान पर विश्व का विशेष ध्यान होना चाहिए।

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