2019 में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान रामपुर से तत्कालीन सांसद मोहम्मद आज़म खान ने चुनौती दी कि यदि अल्लाह ने चाहा तो न केवल सपा बसपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में अधिकांश सीटें जीतेगा, बल्कि रामपुर के जिलाधिकारी मायावती के जूते भी साफ करेंगे।
लेकिन एक वो दिन था और एक आज का दिन है।आज़म खान परिवार समेत रामपुर की जेल में सजा काट रहे हैं, तो वहीं जिस जिलाधिकारी को चुनौती दी गई थी, उन्हे आज़म खान पर ताबड़तोड़ कार्रवाई के एवज में न केवल सरकार द्वारा पदोन्नति मिली, बल्कि समूचे रामपुर ने उन्हे धूमधाम से विदा किया। ये कहानी है आंजनेय कुमार सिंह की, जिन्होंने चुनौती को सफलतापूर्वक अवसर में परिवर्तित करके दिखाया है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सांसद आज़म खां के खिलाफ कार्रवाई करने वाले जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह को मुरादाबाद शहर का कमिश्नर यानि मंडलायुक्त बनाया है। शुक्रवार को रामपुर से उनकी विदाई बड़े धूम धाम से हुई, मानो पूरा शहर अपने लाडले को विदा करने आया हो। दूल्हे की तरह उन्हें बग्घी में बैठाया गया।
इस दौरान बैंडबाजा भी बजाय गया। यहीं नहीं, उन्हें खुली जीप में बैठाकर शहर में घुमाया गया। जगह-जगह लोगों ने उन पर फूलों की बारिश की। पदोन्नति के साथ उनके तबादले पर उन्हें बधाई देने का सिलसिला जारी है।
बता दें कि आज़म खान और उनके परिवार द्वारा कब्जा की गई कई जमीनों को आंजनेय कुमार सिंह द्वारा खाली करवाया गया, और साथ ही साथ आज़म खान को भू-माफिया भी घोषित किया गया था। वहीं जौहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीन कब्जा करने का आरोप में करीब 27 किसानों ने आज़म खान के ऊपर मुकदमे दर्ज करवाए थे, साथ ही यतीमखाना प्रकरण में लूटपाट और मकान तोड़ने के आरोप में भी दर्जन भर मुकदमे दर्ज हुए हैं।
इसके साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान जब मोहम्मद आज़म खान जयाप्रदा पर जिस सभा में अश्लील टिप्पणियाँ कर रहे थे, उसी सभा में उन्होंने ये भी कहा था कि रामपुर की जनता को प्रशासन से डरने की जरूरत नहीं, क्योंकि चुनाव में विजयी होते ही रामपुर के जिलाधिकारी उनके और मायावती के जूते साफ करते हुए दिखेंगे।
लेकिन आंजनेय कुमार सिंह पर इन गीदड़ भभकियों का कोई असर नहीं पड़ा, और सही समय सामने आते ही उन्होंने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए आज़म खान को परिवार समेत जेल भी पहुंचाया।
जनता के सत्कार से अभिभूत आंजनेय कुमार सिंह बताते हैं, “रामपुर की जनता, समाजसेवियों, उद्योगपतियों एवं सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने बहुत सहयोग किया। मैं सभी का आभारी हूं। मुझे कानून व्यवस्था बनाए रखने और प्रशासनिक आदेशों का पालन करने के लिए कुछ कठोर निर्णय भी लेने पड़े। लेकिन, सभी के सहयोग से मैं कार्य कर सका।”
इसके साथ ही उन्होंने यह भी वादा किया कि कमिश्नर के पद पर रहते हुए भी रामपुर का ख्याल रखेंगे। यहां के लोगों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे।
इसके साथ ही बतौर जिलाधिकारी उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से जनता का आभार प्रकट करते हुए ट्वीट किया
बीते हुए कुछ लम्हें याद आयेंगे
हवाओं में तैरे कुछ गीत ठहर जायेंगे
सूरज-चांद रहेंगे उगते-डूबते
समय के कई बहाव तटों से टकरायेंगे
जो बढ़ता रहे बिना रूके जीवन है
बगीचे में नित नए फूल लहलहायेंगेढेर सारे प्रेम के लिए आभार
एक-दूसरे की मदद करना जारी रखिए
खुशियाँ बिखेरिए#ThankURampur pic.twitter.com/omZ36zBPlI— DM Rampur (@DeoRampur) March 5, 2021
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जब आंजनेय कुमार सिंह जैसे प्रशासक हों, तो फिर राज्य में किसी को भी अपराधियों से डरने की कोई जरूरत नहीं। आज़म खान जैसे धूर्त अपराधी से भिड़ना कोई आसान काम नहीं था, परंतु आंजनेय कुमार सिंह ने बिना धैर्य खोए जिस प्रकार से उसे सलाखों के पीछे भिजवाया, वो निस्संदेह प्रशंसनीय है, और उनकी पदोन्नति कर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सशक्त कानून व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर सिद्ध किया है।