दक्षिण भारत में बीजेपी काफी सिमटी हुई है, जहां आलाकमान की ओर से विस्तार की कोशिशें जारी हैं, जो कि सूक्ष्म स्तर पर कामयाब भी होती दिख रही हैं, लेकिन पार्टी के पास कोई विश्वसनीय चेहरा न होने के चलते उसके इरादे फीके पड़ जाते हैं। इन परिस्थितियों के बीच भारतीय मेट्रो ट्रेन के जनक माने जाने वाले श्रीधरन ने बीजेपी का दामन थामकर सभी को चौंकाया है, जिन्हें बीजेपी के लिए केरल समेत दक्षिण की राजनीति के लिहाज से गेम चेंजर माना जा रहा है। श्रीधरन ने अपने पहले ही बयान में लव जिहाद जैसा मुद्दा छेड़ा है जो दिखाता है कि वो बीजेपी के कोर एजेंडे पर काम करने के लिए पूर्णतः तैयार हैं।
कल तक जो मेट्रो मैन श्रीधरन सबके लिए सम्मानित थे आज वो बुरे हो गए हैं, क्योंकि उन्होंने बीजेपी को अपने राजनीतिक सफर के लिए चुन लिया है। लव जिहाद केरल का सबसे ज्वलंत मुद्दा है। इस मुद्दे पर बीजेपी फ्रंटफुट पर खेलती है। दिलचस्प ये भी है कि केरल में पहली बार लेफ्ट के मंत्री ने 2010 में लव जिहाद मुद्दे का प्रयोग किया था और वो बीजेपी का नारा बन गया। पूरे देश में आज लव जिहाद को लेकर चिंता है बीजेपी शासित राज्यों में तो कानून भी बन चुका है। ऐसे में ठीक विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी ज्वाइन करने के बाद अपने पहले ही बयान में श्रीधरन ने लव जिहाद को केरल का सबसे बड़ा मुद्दा बता दिया है।
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श्रीधरन के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी की तरफ से सीएम का चेहरा भी वही होंगे। ऐसे में श्रीधरन के लिए फ्रंटफुट पर खेलना लाज़मी है। उन्होंने कहा, “मैं लव जिहाद के खिलाफ हूं हिंदू लड़कियों को बहलाया जा रहा है। मैं जानता हूं कि केरल में लव जिहाद हो रहा है। हां, मैं देख रहा हूं कि केरल में क्या हो रहा है। शादी के लिए हिंदुओं को कैसे बरगलाया जा रहा है और वे किस तरह लव जिहाद से पीड़ित हैं… न केवल हिंदू बल्कि मुस्लिम, ईसाई लड़कियों को भी शादी के लिए धोखा दिया जा रहा है। मैं निश्चित रूप से लव जिहाद का विरोध करूंगा।”
साफ है कि श्रीधरन अब बीजेपी के लिए केरल में सबसे बड़ा राजनीतिक चेहरा होंगे, और पार्टी में आने के बाद उन्हें आलाकमान से ये छूट भी मिल चुकी होगी, कि वो केरल की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए लेफ्ट को चुभने वाले बयान दे सकते हैं। बीजेपी को केरल के राजनीति के लिए ऐसे ही किसी फायरब्रांड नेता कि आवश्यकता थी जो कि स्थानीय स्तर पर लेफ्ट समेत कांग्रेस के लिए समय-समय पर मुसीबतें खड़ी कर सकें।
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श्रीधरन केरल विधानसभा चुनावों के ठीक पहले बीजेपी में आएं हैं। सभी को और स्वयं बीजेपी को भी पता है कि इन विधानसभा चुनावों में बीजेपी कुछ खासा प्रदर्शन नहीं कर सकेगी, इसके बावजूद श्रीधरन का बीजेपी में शामिल होना दिखाता है कि वो किसी लंबे रोड मैप और प्लानिंग के तहत बीजेपी से जुड़े हैं, और उस प्लानिंग में कहीं-न-कहीं बीजेपी आलाकमान और पार्टी के चाणक्य अमित शाह की नीतियां शामिल हैं।
श्रीधरन ने अपने पहले ही बयान में लव जिहाद का उल्लेख करके साबित कर दिया है कि लव जिहाद केरल की राजनीति में बीजेपी का कोर मुद्दा है, और उनकी छवि के विपरीत इस मुद्दे से उन्हें किसी भी प्रकार का कोई परहेज नहीं है जो कि बीजेपी की राजनीति के लिए बेहद ही सकारात्मक स्थितियां बन सकती हैं।