भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के रिश्ते तो कटु हो ही गए हैं, साथ ही इस मुद्दे पर देश में पिछले साल भर से राजनीति भी खूब हुई है। केंद्र में मुख्य विपक्षी पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ-साथ अन्य कई बड़े लोग शामिल थे, जोआए दिन रटी-रटाई स्क्रिप्ट पढ़कर देश में सीमा विवाद पर दुष्प्रचार फैलाते थे, लेकिन उनके इस दुष्प्रचार की पोल चीनी पीएलए के वापस जाने से खुल गई है।अब चीनी सेना बहुत तेजी के साथ पैंगोंग त्सो के इलाक़े को खाली करके भाग रही है और संभावनाएं हैं कि 24 घंटे में ये काम पूर्ण रूप से खत्म भी हो जाएगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर फिर से सुशोभित होने की तैयारी कर रहे राहुल गांधी आजकल प्रत्येक मुद्दे पर बिना किसी जानकारी के बयान देते रहते हैं, क्योंकि उनकी नीयत किसी मुद्दे को हल करने की नहीं अपितु मोदी सरकार के लिए राजनीतिक चुनौती खड़ी करने की होती है। हालांकि, उन्हें हर बार केवल असफलता ही हाथ लगती है। कुछ ऐसे ही राहुल ने पिछले एक साल में लद्दाख-तिब्बत सीमा क्षेत्र में चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है। राहुल का कहना है कि चीन ने भारत के बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। वो मानते हैं कि भारतीय सेना अब फिंगर 2 तक ही सीमित हो गई है।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में अनेकों बार उनके इन खोखले दावों की काट कर चुके हैं, लेकिन ज़िद्दी बच्चे की प्रवृति वाले राहुल देश के सम्मान से भी खिलवाड़ करते रहते हैं। वहीं न्यूज 18 की रिपोर्ट बताती है कि चीन की पीएलए बहुत तेजी के साथ पूरा लद्दाख क्षेत्र खाली करके भाग रही है। खबरों के मुताबिक पिछले कुछ वक्त में चीन के करीब 200 टैंक पीछे हो गए हैं। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अपने जेट्टी, हेलीपैड, टेंट और ऑब्जर्वेशन पॉइंट्स को नष्ट कर दिया है। वहीं रिपोर्ट में नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक बेहद शीर्ष अधिकारी ने बताया कि, “डिसएंगेजमेंट की ये स्पीड हैरान करने वाली है।”
चीन ने पिछले 10 महीनों में यहां रुकने के लिए जिन टेंटों और अस्थाई भवन जो बनाए थे, उन्हें पीएलए के लोग क्रेनों के जरिए नष्ट कर रहे हैं जो कि भारत के प्रति उनका खौफ दर्शा रहा है। इस परिस्थिति पर CNN-News18 का कहना है कि अचानक हुआ ये बदलाव बेहद ही आश्चर्यजनक है इसीलिए विघटन की इस प्रक्रिया पर भारतीय सेना और उसके अधिकारी सीधी नजर रखे हुए हैं, क्योंकि चीन का विश्वास आसानी से करना गलत ही होगा। भारतीय सेना के खौफ से भाग रही चीनी पीएलए की स्पीड को देखकर कहा जा सकता है कि अगले 10-15 दिनों में पूरा इलाका खाली हो जाएगा।
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इस पूरी खबर की पुष्टि के बाद सबसे बड़ा झटका कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ-साथ उन तमाम नेताओं को लगेगी । जिन्होने चीन के साथ हुए विवाद के कारण मोदी सरकार के खिलाफ एक माहौल बनने की तैयारी की थी लेकिन अब सारे समीकरण बिगड़ने के कारण उनके दुष्प्रचार की हवा अब निकल रही है जो कि भारतीय सेना के शौर्य को दर्शाता है क्योंकि भारतीय सेना ने इन 10 महीनों में लद्दाख की कड़कड़ाती ठंड के बावजूद चीनी पीएलए के सैनिकों के पसीने छुड़ा दिए है, और आज ये पीएलए के सैनिक पीठ दिखा कर भाग रहे हैं।