ममता बनर्जी ने TMC से Exit करने वालों को कहा हनुमान, तब तो PM मोदी बन गए राम!

ममता PM मोदी को श्रीराम की तरह मानती है

गणतंत्र दिवस परेड झांकी

जब सत्ता से बेदखली का डर सताने लगता है तो नेता बेतुकी बयानबाजी के आदी हो जाते है, उन्हें खुद नहीं पता होता कि वो बोल क्या रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विधानसभा चुनाव को लेकर डर भी कुछ ऐसा ही है। उन्होंने अब अपनी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में जाने वाले नेताओं को हनुमान बताते हुए कहा है कि आगे जाकर लंका दहन होगा। उन्होंने नहीं सोचा होगा कि लंका दहन करने वाले बजरंगबली हनुमान से तुलना करके उन्होंने पीएम मोदी को जाने-अनजाने में भगवान का दर्जा दे दिया है।

ममता दीदी की पार्टी TMC के नेताओं ने बीजेपी में  जाने की होड़ लगा रखी है। शुभेंदु अधिकारी से लेकर लोकसभा सांसद सुनील मंडल, वैशाली डालमिया, राजीब बनर्जी तक, सभी नाम लेने पर ये लिस्ट और लंबी होती जाएगी। इसके चलते ये साफ पता चल रहा है कि इन सभी नेताओं को अपने अनुभव के आधार पर एहसास हो चुका है कि TMC इन चुनावों में हारने वाली है। ऐसे में ममता बनर्जी बीजेपी से डर रही हैं, इसलिए आए दिन उनकी ओर से इस मुद्दे पर बेतुके बयान सामने आ रहे हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी पार्टी छोड़ गए नेताओं को हनुमान कह दिया है।

ममता दीदी ने अपने बागी नेताओं को काफी खरी-खोटी सुनाई है। वहीं बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस में लालची लोगों के लिए जगह नहीं है, यहां टिकट बिक्री के लिए नहीं है, बल्कि जो जनता के साथ हैं उन्हें ऐसे ही टिकट मिल जाते हैं। उन्होंने कहा, “जो ज्यादा भ्रष्टाचार करेगा वो तो भागेगा ही। जो लोग बीजेपी में गए हैं वो तब समझेंगे जब उनकी पूंछ जलेगी और जल्द ही लंका कांड होगा।उन्होंने पार्टी छोड़ चुके लोगों पर अपना पूरा गुस्सा निकाल दिया है।

ममता ने हनुमान कहकर असल में अपनी ही पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होंने एक तरह से पीएम मोदी की तुलना  भगवान श्रीराम से कर दी है। सच तो ये है कि बीजेपी के बढ़ते जनाधार के बाद टीएमसी की इन चुनावों में नैय्या डूबने वाली है, जिसके  चलते ये कहा जा सकता है कि टीएमसी का लंका दहन होने वाला है और ये लंका दहन टीएमसी को छोड़कर गए बीजेपी के हनुमान यानी शुभेंदु जैसै नेता ही करेंगे।

ममता ने इशारों ही इशारों में पीएम मोदी की तुलना भगवान श्रीराम से करके ये भी साबित कर दिया है कि आखिर उनको भगवान श्रीराम के जयकारों से इतनी नफरत क्यों हैं क्योंकि उसी तरह की नफरत उनकी प्रधानमंत्री मोदी के प्रति भी है, हालांकि भगवान श्रीराम के इस मुद्दे पर ममता का बोलना बीजेपी के लिए फायदा साबित होने वाला है।

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